क्या द Hundred League में भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर लगेगा प्रतिबंध? आखिर क्यों नहीं चुना गया एक भी खिलाड़ी

Pakistan cricket player: द हंड्रेड लीग में एक भी पाकिस्तानी खिलाड़ी को जगह नहीं मिली। क्या आईपीएल की तरह यहाँ भी बैन लगेगा? 45 खिलाड़ियों ने नाम दिए, पर कोई चुना नहीं गया। आईपीएल फ्रैंचाइजी के निवेश और उपलब्धता को वजह माना जा रहा है। पाकिस्तान क्रिकेट के लिए यह बड़ा झटका है।
 
क्या द Hundred League में भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर लगेगा प्रतिबंध? आखिर क्यों नहीं चुना गया एक भी खिलाड़ी
Pakistan cricket player not sold in the hundred league: पाकिस्तान क्रिकेट के लिए मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा खबर इंग्लैंड की मशहूर द हंड्रेड लीग से जुड़ी है, जहां एक भी पाकिस्तानी खिलाड़ी को जगह नहीं मिली। यह खबर उन पाकिस्तानी क्रिकेटरों के लिए बड़ा झटका है, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट लीग में अपनी प्रतिभा दिखाना चाहते हैं। हैरानी की बात यह है कि इस लीग के लिए 45 पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन किसी को भी मौका नहीं दिया गया। क्या इसके पीछे कोई बड़ी वजह है? आइए जानते हैं।

Hundred Leagueक्या आईपीएल की तरह द हंड्रेड भी बैन की राह पर?

इस खबर के सामने आते ही क्रिकेट प्रेमियों में चर्चा शुरू हो गई कि क्या द हंड्रेड लीग भी आईपीएल की तरह पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाने जा रही है। आपको बता दें कि 2008 के बाद से आईपीएल (Indian Premier League) में कोई भी पाकिस्तानी खिलाड़ी हिस्सा नहीं ले सका है। अब द हंड्रेड लीग में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है। खास बात यह है कि हाल ही में कई आईपीएल फ्रैंचाइजियों ने द हंड्रेड में निवेश किया है, जिसके बाद यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या यह निवेश इस फैसले का कारण बना?

आईपीएल फ्रैंचाइजियों का द हंड्रेड में दखल

द हंड्रेड लीग में कई बड़ी आईपीएल टीमें निवेश कर रही हैं। इनमें ओवल इनविंसिबल्स (मुंबई इंडियंस), मैनचेस्टर ओरिजिनल्स (लखनऊ सुपर जायंट्स), नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स (सनराइजर्स हैदराबाद), और सदर्न ब्रेव (दिल्ली कैपिटल्स) जैसी टीमें शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि ये फ्रैंचाइजियां SA20 लीग में भी पैसा लगा चुकी हैं, जहां आज तक किसी भी पाकिस्तानी खिलाड़ी को खेलने का मौका नहीं मिला। क्या यह संयोग है या फिर एक सोची-समझी रणनीति? क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि इसका असर द हंड्रेड लीग पर भी पड़ सकता है।

क्या उपलब्धता बनी वजह?

कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों की उपलब्धता इसकी वजह हो सकती है। दरअसल, जुलाई के आखिरी हफ्ते से अगस्त के मध्य तक पाकिस्तान क्रिकेट टीम वेस्टइंडीज दौरे पर होगी, जहां उसे तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेलने हैं। यह वही समय है जब द हंड्रेड लीग का आयोजन होगा। इसके अलावा, सितंबर में एशिया कप से पहले पाकिस्तान अपने घरेलू मैदान पर अफगानिस्तान के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज भी खेल सकता है। ऐसे में खिलाड़ियों की व्यस्तता इस फैसले का एक कारण हो सकती है। हालांकि, क्या यह पूरी सच्चाई है या फिर इसके पीछे कुछ और छिपा है, यह अभी साफ नहीं है।