Hindi Mahino ke Naam: हिंदी महीनों के नाम चैत्र से फाल्गुन तक, जानिए भारतीय पंचांग के 12 महीनों का महत्व
Hindi months names in Hindu calendar: हिंदी महीनों के नाम और भारतीय पंचांग का महत्व। चैत्र से फाल्गुन तक, जानिए 12 महीनों की विशेषताएँ।
Mar 29, 2025, 16:44 IST
Hindi Mahino ke Naam Hindu nav varsh kab se shuru hota hai: हम अक्सर अंग्रेजी कैलेंडर के महीनों के नाम तो आसानी से बता देते हैं, लेकिन क्या आपको हिंदी महीनों के नाम पता हैं? भारतीय संस्कृति में पंचांग का विशेष महत्व है, जिसे हिंदी कैलेंडर भी कहा जाता है। यह न केवल समय का मापन करता है, बल्कि हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं से भी गहरा जुड़ा हुआ है। पंचांग के अनुसार, वर्ष को 12 महीनों में विभाजित किया गया है, जिनमें से प्रत्येक का अपना विशेष महत्व है।
हिंदी महीनों के नाम (Hindi Mahino ke Naam)
- चैत्र: हिंदू नववर्ष की शुरुआत का प्रतीक, मार्च के मध्य से अप्रैल के मध्य तक।
- वैशाख: हिंदू कैलेंडर का दूसरा महीना, अप्रैल के मध्य से मई के मध्य तक।
- ज्येष्ठ: हिंदी पंचांग का तीसरा महीना, मई के मध्य से जून के मध्य तक।
- आषाढ़: मानसून की शुरुआत का महीना, मध्य जून से मध्य जुलाई तक।
- श्रावण: भगवान शिव को समर्पित महीना, मध्य जुलाई से मध्य अगस्त तक।
- भाद्रपद: हिंदी कैलेंडर का छठा महीना, मध्य अगस्त से मध्य सितंबर तक।
- अश्विन: नवरात्रि और दशहरा का महीना, मध्य सितंबर से मध्य अक्टूबर तक।
- कार्तिक: दीपावली का महीना, मध्य अक्टूबर से मध्य नवंबर तक।
- मार्गशीर्ष: हिंदी कैलेंडर का नौवां महीना, मध्य नवंबर से मध्य दिसंबर तक।
- पौष: हिंदी पंचांग का दसवां महीना, मध्य दिसंबर से मध्य जनवरी तक।
- माघ: हिंदी कैलेंडर का ग्यारहवां महीना, मध्य जनवरी से मध्य फरवरी तक।
- फाल्गुन: हिंदी पंचांग का बारहवां और अंतिम महीना, मध्य फरवरी से मध्य मार्च तक।
हिंदी महीनों का महत्व (Hindi Mahino ka Mahatva)
हिंदी महीनों का महत्व हमारी संस्कृति, परंपराओं और त्योहारों से गहराई से जुड़ा हुआ है। ये महीने न केवल ऋतुओं के बदलाव को दर्शाते हैं, बल्कि हमारे जीवन में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संतुलन भी बनाए रखते हैं। इन महीनों के आधार पर ही व्रत और पर्व निर्धारित किए जाते हैं।