1. Home
  2. Cricket

Rinku Singh Life Story: क्रिकेट खेलने के लिए पिता से पिटे, तंगी भी झेली ऐसी है रिंकू सिंह की इमोशनल स्‍टोरी

Rinku Singh Life Story: क्रिकेट खेलने के लिए पिता से पिटे, तंगी भी झेली ऐसी है रिंकू सिंह की इमोशनल स्‍टोरी
Rinku Singh Success Story: रिंकू सिंह की कहानी काफी मार्मिक है। उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ में जन्मे रिंकू 5 भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर हैं। रिंकू ने किसी समय झाड़ू-पोंछा तक लगाया। पैसे की किल्लत झेली, इसके बावजूद उन्होंने क्रिकेटर बनने का अपना सपना देखना नहीं छोड़ा। 

Who is Rinku Singh: आईपीएल के 16वें सीजन का 14वां मैच बीते दिन अहमदाबाद में गुजरात टाइटंस (जीटी) और कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के बीच एक रोमांचक मुकाबला हुआ।

कोलकाता नाइट राइडर्स टीम के रिंकू सिंह ने यश दयाल के आखिरी ओवर में लगातार पांच छक्के लगाकर केकेआर टीम ने 207 रनों में जीत दर्ज कर ली।  जीत में सबसे बड़ा योगदान रिंकू सिंह का रहा।

तो चलिए जानेंगे रिंकू के बारे में।

एक मैच से सुपरस्टार बने रिंकू

केकेआर के लिए रिंकू सिंह लबे समय से आईपीएल खेल रहे हैं। लेकिन बीते दिन उन्होंने कुछ ऐसा किया जिसे क्रिकेट फैंस शायद ही कभी भूल पाएंगे।

कोलकाता ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 19 ओवर में 7 विकेट पर 176 रन बना लिए थे। आखिरी ओवर में 29 रन की दरकार थी। रिंकू सिंह 16 गेंदों पर 18 जबकि उमेश यादव 5 गेंदों पर 4 रन बनाकर क्रीज पर थे।

कार्यवाहक कप्तान राशिद ने आखिरी ओवर के लिए गेंद यश दयाल को सौंपी। पहली गेंद पर उमेश ने सिंगल लेकर रिंकू को स्ट्राइक दे दी।

रिंकू ने फिर लगातार 5 छक्के लगाते हुए कोलकाता को जीत दिला दी। उन्होंने 21 गेंदों पर नाबाद 48 रन बनाए। जैसे ही जीत मिली, टीम के सभी साथी रिंकू को गले लगाने के लिए दौड़ पड़े।

झाड़ू-पोंछा तक लगाया

रिंकू सिंह की कहानी काफी मार्मिक है। उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ में जन्मे रिंकू 5 भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर हैं। रिंकू ने किसी समय झाड़ू-पोंछा तक लगाया।

पैसे की किल्लत झेली, इसके बावजूद उन्होंने क्रिकेटर बनने का अपना सपना देखना नहीं छोड़ा। अब उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए धुआंधार मैच विजयी प्रदर्शन किया। 

पिता को नहीं पसंद था मेरा क्रिकेट खेलना

एक इंटरव्यू के दौरान रिंकू सिंह ने खुद इस बात का खुलासा किया था कि उनका क्रिकेट खेलना उनके पिता जी को पसंद नहीं था।

रिंकू सिंह के पिता को लगता था कि वह ऐसा कर अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं। इस वजह से उन्हें कई बार अपने पिता के हाथों पिटाई भी खानी पड़ी है।

जब क्रिकेट की वजह से मैंने पहली बार मोटरसाइकल जीता तो मेरे पिता ने मुझे मारना बंद कर दिया था। बता दें कि गुजरात ने 20 ओवर में चार विकेट पर 204 रन बनाए थे।

जिसके जवाब में रिंकू सिंह के पांच छक्कों की बदौलत आखिरी गेंद पर केकेआर ने मुकाबले को अपने नाम कर लिया।


देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें पाने के लिए अब आप HaryanaNewsPost के Google News पेज और Twitter पेज से जुड़ें और फॉलो करें।
whtsapp-img