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Aaj Ka Rashifal: 21 जनवरी 2023 काे कैसा रहेगा आपका दिन, जानिए अपनी राशि का पूरा ब्‍यौरा

Aaj Ka Rashifal: 21 जनवरी 2023 काे कैसा रहेगा आपका दिन, जानिए अपनी राशि का पूरा ब्‍यौरा

Aaj Ka Rashifal: आज 21 जनवरी, 2023 है। आइए जानते हैं कि मेष से मीन राशि के जातकों का दिन कैसा रहेगा। ग्रह गोचर और शुभ मूहुर्त का समय क्‍या है। यहां आपको Yearly Horoscope 2023 दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाले पंचांग का ब्‍यौरा उपलब्‍ध है।

Aaj Ka Rashifal: आचार्य  नीरज  पाराशर (वृन्दावन) वाले आपको बता रहे हैं कि आज का भविष्‍य फल कैसा रहेगा। ग्रह गोचर और शुभ मूहुर्त का समय क्‍या है। यहां आपको Yearly Horoscope 2023 दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाले पंचांग का ब्‍यौरा उपलब्‍ध है। यहां आपको Horoscope और Astrology के साथ-साथ Aaj Ka Panchang पढ़ने को मिलेगा। वहीं एस्ट्रोलॉजी टिप्स और शुभ मुहूर्त तथा नक्षत्र और दिशाशूल के बारे में भी बताया जाएगा। 

दैनिक राशिफल

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

मेष

यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कारोबार से संतुष्टि रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। प्रयास सफल रहेंगे। बुद्धि का प्रयोग करें। प्रमाद न करें। निवेश से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय में उत्साह से काम कर पाएंगे। भाग्य अनुकूल है, जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी।

वृष

किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा पाएंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। लेन-देन में सावधानी रखें। लाभ होगा।

मिथुन

आंखों का विशेष ध्यान रखें। चोट व रोग से बचाएं। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय बनी रहेगी। नौकरी में कार्यभार रहेगा। थकान महसूस होगी। सहकर्मी सहयोग नहीं करेंगे। चिंता रहेगी।

कर्क

आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी। बनते कामों में बाधा उत्पन्न होगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। काम में मन नहीं लगेगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेंगे।

सिंह

आय में निश्चितता रहेगी। शत्रु शांत रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। दौड़धूप की अधिकता का स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ेगा। थकान व कमजोरी रह सकती है। वाणी में कड़े शब्दों के इस्तेमाल से बचें। दूसरों की बातों में नहीं आएं।

कन्या

स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। मनपसंद रोजगार मिलेगा। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कर्ज समय पर चुका पाएंगे। बैंक-बैलेंस बढ़ेगा। नौकरी में चैन रहेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। तनाव रहेगा।

तुला

वाणी में शब्दों का प्रयोग सोच-समझकर करें। प्रतिद्वंद्विता में कमी होगी। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। व्यापार में वृद्धि होगी। स्त्री वर्ग से समयानुकूल सहायता प्राप्त होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

वृश्चिक

वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में सावधानी रखें। विशेषकर गृहिणियां लापरवाही न करें। आवश्यक वस्तुएं गुम हो सकती हैं। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। किसी व्यक्ति की बातों में न आएं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे।

धनु

धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश लाभ देगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जल्दबाजी से हानि संभव है।

मकर

बिगड़े काम बनेंगे। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। कोई पुराना रोग बाधा का कारण हो सकता है। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। विरोध होगा। आर्थिक नीति में परिवर्तन होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। तत्काल लाभ नहीं होगा।

कुंभ

व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। रोजगार मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देगा। बुद्धि का प्रयोग करें। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। काम में मन नहीं लगेगा। विवाद न करें।

मीन

जल्दबाजी व लापरवाही से हानि होगी। राजकीय कोप भुगतना पड़ सकता है। विवाद न करें। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। बिछड़े मित्र व संबंधी मिलेंगे। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में सहकर्मी सहयोग करेंगे। लाभ होगा। कोई अनहोनी होने की आशंका रहेगी।

दिनाँक:- 21/01/2023, शनिवार

अमावस्या, कृष्ण पक्ष,
माघ 
""""""""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)

तिथि--------    अमावस्या    26:22:17     तक 
पक्ष-------------------------    कृष्ण
नक्षत्र---------पूर्वाषाढा    09:39:13
नक्षत्र-------उत्तराषाढा    30:28:42
योग------------    हर्शण    14:33:20
करण----------चतुष्पद    16:20:28
करण------------    नाग    26:22:17
वार-----------------------    शनिवार
माह------------------------     माघ
चन्द्र राशि----------धनु    14:52:06
चन्द्र राशि--------------------मकर    
सूर्य राशि--------------------  मकर
रितु------------------------    शिशिर
आयन------------------    उत्तरायण
संवत्सर-------------------    शुभकृत
संवत्सर (उत्तर)----------------------नल
विक्रम संवत----------------    2079
गुजराती संवत--------------    2079 
शक संवत------------------    1944 

वृन्दावन 

सूर्योदय---------------    07:11:25    
सूर्यास्त---------------    17:49:40
दिन काल-------------    10:38:14    
रात्री काल-------------    13:21:29
चंद्रास्त----------------    17:13:01    
चंद्रोदय----------------    31:30:37

लग्न---- मकर 6°33' , 276°33'

सूर्य नक्षत्र-------------    उत्तराषाढा    
चन्द्र नक्षत्र----------------    पूर्वाषाढा
नक्षत्र पाया-------------------- ताम्र 

