T20 World Cup का विवादों से रहा है गहरा नाता, इन विवादों ने बटोरी थीं खुब सुर्खियां 

T20 world cup contoversies: इतिहास की बात करें तो अब तक की 7 बार टी20 वर्ल्ड कप आयोजित हो चुका है और टूर्नामेंट के सभी सातों सीजन बेहद लाजवाब रहे है। अब तक हुए सात सीजनों में दर्शकों को एक से बढ़कर एक शानदार मैच देखने को मिले है। हालांकि इस दौरान यह टूर्नामेंट कईं विवादों के घेरे में भी आता रहा है।  
 

T20 world cup: क्रिकेट प्रेमियों पर एक बार फिर से क्रिकेट का खुमार सिर चढ़ के बोलने वाला है। अगले महीने यानी 16 अक्टूबर से टी20 वर्ल्ड कप का आगाज होने जा रहा है। ऐसे में जैसे वर्ल्ड कप नजदीक आ रहा है, क्रिकेट फैंस के बीच इस टूर्नामेंट को लेकर क्रेज भी बढ़ता जा रहा है। टी20 वर्ल्ड कप इस बार ऑस्ट्रेलिया की धरती पर खेला जाएगा। अगर इस टूर्नामेंट के इतिहास की बात करें तो अब तक की 7 बार टी20 वर्ल्ड कप आयोजित हो चुका है और टूर्नामेंट के सभी सातों सीजन बेहद लाजवाब रहे है। अब तक हुए सात सीजनों में दर्शकों को एक से बढ़कर एक शानदार मैच देखने को मिले है। हालांकि इस दौरान यह टूर्नामेंट कईं विवादों के घेरे में भी आता रहा है।  

 

इस बार टी20 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में खेला जाएगा। टूर्नामेंट का आगाज वैसे तो 16 अक्टूबर से हो जाएगा, लेकिन टूर्नामेंट में मुख्य दौर के मुकाबले 22 अक्टूबर से खेले जाएंगे। टीम इंडिया कप्तान रोहित शर्मा की लीडरशिप में अपना पहला मुकाबला  23 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगी। 

 

आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप का पहला सीजन साल 2007 में खेला गया था और भारत इस पहले सीजन का चैम्पियन बना था। अब तक कुल सात बार टी20 वर्ल्ड कप आयोजित हो चुका है। अभी तक खेले गए सभी सातों सीजन काफी शानदार रहे हैं। इन सभी सीजन के में क्रिकेट फैंस ने काफी यादगार मैचों का लुत्फ उठाया है। लेकिन इन सब के बीच टी20 वर्ल्ड कप में कुछ ऐसे विवाद भी सामने आते रहे हैं  जो काफी चर्चा में रहे हैं। 

 

एंड्रयू साइमंड्स को भेजा वापस घर

 

साल 2009 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स को क्रिकेट नियमों का उलंघन करने के जुर्म में वापस घर भेज दिया गया था। उनका नाम अधिक शराब पीने जैसे मामलों में भी आया था। साइमंड्स ऑस्ट्रेलिया के महान ऑलराउंडर्स में से एक थे, लेकिन इस तरह के विवादों की वजह से उनका क्रिकेट करियर ज्यादा काफी जल्दी ही समाप्त हो गया था। साल 2009 के बाद उनका अनुबंध भी समाप्त कर दिया गया था। बता दें साइमंड्स की इसी साल एक सड़क हादसे के दौरान मौत हो गई थी।

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वॉर्नर की हुई थी जमकर आलोचना 

 साल 2021 में हुए पिछले टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में ऑस्ट्रेलिया के स्टार ओपनर बल्लेबाज डेविड वॉर्नर पर खेल भावना को लेकर और एक गंभीर विवाद सामने आया था। उस मैच में ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी के दौरान बॉल मोहम्मद हफीज के हाथ से गलती से छूट गई थी, जिसके बाद गेंद दो टप्पे खाकर वॉर्नर तक पहुंची। वॉर्नर ने इस गेंद पर आगे बढ़कर सिक्स मार दिया था। इसके बाद वॉर्नर की जमकर आलोचना भी की गई थी।

जिम्बाब्वे को नहीं खेलने दिया वर्ल्ड कप 

 अगर टी20 विश्व कप के इतिहास पर नजर डालें तो इस टूर्नामेंट में कई विवाद सामने आते रहे हैं कुछ ऐसा ही एक विवाद साल 2009 के वर्ल्ड कप में देखने को मिला था। गौरतलब है कि साल 2009 में वर्ल्ड कप शुरू होने से ठीक पहले जिम्बाब्वे की टीम ने कुछ राजनीतिक कारणों के चलते इंग्लैंड दौरे पर जाने से मना कर दिया था। जिसके बाद ब्रिटिश सरकार ने नाराज होकर 2009 के वर्ल्ड कप के लिए जिम्बाब्वे खिलाड़ियों को वीजा देने की अनुमति नहीं दी थी। नतीजा यह हुआ कि जिम्बाब्वे उस वर्ल्ड कप में नहीं भाग ले सका।

चयनकर्ताओं ने किया पीटरसन को बाहर

आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2010 का खिताब इंग्लैंड की टीम ने जीता था। इंग्लैंड की तरफ से टीम के स्टार खिलाड़ी केविन पीटरसन ने पूरे टूर्नामेंट में कमाल का प्रदर्शन किया था और इंग्लैंड को चैम्पियन बनाने में अहम योगदान दिया था। पीटरसन को उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द टूर्नामेंट भी घोषित किया गया था। इसके बाद साल 2012 के वर्ल्ड कप में सभी को यह उम्मीद थी कि उन्हें इंग्लैंड की टीम में इस बार भी शामिल किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दरअसल पीटरसन को उस समय इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के साथ तनाव के चलते टीम से बाहर कर दिया गया था।  

सचिन, गांगुली, द्रविड़ और लक्ष्मण की हुई थी सेलेक्शन

जब साल 2007 में पहले टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया के खिलाड़ियों की सेलेक्शन हुई थी तो  तब भारतीय टीम में टीम के चार स्टार प्लेयर सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण को शामिल नहीं किया गया था। इन खिलाड़ियों को लेकर विवाद इसलिए बढ़ गया था क्योंकि ये खिलाड़ी उस समय टीम इंडिया की रीड़ की हड्डी माने जाते थे। खास बात यह है कि बाद इन खिलाड़ियों के काफी लंबे समय तक आईपीएल भी खेला था। हालांकि महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत की युवा टीम खिताब जीतने में सफल रही थी।

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