Ransomware attacks: नया रैंसमवेयर खतरा मेडुसा अटैक से सावधान, FBI की चेतावनी, जानें बचाव के तरीके

Ransomware attacks 2025: मेडुसा रैंसमवेयर का खतरा बढ़ रहा है। FBI और CISA ने चेतावनी जारी की है। यह डेटा चोरी कर लीक की धमकी देता है। फिशिंग अटैक से सक्रिय, यह 300+ लोगों को निशाना बना चुका है। बचाव के लिए सॉफ्टवेयर अपडेट, MFA, और डेटा बैकअप जरूरी। पासवर्ड सुरक्षा पर भी ध्यान दें।
 
Ransomware attacks: नया रैंसमवेयर खतरा मेडुसा अटैक से सावधान, FBI की चेतावनी, जानें बचाव के तरीके
Ransomware attacks tips to stay safe in Hindi: आजकल एक खतरनाक रैंसमवेयर अटैक का साया मंडरा रहा है, जिसका नाम है मेडुसा। यह साइबर हमला लोगों का डेटा चुराकर उसे ऑनलाइन लीक करने की धमकी देता है। अमेरिका की जांच एजेंसी FBI और साइबरसिक्योरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी (CISA) ने इस खतरे को लेकर सख्त चेतावनी जारी की है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह रैंसमवेयर 2021 से सक्रिय है और हाल के दिनों में इसने सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बनाया है।

Ransomware attacks: डेटा चोरी का नया खेल

FBI की रिपोर्ट के मुताबिक, मेडुसा रैंसमवेयर फिशिंग ईमेल्स के जरिए लोगों को जाल में फंसाता है। यह एक खास वेबसाइट चलाता है, जहां चुराया हुआ डेटा पोस्ट किया जाता है। डेटा चोरी के बाद एक काउंटडाउन शुरू होता है, और अगर तय समय में फिरौती नहीं दी जाती, तो डेटा सार्वजनिक कर दिया जाता है। हैरानी की बात यह है कि काउंटडाउन को सिर्फ एक दिन बढ़ाने के लिए 10,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 8.4 लाख रुपये) मांगे जा रहे हैं। फरवरी 2025 से अब तक यह मेडिकल, शिक्षा, कानूनी सेवाओं, बीमा और तकनीकी क्षेत्रों से जुड़े 300 से ज्यादा लोगों को निशाना बना चुका है।

क्यों होते हैं रैंसमवेयर हमले?

रैंसमवेयर अटैक का मकसद पैसा वसूलना है। इसमें डेटा को चुराया या एनक्रिप्ट किया जाता है, और फिरौती न मिलने पर इसे अनलॉक नहीं किया जाता। कई बार फिरौती देने के बाद भी डेटा वापस मिलने की गारंटी नहीं होती। पिछले कुछ सालों में ऐसे साइबर अपराधों की संख्या तेजी से बढ़ी है, जिससे लोगों में डर का माहौल है।

खुद को सुरक्षित कैसे रखें?

साइबर विशेषज्ञों के अनुसार, रैंसमवेयर से बचने के लिए अपने ऑपरेटिंग सिस्टम, सॉफ्टवेयर और फर्मवेयर को हमेशा अपडेट रखें। ईमेल और अन्य ऑनलाइन सेवाओं के लिए मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) का इस्तेमाल करें। मजबूत और लंबे पासवर्ड बनाएं, और उन्हें समय-समय पर बदलते रहें। साथ ही, अपने जरूरी डेटा का नियमित बैकअप रखें, ताकि हमले की स्थिति में नुकसान से बचा जा सके। ये आसान कदम आपको इस खतरे से सुरक्षित रख सकते हैं।

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