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Pest Control in Mango: आम की फसल की अभी से करें देखभाल, इन कीटों से बचाकर किसान ले सकते हैं बंपर पैदावार

Pest Control in Mango: आम की फसल की अभी से करें देखभाल, इन कीटों से बचाकर किसान ले सकते हैं बंपर पैदावार
Mango Farming: आम सबके लिए पसंदीदा फल है। लेकिन अच्छे स्वाद के लिए अच्छी देखभाल भी जरुरी है, कुछ ही दिनों में आम में कोहर/बौर आना प्रारम्भ हो जायेंगे ऐसे में हमें फूल आने से लेकर फलों की तुड़ाई तक की पूरी प्रबंधन की जानकारी होनी जरुरी है।  

लाडवा ( कुरुक्षेत्र ) डॉ  शिवेंदु प्रताप सिंह सोलंकी : Pest control on mango tree : आम हो या खास, सभी को आम खाना पसंद है। किसान बड़ी मेहनत से इस फसल की तैयारी करते हैं। लेकिन कई बार छोटी भूल के कारण फसल खराब हो जाती है। कीटों के कारण आम के बौर पनपने के साथ ही टूट जाते हैं। इससे फसल की पैदावार पर भी असर पड़ता है।

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आम पर मीली बग का प्रकोप

इस लेख के माध्यम से हम आम में कीट एवं रोग प्रबन्धन विषय पर कुछ जानकारी साझा करेंगे। मीली बग का प्रकोप होने पर डाएमेथोएट 30 ई.सी. या क्विनाल्फोस 25 ई.सी./ 1.5 मीली लीटर या प्रोफेनोफोस 1 मिली /लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करना चाहिए। हॉपर या चेपा कीट बहुत संख्या में हो जाते है अतः आवश्यक है कि सूर्य का प्रकाश बाग में जमीन तक पहुचे जहां पर बाग घना होता है वहां भी इन कीटों की संख्या ज्यादा होती है।

पेड़ पर जब कोहर/बौर आते है तो ये बोर इन कीटों के लिए बहुत ही अच्छे खाद्य पदार्थ होते है जिनकी वजह से इन कीटों की संख्या में भारी वृद्धि हो जाती है। इन कीटों की उपस्थिति का दूसरी पहचान यह है कि जब हम बाग के पास जाते है तो झुंड के झुंड कीड़े भिनभिनाते हुए पास आते है।

बौर झड़ने से कैसे बचाएं

यदि इन कीटों को प्रबंन्धित न किया जाय तो ये बौर से रस चूस लेते है तथा बौर झड़ जाता है। जब प्रति बौर 10-12 चेपा दिखाई दे तब हमें इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस.एल.  1 मीली दवा/ 2 लीटर पानी में घोल कर छिडकाव करना चाहिए। यह छिड़काव फूल खिलने से पूर्व करना चाहिए अन्यथा बाग में आने वाले मधुमक्खी व अन्य परागण करने वाले किड़े प्रभावित होते है जिससे परागण कम होता है तथा उपज प्रभावित होती है।

पाउडरी मिल्डयू के लिए दवा

पाउडरी मिल्डयू (बौर एवं पत्तियों पर सफेद रंग का पाउडर दिखे तो) रोग के प्रबंधन के लिए आवश्यक है कि बोर आने के पूर्व घुलनशील गंधक  2 ग्राम / लीटर पानी मे घोलकर छिड़काव करना चाहिए।

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जब पूरी तरह से फल लग जाय तब इस रोग के प्रबंधन के लिए हेक्साकोनाजोल 1 मीली/ लीटर  पानी में घोलकर छिडकाव करना चाहिए।

छोटे फल गिरने से रोकने के लिए क्‍या करें

आम के छोटे फल को गिरने से रोकने के लिए आवश्यक है कि प्लेनोफिक्स 1 मी.ली. /4 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करना चाहिए। गुछ्छा-मुच्छा रोग से ग्रस्त बौर को काट कर हटा देना चाहिए।

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आम के फल जब मटर के दाने के बराबर हो जाये तो सिंचाई प्रारम्भ कर देना चाहिए,उसके पहले बाग में सिंचाई नहीं करना चाहिए अन्यथा फूल झड़ सकते है।

इसका करें छिड़काव

फल के मटर के दाने के बराबर हो जाने के बाद बाग की मिट्टी को हमेशा नम रहना आवश्यक है साथ ही मटर के दाने के आकार का फल बन जाने से फल की तुड़ाई के 20 दिन पहले तक 15-15 दिन के अंतराल में बोरोन एवं कैल्शियम का छिड़काव जरूर करें जिससे फल फटने की समस्या नहीं आती।

आम के फल को मक्खी से बचाएं

जहां पर फल मक्खी के समस्या गंभीर हो वहां, जैसे ही फल मटर के दाने के आकार का हो इसके नियंत्रण के लिए फ्रूट फ्लाई फेरोमन ट्रैप : 16  ट्रैप / एकड़ की दर से प्रयोग करना चाहिए। आम के बाग के आस-पास यदि ईट के भट्टे हो तो आम के फल का निचला हिस्सा काला पड. जाता है या फल फटने की समस्या पाई जाती है इसके नियंत्रण के लिए आवश्यक है कि बोरेक्स  6 ग्राम / लीटर का छिड़काव अप्रैल माह के अंत में करना चाहिए।

तना छेदक कीट का प्रबंधन

बाग में यदि तना छेदक कीट या पत्ती काटने वाले कीट की समस्या हो तो क्विनालफोस 25 ई.सी.  2 मीली दवा /लीटर पानी मे घोलकर छिड़काव करना चाहिए। रोकथाम के तौर पर कोहर/बौर आने से पूर्व एक छिड़काव घुलनशील सल्फर का  2 ग्राम/ लीटर या हेक्सकोनाजोल २ मिली प्रति लीटर के हिसाब से कर दें।  जिससे आगे बौर पर फफूंदी का प्रकोप न हो

(लेखक विषय वस्तु विशेषज्ञ, उप उष्ण कटिबंधीय फल केंद्र, बागवानी विभाग, लाडवा ( कुरुक्षेत्र ) में कार्यरत हैं।)

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