Success Story: बिहार के रोशन ने गरीबी को हराकर बिहार के अंडर-19 क्रिकेट टीम में बनाई जगह

आठ की उम्र से खेलना शुरू किया क्रिकेट
बिहार की राजधानी पटना में रोशन गुप्ता (Roshan Gupta) का जन्म हुआ था। गरीबी के कारण पिताजी कमाने के लिए हरियाणा चले आए। शहर में आकर कमाई करना कोई आसान काम नहीं था।
इसलिए मजबूरी बस रिक्शा चलाने लगे। परिवार काफी गरीब था बेटे की पढ़ाई के ऊपर खर्च करना मुश्किल काम था।
इस कारण रोशन गुप्ता (Roshan Gupta) का एडमिशन सरकारी स्कूल में करवा दिया गया लेकिन उसका मन पढ़ाई से ज्यादा क्रिकेट खेलने में लगता था।
आस पड़ोस के लोग रोशन को देख कर कहा करते थे कि पता नहीं कैसा बच्चा है। दिनभर खेलते ही रहता है। पढ़ने का नाम तक नहीं लेता।
रोशन गुप्ता बताते हैं कि फरीदाबाद से मैंने मैट्रिक परीक्षा पास की है। 8 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। पहले मैं एक गली क्रिकेट अर्थात लोकल लड़कों के साथ खेला करता था।
पिता ने किया सपोर्ट
Roshan Gupta कहते हैं कि जब भी बचपन में क्रिकेट खेलता था। तो आस पड़ोस के लोग पिताजी को शिकायत करने आते थे लेकिन पापा ने मुझे कभी क्रिकेट खेलने के लिए नहीं डांटा।
वह हमेशा मुझे सपोर्ट करते रहे। गरीबी के कारण मेरे पास खेलने के लिए एक अच्छा क्रिकेट बैट तक नहीं था।
मैं जानता था कि हार मान गया तो चूक जाऊंगा जीवन में कभी कुछ नहीं कर पाऊंगा। एक दिन की बात है मेरे एक दोस्त ने मुझे बताया कि हरियाणा अंडर-19 टीम में सिलेक्शन के लिए ट्रायल चल रहा है।
तुम अच्छा खेलते हो तुम्हें ट्रायल देना चाहिए। 2018 में मैंने ट्रायल दिया था। सफल नहीं हो पाया। इसी बीच में साल 2019 में बिहार क्रिकेट टीम के लिए ट्रायल टेस्ट दिया और उस में Roshan Gupta सिलेक्ट हो गया।
रोशन कहते हैं कि आज मैं बहुत खुश हूं क्योंकि मेरा सिलेक्शन बिहार अंडर-19 क्रिकेट टीम में हुआ है।
रोशन की सफलता के पीछे इन लोगों का योगदान
बता दें, सारण में तीन मैचों की फ्रेंडशिप शृंखला बिहार और वाराणसी के बीच त्रिशूल क्रिकेट मैदान सारण में खेला गया था।
इस मैच में बिहार की तरफ बेहतर खेल का प्रदर्शन दिखाते हुए रोशन कुमार (Roshan Gupta) ने 76 रन बनाए।
अंडर-19 बिहार के पहले मैच में कमेटी की ओर से रोशन को 'मैन आॅफ द मैच' से सम्मानित किया गया। रोशन कहते हैं कि उनके लिए यहां तक का सफर आसान नहीं था।
परिवार के साथ के बिना उनका यहां तक पहुंचना आसान नहीं था। रोशन केएम कान्वेंट स्कूल के चेयरमैन शेर खान और नवागढ़ी समाजिक मंच ग्रुप को शुक्रिया कहते हैं।
Roshan Gupta के मुताबिक उनकी सफलता के पीछे इन लोगों का अहम योगदान है।
देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें पाने के लिए अब आप HaryanaNewsPost के Google News पेज और Twitter पेज से जुड़ें और फॉलो करें।