पद, चरण 

ढा----    पूर्वाषाढा    09:39:13

भे----    उत्तराषाढा    14:52:06

भो----    उत्तराषाढा    20:04:30

जा----    उत्तराषाढा    25:16:39

जी----    उत्तराषाढा    30:28:42

ग्रह गोचर

ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
==========================
सूर्य=मकर   06 : 29  उ oषाo  ,      3        जा 
चन्द्र =धनु 25°:23, पू oषाo      ,       3       भा 
बुध =धनु 14°: 34'  पूo षा o   '     1         भू 
शुक्र=मकर 28°05,  धनिष्ठा     '      2         गी 
मंगल=वृषभ  09°30  ' रोहिणी'       2         वा 
गुरु=मीन  09°30 '   उ o भा o,        2        थ 
शनि=मकर 00°43 '      धनिष्ठा   '     3       गु       
राहू=(व) मेष  15°00     भरणी ,       1       ली 
केतु=(व) तुला 15°00   स्वाति ,     3          रो 

शुभा$शुभ मुहूर्त

राहू काल    09:51 - 11:11    अशुभ
यम घंटा    13:50 - 15:10    अशुभ
गुली काल    07:11 - 08:31 अशुभ 
अभिजित    12:09 - 12:52    शुभ
दूर मुहूर्त    08:37 - 09:19    अशुभ
वर्ज्यम    16:36 - 17:59    अशुभ

चोघडिया, दिन

काल    07:11 - 08:31    अशुभ
शुभ    08:31 - 09:51    शुभ
रोग    09:51 - 11:11    अशुभ
उद्वेग    11:11 - 12:31    अशुभ
चर    12:31 - 13:50    शुभ
लाभ    13:50 - 15:10    शुभ
अमृत    15:10 - 16:30    शुभ
काल    16:30 - 17:50    अशुभ

चोघडिया, रात

लाभ    17:50 - 19:30    शुभ
उद्वेग    19:30 - 21:10    अशुभ
शुभ    21:10 - 22:50    शुभ
अमृत    22:50 - 24:30*    शुभ
चर    24:30* - 26:11*    शुभ
रोग    26:11* - 27:51*    अशुभ
काल    27:51* - 29:31*    अशुभ
लाभ    29:31* - 31:11*    शुभ

होरा, दिन

शनि    07:11 - 08:05
बृहस्पति    08:05 - 08:58
मंगल    08:58 - 09:51
सूर्य    09:51 - 10:44
शुक्र    10:44 - 11:37
बुध    11:37 - 12:31
चन्द्र    12:31 - 13:24
शनि    13:24 - 14:17
बृहस्पति    14:17 - 15:10
मंगल    15:10 - 16:03
सूर्य    16:03 - 16:56
शुक्र    16:56 - 17:50

होरा, रात

बुध    17:50 - 18:56
चन्द्र    18:56 - 20:03
शनि    20:03 - 21:10
बृहस्पति    21:10 - 22:17
मंगल    22:17 - 23:24
सूर्य    23:24 - 24:30
शुक्र    24:30* - 25:37
बुध    25:37* - 26:44
चन्द्र    26:44* - 27:51
शनि    27:51* - 28:58
बृहस्पति    28:58* - 30:04
मंगल    30:04* - 31:11

उदयलग्न प्रवेशकाल

मकर   > 05:46   से 07:34   तक
कुम्भ   > 07:34   से  09:14  तक
मीन    > 09: 14   से  10:34 तक
मेष     > 10:34    से  12:16  तक
वृषभ   > 12:16   से  16:34   तक 
कर्क    > 16:34   से  18:46   तक
सिंह    >  18:46   से 21:00    तक
कन्या  > 21:00    से  11:10   तक
तुला   >  11:10    से   02:18  तक
वृश्चिक > 02:18   से  03:28  तक
धनु     > 03:28   से   05:38  तक

विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय) संस्कार

(लगभग-वास्तविक समय के समीप) 
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो  लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

अग्नि वास ज्ञान

यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

15 + 15 + 7  + 1 = 38 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

ग्रह मुख आहुति ज्ञान

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

केतु ग्रह मुखहुति

शिव वास एवं फल

30 + 30 + 5 = 65  ÷ 7 =  2 शेष

गौरी सन्निधौ = शुभ कारक

भद्रा वास एवं फल

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

विशेष जानकारी

*शनिश्चरी अमावस्या

*देव पितृकार्य अमावस्या

*मौनी अमावस्या 

*दाऊजी जी झांकी श्री राधाबल्लभ जी

*श्री बलभद्र भट्टाचार्य पाटोत्सव

*सर्वार्थ सिद्धि योग 30:29तक 

*विश्व वानकी दिवस

शुभ विचार

धनिकः श्रोत्रियो राजा नदी वैद्यस्तु पञ्चमः ।
पञ्च यत्र न विद्यन्ते न तत्र दिवसं वसेत् ।।
।। चा o नी o।।

ऐसे जगह एक दिन भी निवास न करें जहाँ निम्नलिखित पांच ना हो:
एक धनवान व्यक्ति ,
एक ब्राह्मण जो वैदिक शास्त्रों में निपुण हो,
एक राजा,
एक नदी ,
और एक चिकित्सक।

सुभाषितानि

गीता -: विभूति योग अo-10

सर्गाणामादिरन्तश्च मध्यं चैवाहमर्जुन ।,
अध्यात्मविद्या विद्यानां वादः प्रवदतामहम्‌ ॥,

हे अर्जुन! सृष्टियों का आदि और अंत तथा मध्य भी मैं ही हूँ।, मैं विद्याओं में अध्यात्मविद्या अर्थात्‌ ब्रह्मविद्या और परस्पर विवाद करने वालों का तत्व-निर्णय के लिए किया जाने वाला वाद हूँ॥,32॥,

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