Diwali 2022: इस बार दिवाली पर लगेगा सूर्य ग्रहण, क्या आप सूर्य ग्रहण के दौरान लक्ष्मी पूजा कर सकते हैं? यहां जानिए
सूर्य ग्रहण के दौरान दिवाली मनाएं या नहीं
वैज्ञानिकों की बात करें तो इस बार 24 अक्टूबर 2022 को सूर्य ग्रहण लग रहा है। इस बात को लेकर लोग परेशान हैं कि इस दिन लक्ष्मी पूजा करें या न करें। हिंदुओं में ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है। इसे अशुभ मानते हुए इस दिन शुभ कार्य नहीं होते हैं। वहीं यह भी मान्यता है कि ग्रहण के समय तांत्रिक क्रियाएं होती हैं। ग्रहण कोई भी हो उसे देखना अशुभ माना जाता है। इसलिए इस बार संशय है कि सूर्य ग्रहण के दिन दीवापली पूजन करें या न करें। इसको लेकर ज्योतिषियों और पंडितों के दो मत हैं। ज्योतिषी इसे खगोलीय घटना करार देते हैं, वहीं पंडितों का कहना है कि ग्रहण काल में पूजा-अर्चना वर्जित है।
ग्रहण पर बंद होते हैं मंदिर
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के समय मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और पूजा-अर्चना नहीं की जाती है। इस दौरान देवताओं की प्रतिमाओं को सूर्य ग्रहण से पहले स्नान करवाया जाता है और ग्रहण के बाद दोबारा स्नान करवाने के बाद पूजन शुरू किया जाता है। मान्यता है कि ग्रहण का धरती पर अत्याधिक प्रभाव पड़ता है। इस कारण मनुष्य भी ग्रहण के दौरान घरों में ही रहते हैं ताकि उसके दुष्प्रभाव से बचा जा सके।
Also Read: नवरात्र के दिनों में लगाएं ये पौधा, कभी नहीं होगी घर में रुपयों की कमी
तुलसी ही करती हैं बचाव
ग्रहण के दौरान मंदिरों में देवी-देवताओं की प्रतिमाओं के आसपास और आंखों पर तुलसी की पत्तियां रख दी जाती हैं। इसके पीछे कारण यह है कि देवों को भी ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचाया जा सके। वहीं हिंदू धर्म में भी ग्रहण के दौरान पीने के पानी, दूध व अन्य खाने-पीने की वस्तुओं में तुलसी की पत्तियां रखने की परंपरा है ताकि उन्हें ग्रहण के प्रभाव से सुरक्षित रखा जा सके।
Also Read: अगर आप भी रखती हैं करवा चौथ का व्रत तो इन बातों का रखें ध्यान, जानें कैसे होती है पूजा
इस दिन लगेगा खग्रास सूर्य ग्रहण
दिवाली 25 अक्टूबर 2022 को मंगलवार के दिन है। इस दौरान खग्रास सूर्य ग्रहण लग रहा है। अमावस्या के दिन दीपावली मनाई जाती है। वैसे ही इस दिन सूर्यास्त के बाद यह ग्रहण लग रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार सूर्यास्त के बाद लगने वाले सूर्य ग्रहण का ज्यादा असर नहीं होता है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। वैसे भी दीपावली को सिद्धियों जाग्रत की जाती हैं। इसका इन पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।
नरक चतुर्दशी और दिवाली एक दिन मनेगी
दिवाली कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन मनाई जाती है। इस बार 24 अक्टूबर को शाम 4:44 बजे कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी समाप्त होगी। ऐसे में 24 अक्टूबर को अमावस्या लगने से नरक चतुर्दशी और दीपावली एक साथ मनेगी।
Also Read: इस बार छोटी और बड़ी दीपावली एक साथ, जानें कारण
हमारे Telegram चैनल से जुड़ें और पाएं रोचक व पठनीय सामग्री