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Top Moong Variety: गर्मी में बिजाई के लिए ये हैं मूंग की उन्नत किस्में, अच्छी पैदावार के साथ देगी पूरा लाभ

Top Moong Variety: गर्मी में बिजाई के लिए ये हैं मूंग की उन्नत किस्में, अच्छी पैदावार के साथ देगी पूरा लाभ 
Mung bean cultivation: आज हम आपको मूंग की उन्नत किस्मों की जानकारी देंगे। आप मूंग की खेती कैसे करें ताकि अच्छी पैदावार हो। आपको बात दें कि स्टार-444 मूंग किस्म, एमएच-1142 मूंग किस्म, एसआरपीएम-26 (विजेता) मूंग किस्म, SVM-88 मूंग किस्म, आईपीएम 205-07 (विराट) मूंग किस्म, मूंग की उन्नत किस्में हैं। इनको लगा कर आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। 

करनाल, Moong ki kheti: मूंग एक महत्वपूर्ण खाद्य फसल है और इसके कई प्रकार होते हैं, जो अलग-अलग भारतीय राज्यों और क्षेत्रों में उगाए जाते हैं। यहाँ मूंग की 5 टॉप किस्में हैं। यह सभी मूंग की किस्में विभिन्न भागों में उपलब्ध होती हैं और उनकी उगाई उपयुक्त भूमि, जलवायु, और रोग प्रतिरोधक्षमता के आधार पर की जाती है।

मूंग की किस्म पूसा 161 

यह एक प्रमुख मूंग की किस्म है जो अच्छी उत्पादकता, अच्छी बीज क्षमता, और अच्छे गुणवत्ता वाली दाल उत्पन्न करती है। यह अधिकतर क्षेत्रों में पसंद की जाती है और अन्य किस्मों के मुकाबले अधिक उत्पादक है।

पंजाब समृद्धि

यह किस्म मुख्य रूप से पंजाब राज्य में उगाई जाती है और अच्छी उत्पादकता के साथ-साथ अच्छी रोग प्रतिरोधक्षमता भी प्रदान करती है।

आईपीएम 205-07 (विराट) मूंग किस्म 

मूंग की यह किस्म भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान कानपुर द्वारा वर्ष 2016 में बनाई गई थी। यह किस्म विराट के नाम से भी जनि जाती है। यह एक ऐसी मूंग की किस्म जिसकी बिजाई आप खरीफ और रबी दोनों सीजन में कर सकते हैं। इसको बिजाई के लिए 20 से 40 डिग्री तक का तापमान सबसे सही रहता है। मूंग की यह किस्म पीला मोजक रोग के प्रति सहनशील है। यह एक कम लंबाई वाली मूंग किस्म है। मूंग की यह किस्म 50 से 55 दिन में पैक कर तैयार हो जाती है।

वर्धा 2 

यह किस्म महाराष्ट्र राज्य में प्रमुख रूप से उगाई जाती है और अच्छी उत्पादकता, अच्छी बीज क्षमता, और अच्छी गुणवत्ता वाली दाल उत्पन्न करती है।

तारा 3

यह अच्छी रूप से पश्चिमी भारत में उगाई जाती है और अच्छी रोग प्रतिरोधक्षमता और उत्पादकता प्रदान करती है।

SVM-88 मूंग किस्म 

मूंग की यह किस्म शक्ति वर्धक सीड्स कंपनी की एक मूंग किस्म है। इसके पौधे की लंबाई 45 से 50 सेंटीमीटर तक रहती है। मूंग की इस किस्म में पाउडरी मिलडायू और पीला मोजेक रोग नहीं लगता। इसकी एक पौधे पर तीन से चार मुख्य शाखाएं होती हैं। इसमें गुच्छेदार फलियां होती हैं, और एक पौधे पर चार से पांच फलियां पाई जाती है। एक फली में 10 से 12 दाने आसानी से निकल आते हैं। मूंग की किस्म गर्मी की मौसम में पकने में 55 से 60 दिन का समय और खरीफ यानी बरसात के मौसम में पकने में 65 से 70 दिन का समय लेती है।

सर्वोदय

यह एक अन्य प्रमुख किस्म है जो उत्तर भारत में उगाई जाती है। इसके प्रमुख विशेषताएं मध्यम आकार के बीज, अच्छी रोग प्रतिरोधक्षमता, और अच्छी उत्पादकता हैं।

एसआरपीएम-26 (विजेता) मूंग किस्म 

एसआरपीएम-26 (विजेता) मूंग की यह श्रीराम सीड्स प्राइवेट लिमिटेड की एक मूंग किस्म है। यह मूंग की एक रिसर्च किस्म है। यह किस्म पीला मोजक वायरस के प्रति सहनशील है। इसके पौधे की ऊंचाई लगभग 70 से 80 सेंटीमीटर तक रहती है। इस पर फलियाँ गुच्छों में लगती है, और एक फली में 12 से 14 दाने पाए जाते हैं।मूंग की इस किस्म की औसत पैदावार 10 से 12 क्वांटल प्रति एकड़ तक रहती है।

मूंग की उन्नत किस्म 

स्टार-444 स्टार एग्री सीड्स की एक हाइब्रिड मूंग किस्म है। इस किस्म की बिजाई आप पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा आदि राज्यों में कर सकते हैं। मूंग की इसकी किस्म अन्य किस्मों के मुकाबले अधिक फुटाव होता है। इसमें 4 से 5 कल्ले निकलते हैं। मूंग की यह किस्म पकाने में लगभग 60 से 65 दिन का समय लेती है।

एमएच-1142 मूंग किस्म 

एमएच-1142 हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी हिसार द्वारा वर्ष 2020 में तैयार की गई एक मूंग किस्म है ,यह किस्म पीला मोजक रोग के प्रति सहनशील है और पाउडर मिलेडीयू रोग के प्रति मध्य सहनशील है। मूंग की यह किस्म पकने में 65 से 70 दिन का समय लेती है।

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