शंभू बॉर्डर: किसानों और पुलिस के बीच तनातनी, रेलवे ट्रैक जाम, ट्रेनों का आवागमन बाधित
युवा किसान नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा समेत 3 किसानों की जेल से रिहाई की मांग को लेकर पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने शंभू रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया है।
पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो पुलिस-किसानों की धक्कामुक्की हुई। किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और ट्रैक पर बैठ गए। किसानों ने अंबाला-लुधियाना रेल मार्ग बंद कर दिया है।
इससे अंबाला कैंट से निकलने वाली 36 ट्रेन प्रभावित हुई हैं और 11 ट्रेन रद्द करनी पड़ी। इससे यात्रियों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। किसानों के आंदोलन के चलते जम्मू तवी, वैष्णों देवी, पठानकोट, अमृतसर जाने वाली ट्रेनों के रूट डाइवर्ट किए गए हैं।
प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि जब तक हमारे साथियों को रिहा नहीं किया जाता हम शंभू बार्डर पर डटे रहेंगे। अगर फिर भी रिहाई न हुई तो हम अन्य स्थानों पर भी ट्रेनें रोकेंगे।
हरियाणा पुलिस की गिरफ्त में किसान
गिरफ्तार किसानों को रिहा करने की मांग को लेकर किसानों ने शंभू रेलवे स्टेशन पर किसानों ने पहले नारेबाजी की फिर 12 बजे के बाद से किसान रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। किसान हरियाणा पुलिस द्वारा गिरफ्तार अपने तीन साथियों की रिहाई की मांग कर रहे हैं।
किसानों ने कहा कि एक हफ्ता पहले पंजाब और हरियाणा पुलिस के आलाधिकारियों से बातचीत हुई थी। हमें आश्वासन दिया गया था कि गिरफ्तार किसानों को छोड़ दिया जाएगा लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं किया गया।
आज सिर्फ शंभू स्टेशन पर रेलवे ट्रैक जाम किया गया है लेकिन अगर मांगें नहीं मानी गई, तो पंजाब में कुछ और जगह पर भी रेलवे ट्रैक जाम कर दिए जाएंगे।
बैठक बेनतीजा
वहीं, शंभू ट्रैक बंद करने के बाद पटियाला पुलिस के सीनियर अधिकारी किसान नेताओं से बात करने पहुंचे लेकिन कुछ नतीजा नहीं निकला। किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने बताया कि पटियाला पुलिस प्रशासन ने समय मांगा है।
किसान नेताओं ने कहा कि जब तक हमारे तीन नौजवान साथी हरियाणा पुलिस रिहा नहीं किए जाते है, तब तक किसान रेलवे ट्रैक खाली नहीं करेंगे। पटियाला पुलिस ने कहा था कि हम हरियाणा प्रशासन से बात करेंगे।
तब तक आप रेलवे ट्रैक खाली कर दीजिए। 2 से 5 दिन का समय मांगा था, लेकिन किसान नेताओं ने कहा ट्रैक तभी खाली होंगे, जब हमारे नौजवान रिहा किए जाएंगे।
जेल में बंद किसान की हालत नाजुक
बता दें कि मंगलवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से चेतावनी दी गई थी कि अगर नवदीप सिंह, अनीश खटकड, गुरकीरत सिंह को मंगलवार देर रात तक रिहा नहीं किया गया तो बुधवार को शंभू बॉर्डर पर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया जाएगा।
अनीश खटकड जेल में 28 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं और उसकी हालत गंभीर है, अगर उनके स्वास्थ्य को कोई नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेदारी हरियाणा सरकार की होगी।