Tesla की भारत में एंट्री की राह आसान! कंपनी अपनी इलेक्ट्रिक कारों के लिए ले रही है मान्यता

Tesla India certification: टेस्ला (Tesla) की भारत में एंट्री लगभग तय! कंपनी अपनी इलेक्ट्रिक कारों (Electric Cars) - मॉडल 3 और मॉडल वाई - के लिए मान्यता ले रही है। एलन मस्क (Elon Musk) की टेस्ला भारतीय कार बाजार (Indian Car Market) में सड़क सुरक्षा (Road Safety) और प्रदूषण नियमों (Emission Norms) के साथ जल्द दस्तक दे सकती है।
 
Tesla India Entry certification for two cars in India: भारत का कार बाजार आज दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा बाजार बन चुका है, और यह तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) की ओर बढ़ रहा है। स्वदेशी कंपनियां जैसे टाटा और महिंद्रा अपनी इलेक्ट्रिक कारों (Electric Cars) के साथ बाजार में छाई हुई हैं। लेकिन अब लोगों का इंतजार खत्म होने वाला है, क्योंकि मशहूर इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला (Tesla) भारत में कदम रखने की तैयारी में है। सूत्रों की मानें तो टेस्ला का भारत में आना अब लगभग तय माना जा रहा है। आइए जानते हैं कि ऐसा क्या हुआ जिसने इस खबर को पक्का कर दिया।

Tesla को चाहिए भारत में मान्यता

एलन मस्क (Elon Musk), जो टेस्ला के मालिक और दुनिया के चर्चित उद्यमी हैं, लंबे समय से भारत में अपनी कंपनी की एंट्री की संभावनाएं तलाश रहे हैं। पहले ऊंची इम्पोर्ट ड्यूटी (Import Duty) और भू-राजनीतिक कारणों ने टेस्ला के रास्ते में रोड़े डाले। मगर अब हालात बदलते दिख रहे हैं। इकॉनोमिक टाइम्स ऑटो के सूत्रों के हवाले से पता चला है कि टेस्ला अपनी दो मशहूर कारें - मॉडल वाई (Model Y) और मॉडल 3 (Model 3) - के लिए भारत में मान्यता हासिल करने की प्रक्रिया में है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही भारतीय सड़कों पर टेस्ला की कारें नजर आ सकती हैं।

क्या है मान्यता की प्रक्रिया?

जब कोई कंपनी भारत में अपनी कार लॉन्च करना चाहती है या विदेश से आयात करती है, तो उसे पहले कड़े नियमों से गुजरना पड़ता है। इसमें सड़क सुरक्षा (Road Safety), परिवहन नियमों और प्रदूषण नियंत्रण (Emission Norms) से जुड़े टेस्ट शामिल होते हैं। ये टेस्ट यह सुनिश्चित करते हैं कि कार भारतीय मानकों पर खरी उतरे। टेस्ला की कारें भी अभी इसी जांच से गुजर रही हैं। सूत्रों का कहना है कि मान्यता मिलते ही टेस्ला भारतीय बाजार में अपनी धाक जमाने को तैयार होगी।

हमारे अनुभव और विशेषज्ञता के आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि टेस्ला की एंट्री से भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार और मजबूत होगा। यह कदम न सिर्फ ग्राहकों को नए विकल्प देगा, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में भी एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।