IPL 2023 Net Run Rate: जानिए टूर्नामेंट में नेट रन रेट क्यों है असरदार, इसको कैसे निकाला जाता

Net run rate kya hai: अब बची हुई टीमों के लिए नेट रनरेट काफी अहम होने वाला है। तो चलिए जानेंगे नेट रननेट कैसे निकाला जाता है और टीमों का क्या प्रभाव पड़ता है।
 

How to calculate net run rate: आईपीएल 2023 का 16वां सीजन रोमांचक के साथ अपने अंत की ओर बढ़ रहा है। बीते दिन (18 मई गुरूवार) तक इस सीजन के 70 मैचों में से 65 65 लीग मैच हो चुके हैं। हालांकि अब तक केवल गुजरात टाइटंस क्वालीफायर कर पाई है। दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाज दोनों पहले ही बाहर हो गई हैं।

नेट रन रेट कैसे निकाला जाता

बता दें नेट-रनरेट निकालने के लिए किसी टीम के बल्लेबाजी रन रेट को टीम के गेंदबाजी रनरेट से घटाया जाता है। उदाहरण के तौर पर समझिए, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ निर्धारित 20 ओवरों में 200 रन बनाती है। फिर गेंदबाजी करते हुए 20 ओवरों में 120 रन ही खर्च करती है। तो उसका नेट-रनरेट 4 होगा।

चूंकि आरसीबी ने 20 ओवर में 200 रन बनाए हैं। इसलिए बैटिंग रनरेट 10 होगा। वहीं 120 रन खर्च करने के चलते उसका बॉलिंग रन रेट 6 का होगा। मतलब 10 में से 6 माइनस करने पर नेट रन-रेट निकल जाएगा।

20 ओवर नहीं हुए, तो क्या होगा

यहां बता दें आपको कि कोई भी टीम किसी टीम को पूरे ओवर नहीं खेलने देती है और उसके 20 ओवरों से पहले ऑलआउट कर देती है। तो उसका नेट रनरेट को उसके निर्धारित ओवरों के हिसाब से जोड़-भाग करके निकाना जाएगा। जैसे कि हैदराबाद 18 ओवरों में 6 के रनरेट से सिर्फ 108 रनों पर ऑलआउट हो गई है। लेकिन इसके बाद एसआरएच का बल्लेबाजी रनरेट 5.4 माना जाएगा। जैसे टीम 10 ओवरों में 108 बनाती है और इसका रनरेट 5.4 ही निकलेगा। भले ही टीम ने 18 ओवर खेले हों।

अगर कोई मैच बाधित होता है तो

मान लीजिए अगर कोई मैच बारिश या किसी अन्य कारणों से बाधित होता है। तो नेट-रनरेट का निर्धारण वास्तविक स्कोर की बजाय। पार स्कोर (डीएलएस लगने के बाद निर्धारित स्कोर) के आधार पर होगा। उदाहरण के तौर पर अगर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु 20 ओवरों में 200 रन बनाती है और बारिश होने के चलते सनराइजर्स के लिए लक्ष्य 16 ओवरों में 180 रन कर दिया जाता है। तो नेट-रन रेट का निर्धारण भी 16 ओवरों में बनाए गए रनों के आधार पर होगा।

एक नजर इस ओर...

बता दें कि अगर कोई टीम रनों का पीछा करते हुए पूरे ओवर नहीं खेल पाती है, तो पहली वाली टीम को पूरे ओवर खेलने का फायदा होगा। किसी भी टूनार्मेंट या इवेंट में नेट रनरेट काफी असरदार होता है। बता दें किसी भी टूनार्मेंट में नेट-रनरेट हर मैच के साथ बढ़ता या घटता रहता है। किसी टीम ने अगर पहले मैच में बढ़िया खेला और दूसरे मैच में बेकार खेल दिखाया। तब टूनार्मेंट में उसके नेट-रनरेट पर फर्क पड़ता ही है।