चिंटल्स सोसाइटी: 5 टावरों को गिराने का रास्ता साफ, जिला प्रशासन ने दी हरी झंडी

डीसी निशांत कुमार यादव ने चिंटल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को आईआईटी, दिल्ली की तरफ से रहने के लिहाज से असुरक्षित घोषित टावर डी, ई, एफ, जी और एच को गिराने की मंजूरी दी।
 

गुरुग्राम जिला प्रशासन ने सेक्टर-109 स्थित चिंटल्स पैराडाइसो के असुरक्षित घोषित पांच टावरों को गिराने की मंजूरी सोमवार को चिंटल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को दे दी। टावर गिराने से पहले बिल्डर को फायर विभाग, नगर निगम, हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण विभाग, आपदा प्रबंधन और लेबर विभाग के नियमों की पालना करना अनिवार्य होगा।

इसके लिए बिल्डर को आदेश जारी किए गए हैं। हर 15 दिन में बिल्डर को इन टावर को गिराने से जुड़ी रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपनी होगी।डीसी निशांत कुमार यादव ने चिंटल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को आईआईटी, दिल्ली की तरफ से रहने के लिहाज से असुरक्षित घोषित टावर डी, ई, एफ, जी और एच को गिराने की मंजूरी दी।

डीसी ने अतिरिक्त उपायुक्त, पुलिस उपायुक्त, पीडब्ल्यूडी के अधीक्षक अभियंता, निगम के संयुक्त आयुक्त, डीटीपीई, फायर विभाग उपनिदेशक, प्रदूषण नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी, आपदा प्रबंधन विभाग और लेबर विभाग के अतिरिक्त आयुक्त को भी आदेश जारी किए हैं। 

बिल्डर 150 फ्लैट मालिकों को रकम लौटा चुका

चिंटल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के उपाध्यक्ष जेएन यादव ने बताया कि इन पांच टावर के फ्लैट मालिकों के समक्ष विकल्प एक और विकल्प दो रखे थे। विकल्प एक के तहत करीब 150 फ्लैट मालिकों को राशि रिफंड कर दी है।

विकल्प दो में करीब 50 फ्लैट मालिकों के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि इन टावरों को गिराने के लिए जिला प्रशासन ने पांच विभागों के नियमों की पालना को सुनिश्चित करने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

दो महिलाओं की हुई थी मौत

10 फरवरी, 2022 को डी टावर में छह फ्लैटों के ड्राइंग रूम की छत भरभराकर नीचे गिर गई थी। इसमें दो महिलाओं की मौत हो गई थी।

इसके बाद तुरंत जिला प्रशासन ने सभी टावर का स्ट्रक्चरल ऑडिट करने की जिम्मेदारी आईआईटी, दिल्ली को सौंपी थी।