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Career in fisheries : मत्स्य पालन में बनाए करियर बनाने का मौका

Career in fisheries : मत्स्य पालन में बनाए करियर बनाने का मौका
विशेष रूप से अनुसूचित जाति के युवाओं के लिए मत्स्य पालन विभाग के अफसरों ने विशेष योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत प्रशिक्षुओं को आर्थिक सहायता दी जाती है।

Haryana News Post : Fisheries  : प्रदेश में बेरोजगार युवाओ के लिए खुशखबरी हैं। प्रदेश सरकार ने स्वरोजगार अपनाने प्रदेश में बेरोजगार युवाओ के लिए खुशखबरी हैं। प्रदेश सरकार ने स्वरोजगार अपनाने वाले युवाओं को मत्स्य पालन में (Career in fisheries ) अनुदान दे रही है।

युवा मत्स्य पालन को अपनाकर खुद अच्छी आमदानी कमा सकते हैं और दूसरों को भी रोजगार दें सकते हैं। प्रदेश सरकार ने गाइडलाइन जारी कर सभी जिले के उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे युवाओं को मत्स्य पालन के लिए प्रोत्साहित करें। Career in fisheries  मत्स्य पालन के लिए मत्स्य विभाग की और से युवाओं को प्रशिक्षण भी दिया जाता है। अनुसूचित जाति के युवाओं के लिए योजना है खास 

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विशेष रूप से अनुसूचित जाति के युवाओं के लिए मत्स्य पालन विभाग के अफसरों ने विशेष योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत प्रशिक्षुओं को आर्थिक सहायता दी जाती है।


युवाओं को मत्स्य पालन का 10 दिन की ट्रेनिंग देकर पंचायतों में तालाब भी पट्टे (Career in fisheries )  पर दिलवाए जाते हैं। (Career in fisheries ) विभाग के अधिकारियों द्वारा मत्स्य पालन के दौरान आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए भी युवाओं का सहयोग किया जाता है।


प्रोत्साहन संग यह दे रहे अनुदान 

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विभाग द्वारा दिए जाने वाले दस दिन के प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को प्रतिदिन 100 रुपये जेब खर्च भी दिया जाता है। ट्रेनिंग के बाद विभाग की तरफ से युवाओं का रजिस्ट्रेशन कर प्रथम वर्ष के पट्टे के लिए 50 हजार रुपये प्रार्थी को अनुदान दिया जाता है। यह अनुदान दो हेक्टेयर भूमि तक ही दिया जाता है।


ढाई एकड़ की एक यूनिट होती है। दूसरे और तीसरे वर्ष की पट्टे की राशि का 25 प्रतिशत अनुदान अनुसूचित और जनजाति के प्रार्थी युवाओं को दिया जाता है। (Career in fisheries )  प्रार्थी मछली पकडऩे और जाल खरीद कर रोजगार फार्म करता है तो मत्स्य पालन विभाग जाल की खरीद पर 10 हजार रुपये या जाल की कीमत का 50 प्रतिशत जो भी कम हो का अनुदान दिया जाता है।


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