Indian Railway : रेलवे की विकल्प स्कीम का उठाएं लाभ, जानिए डिटेल में?
Haryana News Post : रेल में सफर करने वालों को अक्सर टिकट की मारामारी से जूझना पड़ता है। खासकर त्योहारों के सीजन में। इस समय वेटिंग टिकट वाले इस दुविधा में रहते हैं कि उनका टिकट कन्फर्म होगा या नहीं। लेकिन अब आपको सोचने की जरूरत नहीं है। टिकट कन्फर्म होने का इंतजार करने वाले लोगों के लिए रेलवे की एक विकल्प स्कीम है, जिसका फायदा यात्री कभी भी उठा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इस बारे में।
क्या है विकल्प स्कीम?
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रेलवे यात्रियों को टिकट के लिए विकल्प स्कीम के जरिए एक विकल्प देती है। दरअसल जब हम टिकट वेटिंग में काटते हैं और टिकट कंफर्म नहीं हो तो यात्रा में मुश्किल हो जाती है, लेकिन अगर आपने टिकट के काटने के समय विकल्प स्कीम का चुनाव किया है तो आपको सीट मिल सकती है।
विकल्प योजना 2015 में यह सुनिश्चित करने के लिए शुरू की गई थी कि उपलब्ध बर्थ का बेहतर उपयोग किया जाए। यह किसी भी ट्रेन की प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों को अन्य ट्रेनों में कंफर्म बर्थ चुनने का आॅप्शन देता है। विकल्प योजना के तहत यात्री अधिकतम सात ट्रेनों का विकल्प चुन सकते हैं। मूल रूप से बुक की गई ट्रेन के प्रस्थान समय से 12 घंटे की समयावधि के अंदर चलने वाली ट्रेनों में आप इस योजना के तहत सीट के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
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क्या हैं नियम व शर्तें
ये 'विकल्प' चुनने का मतलब ये नहीं होता कि आपको किसी और ट्रेन में कन्फर्म टिकट मिल ही जाएगी। यह ट्रेन और सीट की उपलब्धता पर निर्भर करता है। इस सुविधा से जुड़े कई नियम भी हैं, जैसे किस स्टेशन से ट्रेन पकड़नी है और कहां तक आपको सीट मिलेगी।
स्कीम के फायदे क्या?
विकल्प योजना सभी ट्रेनों और क्लास के लिए लागू है। यह स्कीम वेटिंग लिस्ट में शामिल सभी यात्रियों के लिए है। भले ही उन्होंने किसी भी कोटे से टिकट बुक की हो। इस योजना के तहत यात्री एक बार में 5 ट्रेनों का विकल्प दे सकता है। यह सुविधा केवल उन यात्रियों के लिए है। जिन्होंने वेटिंग में टिकट बुक किया है और चार्ट बनने के बाद भी उनका नाम वेटिंग लिस्ट में ही था।
कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं लगेगा
अगर यात्री को किसी और ट्रेन में सीट मिल जाती है तो उससे ना तो कोई एक्स्ट्रा किराया लिया जाता है और ना ही किसी अन्य तरह का शुल्क। अगर इस योजना के तहत यात्री को किसी और ट्रेन में टिकट मिल जाती है तो वह फिर उस ट्रेन में सफर नहीं कर सकता। जिसकी टिकट उसने बुक कराई थी। कभी-कभी ऐसा भी हो सकता है कि जिस वैकल्पिक ट्रेन में टिकट मिला है। उसमें कुछ बदलाव हो जाए। हालांकि ऐसा बहुत कम केस में होता है।
रिफंड भी हो सकता क्लेम
यात्रियों को चाहिए कि जिस वैकल्पिक ट्रेन में टिकट मिला है। उसका चार्ट बन जाने के बाद एक बार अपने पीएनआर से दोबारा सीट व कोच को कन्फर्म कर लें। अगर दूसरी ट्रेन में सीट मिलने के बाद यात्री यात्रा नहीं करता है तो वह टीडीआर के माध्यम से रिफंड क्लेम कर सकता है। विकल्प योजना के तहत चुनी गई ट्रेनों को बाद में बदला नहीं जा सकता।