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Top Sugarcane Varieties: भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ ने तैयार की कम लागत में तैयार होने वाली Colk 16202 किस्म

Top Sugarcane Varieties: भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ ने तैयार की कम लागत में तैयार होने वाली Colk 16202 किस्म 
Sugarcane Varieties colk 16202: आज हम कम लागत में तैयार होने वाली अर्ली गन्ना किस्म कौन सी है। आज हम आपको गन्ने की खेती की सारी जानकारी देंगे। आपको बताएंगे की आप गन्ने की खेती कैसे करें और गन्ने की टॉप किस्में कौन सी हैं। साथ ही हुम आपको अधिक पैदावार देने वाली गन्ना किस्म colk-16202 के बारे में बताएंगे। 

लखनऊ, Sugarcane Varieties colk 16202: भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ ने Colk 16202 किस्म तैयार की है। यह एक रोग प्रतिरोधक क्षमता रखने वाली गन्ना किस्म है। इस किस्म में शर्करा की मात्रा 17.76% तक पाई जाती है। यह गन्ना किस्म यूपी के किसानों के लिए स्वीकृत की गई है।

Colk 16202 गन्ना किस्म

यह एक अगेती गन्ना किस्म है। जो अगले वर्ष तक किसानों के लिए पूरी तरह से उपलब्ध हो जाएगी। अबकी बार इसका बीज तैयार करने के लिए किसानों को थोड़ी मात्रा में दी जाएगी। colk-16202 गन्ना किस्म भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ द्वारा तैयार की गई है। इस किस्म में शर्करा की मात्रा 17.76% तक पाई जाती है।

जानें इसकी खासियत 

यह एक रोग प्रतिरोधक क्षमता रखने वाली गन्ना किस्म है। इसमें किसी प्रकार का कोई रोग नहीं लगता। यह किस्म आपको अभी तक किसी किसान के पास देखने को नहीं मिलेगी। अगले वर्ष तक इसका बीज उपलब्ध हो जाएगा।

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यह यूपी के लिए स्वीकृत किस्म है। इसका गन्ना वजनदार और ठोस होता है। इसके पूरी की अधिक लंबाई और इसकी गन्ने की मोटाई भी अधिक होती है।

कितनी होती है पैदावार 

colk-16202 गन्ना किस्म की औसत पैदावार की बात करें। तो यह अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग हो सकता है। अलग-अलग मिट्टी और अलग-अलग क्षेत्र में इसकी पैदावार कम ज्यादा देखी जा सकती है। अभी इसका बीज किसानों को उपलब्ध नहीं हुआ। उसके बाद ही इसकी पैदावार के बारे में पता चल सकेगा। लेकिन यह किस्म आने वाले समय में सबसे अधिक पैदावार देने वाली किस्म बनने वाली है। यह किस्म 600 क्वांटल प्रति एकड़ तक पैदावार देने की क्षमता रखती है।

इसकी खूबियां 

colk-16202 गन्ना किस्म की पहचान आप आसानी से कर सकते हैं। इसकी आंख चपटी, चिपकी हुई और मजबूत होती है। इसकी आंख के पास आपको पोरी का रंग हल्का पीला नजर आता है। अगर अधिक समय तक पाती उतरी हुआ गन्ना, हो तो आपको पोरी बैंगनी या लाल नजर आएगी। इसकी पोरी में सफेद और काला रंग भी आपको हल्का सा देखने को मिलेगा। इसका गन्ना चमकदार होता है।

CoLk 12207 (Ikshu-6)

अनुशंसित क्षेत्र: उत्तर-मध्य और उत्तर-पूर्व क्षेत्र, विशेष रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और असम आदि। परीक्षण के दौरान गन्ने की औसत उपज 75.42 टन प्रति हेक्टेयर पाई गई, जो क्षेत्रीय मानक किस्मों से 10-15% अधिक थी।
10 महीने की फसल में सुक्रोज % और पोल % (गन्ना) 17% और 13.17% पाया गया। समय पर कटाई करने पर पेड़ा अच्छा पाया गया। लाल सड़न रोग के प्रति मध्यम प्रतिरोधी; गन्ना मध्यम मोटा और हल्के पीले हरे रंग का होता है; शीर्ष गहरे हरे रंग का होता है और पत्तियाँ सीधी होती हैं।

CoLk 12209 (Ikshu-7)

उत्तर-मध्य और उत्तर-पूर्व क्षेत्र, विशेष रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और असम आदि। परीक्षण के दौरान गन्ने की औसत उपज 77.52 टन प्रति हेक्टेयर पाई गई, जो क्षेत्रीय मानक किस्मों से 10% अधिक थी। औसत सुक्रोज % और पोल % (गन्ना) क्रमशः 17.66% और 14.33% पाया गया। मानक किस्मों की तुलना में 7.0-12.0% अधिक के साथ रेटून की पैदावार अच्छी पाई गई। यह किस्म लाल सड़न रोग के प्रति मध्यम प्रतिरोधी है। गन्ना मध्यम मोटा और हरा-सफ़ेद रंग का होता है। शीर्ष गहरा हरा है और पत्ती सीधी है।

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