Apple और Samsung को चुनौती देने आया Google Pixel 8, जानिए क्या है खास

काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार पिछले साल 50 हजार रुपये से ऊपर वाले सेगमेंट में 68 पर्सेंट शेयर के साथ ऐपल टॉप पर रहा।
 

Google Pixel 8 स्मार्टफोन भारत में बनेंगे। इसके लिए कंपनी ने लोकल कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर Dixon Tecnologies के साथ पार्टनरशिप की है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार इस फोन का ट्रायल प्रोडक्शन फेज शुरू हो चुका है।

रिपोर्ट की मानें तो मेड-इन-इंडिया गूगल पिक्सल 8 का पहला बैच सितंबर से उपलब्ध हो जाएगा। डिक्सन की पिक्सल कैपेसिटी हर महीने 1 लाख यूनिट्स की होगी। इसमें से 25 से 30 पर्सेंट डिवाइस को कंपनी एक्सपोर्ट करेगी।

कंपनी की कोशिश है कि वह दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन मार्केट यानी भारत में अपने मार्केट शेयर को बढ़ाए। अभी गूगल ऐपल और सैमसंग से मार्केट शेयर में काफी पीछे है।

भारत में बिकने वाले सभी पिक्सल मॉडल्स में से 80 पर्सेंट पिक्सल 8 मॉडल हैं। गूगल के ये फोन अभी चीन और वियतनाम जैसे एशियाई देशों में बनते हैं।

सरकार की पीएलआई स्कीम का बेनिफिशियरी

बताया जा रहा है कि Padget मोबाइल फोन के लिए सरकार की पीएलआई स्कीम का बेनिफिशियरी है और पिक्सेल डिवाइस बनाने के लिए कंपनी ने गूगल को काफी कॉम्पिटिटिव प्रोडक्शन प्राइस ऑफर किया है।

हालांकि, इस बारे में ऐल्फाबेट, डिक्सन या कॉम्पल की तरफ से अभी कोई ऑफिशियल बयान जारी नहीं किया गया है।

डिक्सन टेक्नोलॉजीज के मैनेजिंग डायरेक्टर अतुल लाल ने 15 मई को ऐनालिस्ट्स को बताया कि कंपनी सितंबर तक कॉम्पल के माध्यम से एक ग्लोबल ब्रैंड के लिए स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर देगी।

इस बारे में उन्होंने अभी कोई और जानकारी नहीं दी है।

ऐपल की तरह भारत में प्रोडक्शन बढ़ाने का टारगेट

एग्जिक्यूटिव्स के अनुसार ऐल्फाबेट का प्लान है कि वह ऐपल की तरह भारत में अपने प्रोडक्शन को बढ़ाए। कहा जा रहा है कि डिक्सन भारत में अपकमिंग पिक्सल मॉडल्स के साथ ही पुराने डिवाइसेज की भी मैन्युफैक्चरिंग करेगा।

ऐल्फाबेट भारत में दूसरे मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर पर भी विचार कर सकता है। पहले आई रिपोर्ट्स के अनुसार गूगल भारत में पिक्सल स्मार्टफोन बनाने के लिए फॉक्सकॉन के साथ बातचीत कर रहा है।

गूगल की कोशिश है कि वह पिक्सल डिवाइसेज के जरिए 50 हजार रुपये से ऊपर वाले सेगमेंट के मार्केट को टारगेट करे।

इस सेगमेंट में आमतौर पर यूजर आईफोन या सैमसंग गैलेक्सी के प्रीमियम डिवाइसेज को ज्यादा पसंद करते हैं।

मार्केट शेयर में ऐपल नंबर 1

काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार पिछले साल 50 हजार रुपये से ऊपर वाले सेगमेंट में 68 पर्सेंट शेयर के साथ ऐपल टॉप पर रहा। इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर 21 पर्सेंट शेयर के साथ सैमसंग था।

वहीं, गूगल पिक्सल के सारे वेरिएंट्स के साथ कंपनी का मार्केट शेयर केवल 1 पर्सेंट ही था। हालांकि, रिसर्चर्स ने कहा कि गूगल ने साल 2023 में इंडिया शिपमेंट को 147 पर्सेट तक बढ़ाया है।

बताते चलें कि इस वक्त मार्केट में मौजूद लगभग सभी iPhone 15 और 15 Plus मॉडल सैमसंग के सुपर प्रीमियम फोन्स की तरह मेड इन इंडिया हैं।