Health Tips : इन लक्षणों से पहचाने आपको ब्लड शुगर है या नहीं, जानिए कैसे?
Blood Sugar : शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने के कारण नर्व्स डैमेज होने लगती है और सकुर्लेशन भी खराब होने लगता है जिसके चलते डायबिटिक अल्सर की समस्या का सामना करना पड़ता है। शरीर में इंसुलिन का हाई लेवल इन घावों को भरने नहीं देता।
Haryana News Post : Diabetes : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को फिजिकल एक्टिविटी(physical activity) के लिए बहुत कम समय मिल पाता है। जिसके चलते डायबिटीज मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
लेकिन डायबिटीज के शुरूआती लक्षणों को पहचानकर और अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करने से आप इस बीमारी से बच सकते हैं। वहीं डायबिटीज(Diabetes) की समस्या होने परे इसके लक्षण दिखने लगते हैं। जी हां डायबिटीज होने पर स्किन पर कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। तो चलिए जानेंगे डायबिटीज होने पर स्किन में क्या बदलाव नजर आते हैं।
स्किन का रंग बदलना
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इसे एसेंथोसिस निगरिकन्स(Acanthosis Nigricans) कहा जाता है। इसके कारण स्किन का रंग बदलने लगता है और स्किन काली,मखमली दिखने लगती है। डायबिटीज की समस्या होने पर स्किन पर भूरे, काले रंग के धब्बे बनने लगते हैं जो छूने में काफी मखमली लगते हैं। ये धब्बे गर्दन, बगल, कमर, हाथ, कोहनी औप घुटनों पर हो सकते हैं।
डायबिटिक छाले होना
हालांकि यह समस्या काफी रेयर है लेकिन डायबिटीज के छाले उन मरीजों में होते हैं जो पहले से ही डायबिटिक न्यूरोपैथी से प्रभावित होते हैं। डायबिटिक न्यूरोपैथी में अनियंत्रित डायबिटीज आपकी नसों को प्रभावित कर सकता है और नुकसान पहुंचा सकता है। ये छाले उंगलियों, हाथ, पैर की उंगलियों, टांगों पर हो सकते हैं और अपने आप ही ठीक भी हो जाते हैं।
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डायबिटिक अल्सर होना
शरीर में ब्लड शुगर(blood sugar) लेवल बढ़ने के कारण नर्व्स डैमेज होने लगती है और सकुर्लेशन भी खराब होने लगता है जिसके चलते डायबिटिक अल्सर की समस्या का सामना करना पड़ता है। शरीर में इंसुलिन का हाई लेवल इन घावों को भरने नहीं देता।
ऐसे में इन खुले घावों को डायबिटिक अल्सर कहा जाता है और पैरों में इस समस्या का सबसे ज्यादा सामना करना पड़ता है। ये खुले घाव स्थायी क्षति का कारण बन सकते हैं और इलाज न करने पर शरीर के अंगों को काटने तक की नौबत आ सकती है।
चेहरे पर सूजन और लाल स्किन
ऐसा बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से होता है। क्योंकि इसकी वजह से स्किन में जलन होती है जिससे आपकी स्किन ज्यादा गर्म, सूजी हुआ और लाल पड़ने लगती है। इसके अलावा बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से काफी ज्यादा दर्द का सामना करना पड़ता है।
चकत्ते और फफोले पड़ना
ये फंगल इंफेक्शन के कारण होता हैं। कैंडिडा एल्बीकैंस(candida albicans) के कारण होने वाला यीस्ट जैसा फंगल इंफेक्शन डायबिटीज के लोगों को प्रभावित करने वाला सबसे आम फंगल इंफेक्शन है। इस फंगस के कारण स्किन पर चकत्ते पड़ना और फफोले की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। सबसे आम फंगल इंफेक्शन में शामिल हैं- उंगलियों के बीच होने वाला इंफेक्शन, वजाइनल इंफेक्शन, खुजली और दाद।
खुजली की समस्या होना
यह डायबिटीज के मरीजों में स्किन पर होने वाली सबसे आम समस्या है। ऐसा शरीर में खराब सकुर्लेशन, शुष्क त्वचा और इंफेक्शन के कारण होता है खासतौर पर पैर के निचले हिस्से में।
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