Lok Sabha Election 2024: हरियाणा में चुनावी सरगर्मी का अभाव, लालपरी के चाहवानों में निराशा
लोकसभा का चुनाव का बिगुल बजने के बावजूद भी राजनीतिक दलों द्वारा प्रत्याशी घोषित न होने के चलते हरियाणा राजनीतिक पारा ठंडा पड़ा है । 10 साल से प्रदेश की सत्ता कमान संभालने वाली भाजपा की ओर से सिर्फ 6 सीटों पर ही चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार घोषित किए गए हैं, जिनमें करनाल लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लोकसभा उम्मीदवार बनाया गया है।
यही नहीं करनाल विधानसभा सीट से मनोहर लाल के त्यागपत्र बाद मुख्यमंत्री नायाब सैनी को विधानसभा उम्मीदवार बनाया गया। इसी प्रकार गुरुग्राम से केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को लगातार तीसरी बार भाजपा ने लोकसभा उम्मीदवार घोषित फरीदाबाद से भी केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को भी लगातार तीसरी बार ही भाजपा उम्मीदवार घोषित किया गया है।
भिवानी महेंद्रगढ़ सीट से वर्तमान सांसद धर्मवीर सिंह को भी लगातार तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा उम्मीदवार घोषित किया है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व आम आदमी पार्टी छोड़कर आए पूर्व सांसद डॉ अशोक तंवर को सिरसा से लोकसभा उम्मीदवार बनाया गया है।
जबकि अंबाला से दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया की धर्मपत्नी बतो कटारिया को लोकसभा उम्मीदवार बनाया गया है। नायब सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनका लोकसभा क्षेत्र कुरुक्षेत्र भी हॉट सीट बन गया है जहां पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से अभी तक कोई भी उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया।
यहां पर इस बात की चर्चाएं जोरों पर है कि पूर्व सांसद नवीन जिंदल की धर्मपत्नी शालू जिंदल को भाजपा अपना उम्मीदवार बना सकती है। इसके अलावा रोहतक से सांसद अरविंद शर्मा के टिकट पर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
यहां कयास लगाए जा रहे हैं बॉलीवुड अभिनेता जाट चेहरा रणदीप हुड्डा को भाजपा चुनाव लड़ा सकती है, क्योंकि पिछले चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अरविंद शर्मा ने यहां से बहुत ही करीबी मुकाबले में जीत दर्ज कर लगातार तीन बार के सांसद दीपेंद्र हुड्डा को हराने का काम किया था।
सोनीपत सीट पर भी भाजपा के मौजूदा सांसद का रिपोर्ट कार्ड अच्छा नहीं बताया जा रहा है, वहां पर भी भारतीय जनता पार्टी किसी जिताउ उम्मीदवार की तलाश में है। इसके अलावा हिसार लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद बृजेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी यहां भी सभी जातिगत समीकरणों के गुणा भाग में लगी हुई है।
यहां पर पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु बड़ा जाट चेहरा, पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई के नामों की चर्चाएं हैं। कांग्रेस के कई बड़े नेता लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर चुके हैं ऐसे में पार्टी द्वारा सभी लोकसभा सीटों पर मजबूत उम्मीदवारों को लेकर गहन मंथन चल रहा है।
इंडिया गठबंधन होने के चलते कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट आम आदमी पार्टी को दे दी गई है। रोहतक लोकसभा सीट से मौजूदा राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा को फिर से लोकसभा चुनाव लड़ाए जाने की प्रबल संभावनाएं हैं।
जबकि गुरुग्राम से कैप्टन अजय यादव चुनाव लड़ने की चर्चाएं भी जोरों पर है। इसी प्रकार भिवानी महेंद्रगढ़ सीट से किरण चौधरी की पुत्री पूर्व सांसद श्रुति चौधरी का लड़ना तय माना जा रहा है।
ऐसे में सिरसा या अंबाला पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा को भी चुनाव लड़ाया जा सकता है, जबकि इससे पूर्व में वे विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुकी हैं।
एक अन्य युवा चेहरा प्रियंका गांधी का करीबी जेएनयू छात्र प्रदीप नरवाल अंबाला और सिरसा अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीटों से उम्मीदवार हो सकते हैं अगर उन्हें सिरसा से चुनाव लड़ाया गया तो जेएनयू के पूर्व दोनों छात्र नेता अशोक तंवर और प्रदीप नरवाल आमने-सामने होंगे।
इसी प्रकार करनाल, फरीदाबाद सीटों पर भी पार्टी द्वारा मजबूत चेहरों पर गहन मंथन किया जा रहा है, वही हिसार लोकसभा सीट से भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए बृजेंद्र सिंह के अलावा संपत सिंह या पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश को भी चुनाव लड़ाया जा सकता है।
यही नहीं हाल ही में कुरुक्षेत्र लोकसभा से पूर्व सांसद राजकुमार सैनी द्वारा भी बिना शर्त इंडिया एलाइंस को समर्थन दिया गया है ऐसे में चर्चाएं हैं कि सोनीपत सीट से राजकुमार सैनी या उनका कोई समर्थन भी चुनाव लड़ सकता है।
चर्चा यह भी है कि पूर्व मुख्यमंत्री पू भूपेंद्र हुड्डा एक बार फिर से यहां पर कांग्रेस के उम्मीदवार हो सकते हैं। हालांकि बीते लोकसभा चुनाव में उन्हें भी हार का मुंह देखना पड़ा था। वही इंडियन नेशनल लोक दल व जननायक जनता पार्टी की ओर भाजपा व कांग्रेस के उम्मीदवार के बाद ही उम्मीदवार घोषित किया जा सकते हैं।
यही नहीं जननायक जनता पार्टी की ओर से करनाल लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल करनाल विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री उम्मीदवार उतारे जाने की चर्चाएं जोरों पर है।
इंडियन नेशनल लोकदल की ओर से एकमात्र चेहरा पार्टी के प्रधान महासचिव ऐलनाबाद के विधायक अभय को कुरुक्षेत्र लोकसभा से उम्मीदवार घोषित किया गया है। जो कि लगभग 20 साल बाद कुरुक्षेत्र लोकसभा में एक बार फिर से किस्मत आजमाएंगे।
इस सीट पर दोनों पिता पुत्र पहले हार का मुंह देख चुके हैं! यही नहीं जननायक जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय चौटाला को कुरुक्षेत्र लोकसभा से चुनाव लड़ जाने की के प्रबल संभावनाएं हैं। ऐसे में चाचा भतीजा एक दूसरे के आमने सामने आ सकते हैं। अन्य राजनीतिक दलों की दुष्यंत और अभय फिलहाल वेट एंड वॉच की स्थिति में है।
लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद भी अभी तक उम्मीदवारों की घोषणा होने के कारण लाल परी के शौकीन अभी मायूस है क्योंकि चुनाव घोषित होने के बाद जैसे ही विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवार प्रचार के लिए उनके क्षेत्र में पहुंचते हैं इस दौरान जहां में बड़े शहरों के अलावा गांव, कस्बों में भी पार्टी कार्यालय खोलते हैं।
इस दौरान जीत के बाद बनने वाले माननीयो के लिए वोटर ही भगवान होता है! ऐसे में अपने भगवान को किसी प्रकार से भी नाराज नहीं करना चाहते।
इसके अलावा प्रत्याशियों द्वारा चुनाव प्रचार में लगाए जाने वाली गाड़ियों में कार्यालय में रखने वाले सेवादारों सहित खाना खाने व बनाने वाले भी टकटकी की लगाकर इंतजार में बैठे है।