How to Cultivate Dutch Rose in Hindi: डच गुलाब की खेती कैसे करें, इस राज्य के किसान हो गए मालामाल 

Dutch Rose: वैलेंटाइन डे पर डच गुलाब की मांग बढ़ जाती है। इस दौरान प्रतिदिन 3 लाख से 4 लाख गुलाब की सप्लाई होती। इस दौरान प्रतिदिन 3 लाख से 4 लाख गुलाब का उत्पादन होता है। इस साल वैलेंटाइन डे के दौरान संघ ने रिटेल मार्केट में 12 लाख गुलाब की सप्लाई की थी, जबकि विदेशों में 8 लाख गुलाबों का एक्पोर्ट किया गया था। 
 

चंडीगढ़। Dutch Rose Cultivation : ऐसे तो गुलाब की फार्मिंग पूरे देश में होती है, लेकिन महाराष्ट्र के पुण जिले में किसानों द्वारा उगाए गए डच गुलाब की बात ही अलग है. कहा जाता है कि इस गुलाब का रस गन्ने से भी ज्यादा मीठा होता है. यही वजह है कि डच गुलाब की मांग मार्केट में बढ़ गई है। 

डच गुलाब का रेट अधिक

सामान्य गुलाब के मुकाबले डच गुलाब का रेट भी अधिक होता है. इसकी खेती से पुणे जिले में कई किसानों की किस्मत बदल गई है. डच गुलाब का सबसे अधिक उपयोग शादी समारोह में मंडप और घर को सजाने में किया जाता है. पुणे के मावल क्षेत्र में कई किसानों ने अब पारंपरिक फसलों को छोड़कर डच गुलाब की खेती शुरू कर दी है।

राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के तहत 50% सब्सिडी

मुकुंद ठाकर ने बताया कि साल 2007 में उन्होंने सबसे पहले डच गुलाब की खेती शुरू की थी. पुणे के पास येवले गांव में 10 गुंठा जमीन पर पॉलीहाउस बनाकर डच गुलाब को पहले उगाया गया. इससे डच गुलाब की अच्छी पैदावार हुई. इसके बाद वे संघ बनाकर इसका रकबा बढ़ाते गए। 

वहीं, कृषि अधिकारी दत्तात्रेय पडवल का कहना है कि पवन फूल उत्पादक संघ काफी अच्छा काम कर रहा है. वह क्षेत्र के किसानों को गुलाब की खेती करने के लिए प्रेरित कर रहा है।

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उन्होंने कहा कि एक एकड़ में पॉली हाउस बनाने पर 70 लाख रुपये खर्च होते हैं. इसके ऊपर राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के तहत 50% सब्सिडी मिलती है। 

पॉलीहाउस में आर्द्रता 65-75% हो 

खास बात यह है कि डच गुलाब की खेती केवल पॉलीहाउस में ही की जाती है. पालीहाउस के उंदर 32-35 डिग्री सेल्सियस तापमान होना चाहिए. साथ आर्द्रता 65-75% होनी चाहए. इससे डच गुलाब की पैदावार अच्छी होती है. जबकि सर्दी के मौसम में फसल की कटाई करना अच्छा होता है। 

विदेशों में सप्लाई

इन किसानों द्वारा उगाए गए डच गुलाब की सप्लाई नीदरलैंड, जापाना और ऑस्ट्रेलिया में जमकर हो रही है. इससे किसानों को लाखों में मुनाफा हो रहा है. खास बात यह है कि किसान मुकुंद ठाकर ने डच गुलाब की खेती करने के लिए एक उत्पादक संघ बनाया है, जिससे 17 किसान जुड़े हुए हैं. ये किसान 55 एकड़ जमीन पर डच गुलाब की खेती कर रहे हैं. संघ एक दिन में 2 लाख गुलाब का उत्पादन कर रहा है, जिसे बेचकर वह महीने में 40 लाख रुपये तक की कमाई कर रहा है। 

12 लाख गुलाब की सप्लाई की

वहीं, मुकुंद ठाकर का कहना है कि वैलेंटाइन डे पर डच गुलाब की मांग बढ़ जाती है. इस दौरान प्रतिदिन 3 लाख से 4 लाख गुलाब का उत्पादन होता है. इस साल वैलेंटाइन डे के दौरान संघ ने रिटेल मार्केट में 12 लाख गुलाब की सप्लाई की थी, जबकि विदेशों में 8 लाख गुलाबों का एक्पोर्ट किया गया था। 

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