UP News: यूपी में मोबाइल फटने से गई बच्ची की जान, जाने इसके पीछे का कारण और बचाव क्या है?
बरेली: UP News: Phone Battery Blast Video: आज के समय में लोग दिन में एक बार बिना खाने के रह सकते हैं पर मोबाइल के बिना नहीं। व्यक्ति चाहे कहीं पर भी रहे जैसे घूमते समय, टीवी देखते समय, वॉशरूम जाते समय, यहां तक की रात में सोते समय भी मोबाइल साथ लेकर ही सोता है। लेकिन क्या आपको पता है यही आदत जान तक ले लेती है।
क्या है मामला
बताया जा रहा है कि पिता ने कुछ समय पहले ही लावा कंपनी का मोबाइल फोन लिया था। बिजली की समस्या होने की वजह से फोन चार्ज नहीं पाता था। जिसके लिए वजह से बाजार से सोलर पैनल खरीदा गया था और ये हादसा हो गया। जिसमें उनकी 8 माह की बेटी नेहा गंभीर रूप से झुलस गई। उसे उपचार के लिए बरेली के जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां जिला अस्पताल की डॉक्टर की टीम ने नेहा को बचाने के लिए उपचार किया। लेकिन बुरी तरीके से जली नेहा की उपचार के दौरान मौत हो गई।
मोबाइल पास रखकर सोने से किन चीजों का रहता है खतरा?
मोबाइल का इस्तेमाल करने से रेडियो फ्रीक्वेंसी निकलती हैं, जो आपके मेटाबॉलिज्म और खानपान पर बुरा असर डाल सकती है। मोबाइल तकिए के नीचे रखकर सोने से ब्रेन डैमेज होने का खतरा हो सकता है। इससे निकलने वाले रेडिएशन से कैंसर और ट्यूमर जैसी खतरनाक बीमारियां भी हो सकती हैं। वहीं चार्ज होते टाइम मोबाइल पर लोड बढ़ जाता है। अगर इस सिचुएशन में कोई कॉल पर बात करे, गेम खेले या सोशल मीडिया चलाए, तो डबल स्पीड से लोड बढ़ेगा और बैटरी ओवरहीट होगी। इससे फटने की आशंका बढ़ सकती है।
क्यों फटते हैं मोबाइल?
बैटरी की वजह से ज्यादातर मोबाइल फोन फटते हैं। बैटरी के फटने का सबसे बड़ा कारण हीट यानी गर्मी है। अब आप सोच रहे होंगे कि बैटरी गर्म होने का रिलेशन मौसम से है, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। दरअसल किसी भी कारण से अगर बैटरी का टेम्प्रेचर बढ़ता है और बैटरी ज्यादा गर्म होती है, तब फोन फटने के चांस होते हैं। कहते हैं जब बैटरी का कोई हिस्सा किसी कारण से बहुत ज्यादा गर्म हो जाता है और जल्दी ठंडा नहीं हो पाता है। तब बैटरी के फटने की संभावना ज्यादा होती है। अच्छे फोन में बैटरी को ठंडा करने के इंतजाम होते हैं, लेकिन सभी फोन में नहीं।
बैटरी के कारण क्यों मोबाइल फटता?
चार्जिंग के समय मोबाइल के आसपास रेडिएशन हाई रहता है। इस कारण बैटरी गर्म हो जाती है। इसलिए यह चार्जिंग के समय बात करने पर ब्लास्ट हो सकती है। यूजर्स की गलतियों की वजह से भी बैटरी ओवरहीट होकर फट जाती है। बैटरी के सेल डेड होते रहते हैं, जिससे फोन के अंदर के केमिकल में चेंजेस होते हैं और बैटरी फट जाती है।
क्या शॉर्ट सर्किट है वजह?
मोबाइल में लगी एक बैटरी में कई तरह की लेयर होती है। कई बार इन बैटरी के लेयर टूट जाते है या इनमें गैप हो जाता है तो बैटरी फूल जाती है। इसके बाद शॉर्ट सर्किट होकर वो फट सकती है।
क्या प्रोसेसर है वजह?
आजकल ज्यादातर मोबाइल हाई-एंड प्रोसेसर वाले होते हैं, जो ज्यादा गर्म होते है। प्रोसेसर बैटरी के पास लगा होता है, जब फोन पर ज्यादा लोड पड़ता है, तो प्रोसेसर गर्म होता है। प्रोसेसर गर्म होकर बैटरी को भी गर्म कर देता है, इसके बाद मोबाइल फटने की संभावना बढ़ जाती है।
प्रोसेसर ठंडा रहे क्या उपाय है?
कुछ स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियां हाई-एंड प्रोसेसर पर हीट सिंक लगा देती है। हीट सिंक प्रोसेसर में पैदा हुई हीट को बैटरी से दूर रखता है और फोन को जल्दी ठंडा कर देता है। जिस मोबाइल फोन पर हीट सिंक नहीं होता, उनमें आग लगने की संभावना ज्यादा होती है।
कैसे टेम्परेचर कंट्रोल रहेगा?
बैटरी, शॉर्ट सर्किट और प्रोसेसर के अलावा हार्डवेयर की दिक्कत के चलते भी फोन ब्लास्ट हो सकता है। इसलिए फोन में कोई भी गड़बड़ी नजर आए, तो उसे तुरंत ठीक करवाएं। बैटरी फूल जाए, तो तुरंत बदलवाएं। मोबाइल गिर जाए या टूट जाए, तो बैटरी में लीकेज की समस्या आ जाती है, जिससे वो फूलती है और आग पकड़ने का खतरा रहता है। डुप्लीकेट बैटरी या चार्जर को यूज न करें। मोबाइल की कोई सिक्योरिटी अपडेट आई हो तो जल्द से जल्द उसे इंस्टॉल करें।
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