Neelam Ke fayde : ऐसे धारण करना चाहिए नीलम, शनि की साढ़े साती होगी दूर
रत्नशास्त्र के अनुसार कई रत्न ज़िन्दगी में परिवर्तन ला सकते है और आपकी ज़िन्दगी को खुशहाल बना सकते है. ऐसे में नीलम एक प्रमुख रत्न है और इसे शनि ग्रह का रत्न माना जाता है। शनि ग्रह को हिंदू ज्योतिष में न्याय के देवता माना जाता है और नीलम उसका प्रतीक रत्न है।
नीलम को पहनने का मुख्य उद्देश्य शनि की कृपा और संरक्षण को प्राप्त करना होता है।
नीलम को पहनने के कुछ महत्वपूर्ण उपयोग शामिल हैं:
ज्योतिषियों के अनुसार, जिन लोगों की जन्म राशि का स्वामी शनि है, उन्हें नीलम का धारण करना शुभ माना जाता है। यह उन्हें शनि ग्रह के दोषों से बचाने और शनि की कठिनाइयों को कम करने में मदद करता है।
नीलम के उपाय :
नीलम को पहनने से जीवन में स्थिरता, सकारात्मकता और समृद्धि आती है। यह उत्कृष्ट मानसिक स्थिति, आत्मविश्वास, और सामरिक सफलता को प्रोत्साहित करता है। नीलम शिक्षा, ज्ञान, और बुद्धि को बढ़ावा देता है।
इसका धारण करने से विद्यार्थियों को अध्ययन में सफलता मिलती है और उनकी बुद्धि विकसित होती है। शनि ग्रह को नीले रंग का उत्सर्जक माना जाता है और इसे शनि के रंग के साथ सम्बंधित किया जाता है।
शनि ग्रह व्यक्ति के जीवन में सामरिक और आर्थिक बाधाओं, कठिनाइयों और सीमाओं के लिए जाना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में, नीलम को शनि ग्रह के साथ संबंधित रत्न माना जाता है। यह रत्न नीले रंग की होती है और शनि के प्रतीक रत्न के रूप में पहना जाता है।
इसे विशेष रत्न की मान्यता के साथ धारण किया जाता है और इसे विभिन्न प्रभावों और उपयोगों के लिए पहना जा सकता है। नीलम रत्न को शनि ग्रह की शांति, संरक्षण, और सकारात्मकता को प्राप्त करने के लिए पहना जाता है।
शनि ग्रह कमजोर होने की स्थिति में व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जबकि शक्तिशाली शनि की कृपा होने पर सफलता और खुशहाली प्राप्त हो सकती है।
ज्योतिषीय चार्ट में शनि के संयोग के आधार पर उचित रत्न धारण करने की सिफारिश की जाती है।