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Vastu Tips: जानिए घर में किन जगहों पर नहीं लगाना चाहिए केले का पेड़, नहीं तो दरिद्रता का रहता है वास

Vastu Tips: जानिए घर में किन जगहों पर नहीं लगाना चाहिए केले का पेड़, नहीं तो दरिद्रता का रहता है वास
Banana Tree remedy: वास्तु शास्त्र मुताबिक घर में केले के पेड़ को कभी भी पूर्व-दक्षिण के मध्य स्थान (आग्नेय कोण), दक्षिण दिशा के अलावा पश्चिम दिशा में नहीं लगाना चाहिए। माना जाता है कि इस दिशा में लगाने से पूर्ण फल की प्राप्त नहीं होती है। घर के मुख्य द्वार के सामने केले का पेड़ नहीं लगाना चाहिए।

Prosperity Vastu Tips: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे की तरह केले के पेड़ को शुभ माना जाता है। केले के पेड़ में भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति का वास होता है। बृहस्पति सुख, समृद्धि, आत्म-संयम, सात्त्विकता, आध्यात्मिकता और दाम्पत्य सुख का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं अगर केले का पेड़ घर में गलत जगह लगा दिया जाता है या उसकी देखभाल ठीक ढंग से नहीं की जा रही है, तो व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे बताया गया है कि केले के पेड़ को किस दिशा में बिल्कुल नहीं लगाना चाहिए। आइए जानते हैं इस बारे में।

 

किस दिशा में नहीं लगाना चाहिए केले का पेड़

 

वास्तु शास्त्र मुताबिक घर में केले के पेड़ को कभी भी पूर्व-दक्षिण के मध्य स्थान (आग्नेय कोण), दक्षिण दिशा के अलावा पश्चिम दिशा में नहीं लगाना चाहिए। माना जाता है कि इस दिशा में लगाने से पूर्ण फल की प्राप्त नहीं होती है। घर के मुख्य द्वार के सामने केले का पेड़ नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा आने पर अड़चन पड़ती है। वास्तु शास्त्र अनुसार घर में केले का पेड़ लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसके आस पास किसी भी तरह के कांटेदार पेड़-पौधे न लगाएं। फिर चाहे वो गुलाब का पेड़ ही क्यों न हो।

इन बातों का रखें ध्यान?

शुभ फल पाने के लिए केले के पेड़ के आसपास की जगह को हमेशा साफ रखें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती हैं।

वास्तु अनुसार अगर केले के पेड़ की कोई पत्ता सूख गया हो या फिर खराब हो गया हो, तो उसे तुरंत काट दें। केले के पेड़ में हमेशा साफ पानी डालें। बर्तन और कपड़े धोने से बचा हुआ पानी न डालें। क्योंकि केले के पेड़ में भगवान विष्णु वास करते हैं। ऐसे में गंदा पानी डालने से वह रुष्ट हो सकते हैं।

केले के पेड़ में जल चढ़ाते समय इस बात का ध्यान रखें कि वह जल्द स्नान के बाद बचा वाला न हो।

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