ZEPTO: क्या आप जानते हैं सिर्फ 19 साल का है भारत का सबसे युवा अरबपति, उनकी नेटवर्थ चौंक जाएंगे आप
Story of ZEPTO: Who is Kaivalya Vohra?: भारत के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी बन गए हैं। वहीं वे दुनिया में भी दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गया हैं। हाल ही में जारी हुई IIFL Wealth Hurun India Rich List 2022 में गौतम अडानी ने पहला स्थान हासिल कर सबका ध्यान अपनी और खिंचा है। गौतम अडानी की बात करें तो उन्होंने साल 2021 में हर दिन करीब 1.1 करोड़ रुपये कमाए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं भारत का सबसे युवा अरबपति कौन है। भारत का सबसे युवा अरबपति इस लिस्ट में रैंक तो 1036 है। लेकिन वह देश के सबसे युवा अरबपति बन गए है। जी हाँ हम बात कर रहे हैं। Zepto के को-फाउंडर्स कैवल्य वोहरा की जिनकी उम्र अभी सिर्फ 19 साल है। लेकिन उनकी दौलत 1000 करोड़ रुपये का आंकड़ा तक पार कर लिया है।
बचपन के दोस्त हैं जेप्टो के को-फाउंडर
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई बीच में छोड़ देने के बाद बिजनेस में अपनी किस्मत आजमाने उतरे गए। जेप्टो के जेप्टो के को-फाउंडर कैवल्य वोहरा (youngest richest indian) और आदित पलीचा दोनों ही बचपन के दोस्त हैं। हालांकि इस पहले भी वोहरा ने ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म किरानाकार्ट की स्थापना की थी। लेकिन जेप्टो में महज 10 मिनट में डिलीवरी के वादे के साथ दोनों ने इसकी स्थापना की। यह कम्पनी कोई बड़ी पुरानी कंपनी नहीं है। इसे हाल ही में अप्रैल 2021 में शुरू किया गया था। और इतने कम समय में इस कम्पनी ने अपनी पहचान बनाते हुए बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है।
करीब 900 मिलियन डॉलर है कंपनी की नेट वर्थ
यदि हम कंपनी की नेट वर्थ की बात करें तो इस जान कर आप चौंक जाएंगे। इस कंपनी की नेट वर्थ थोड़े ही समय में करीब 900 मिलियन डॉलर तक पहुंच गयी है। यह सुनकर सबके मन में सवाल तो जरूर आता होगा कि आखिर कोई कम्पनी इतनी कमाई कैसे कर लेती होगी। लेकिन यह उसकी कमाई नहीं है। आपको यह समझना होगा कि नेटवर्थ बिजनेस की शेयर होल्डिंग और कंपनी के वैल्युएशन के आधार पर निकाली जाती है। आसान शब्दों में कहें तो आज यदि वोहरा या पलीचा अपने सारे शेयर बेच दें तो अभी की वैल्यूएशन के हिसाब से उनके पास करीब 900 मिलियन डॉलर होंगे।
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नेक्सस वेंचर्स के पास है कंपनी की सबसे ज्यादा शेयर हल्डिंग
सभी जानते हैं कि किसी भी बिज़नेस को शुरू करने के लिए पैसे तो लगते ही हैं। जिसके लिए हम फंड्स भी जुटते हैं। कुछ इसी तरह जेप्टो के लिए कैवल्य और आदित ने कई राउंड की फंडिंग ली है, जिसकी वजह से उनकी कंपनी की बहुत सारी हिस्सेदारी दूसरों के पास है।
आदित पलीचा- 15.18%
कैवल्य वोहरा- 12.64%
नेक्सस वेंचर्स- 20.07%
वाई कॉम्बिनेटर- 14.8%
लैची ग्रूम- 10.32%
ग्लेड ब्रूक- 8.7%
रॉकेट इंटरनेट- 5.20%
ऑलिवर जंग- 3.55%
कॉन्ट्रेरी कैपिटल- 2.53%
कैसर फाउंडेशन- 1.53%
ग्लोबल फाउंडर कैपिटल- 1.30%
जानें कैसे बढ़ती है वैल्युएशन
किसी भी कंपनी की वैल्युएशन उसके बिजनस, रेवेन्यू और आइडिया के आधार पर निकलती है। और उसके वैल्युएशन के आधार पर ही कंपनी की नेट वर्थ में इजाफा होता रहता है। वहीं यह सब आपके फंड्स लेने के दौरान होता है। मान लीजिए आपने एक कंपनी शुरू की है और उसके लिए आपको फंडिंग चाहिए। फंडिंग लेने के लिए आपकी का फायदा या नुकसान नहीं देखा जाता। बस आपको आपको सिर्फ निवेशकों को इस बात के लिए मनाना है कि आपकी कंपनी उस वैल्युएशन के लायक है। यदि वे मान जाते हैं और कंपनी के 1 फीसदी शेयर के बदले 1 करोड़ में देते हैं तो आपकी कंपनी का वैल्युएशन 100 करोड़ रुपये माना जाएगा। इस फंडिंग लेने के आधार पर उसकी वैल्यूएशन 100 करोड़ रुपये हुई है।
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जानें कैसे हुई जेप्टो के को-फाउंडर्स की नेट वर्थ करीब 1000 करोड़
कुछ इसी तरह अगर मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो पहली बार नवंबर 2021 में जेप्टो के को-फाउंडर्स ने सीरीज ए की फंडिंग के दौरान 60 मिलियन डॉलर जुटाए। और उन्होने 225 मिलियन डॉलर के वैल्युएशन पर करीब 26 फीसदी हिस्सेदारी दी। हालांकि दूसरे राउंड की फंडिंग की जानकारी हमें नहीं मिल पाई। इसी तरह तीसरे राउंड में दिसंबर 2021 में 570 मिलियन डॉलर की वैल्यूएशन पर जेप्टो ने 100 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया। वहीं इसी साल अप्रैल में चौथे यानी डी राउंड में कंपनी ने 900 मिलियन डॉलर की कीमत 200 मिलियन डॉलर जुटाए। इस तरह जेप्टो के को-फाउंडर्स की दौलत छोटी सी उम्र में 1000 करोड़ से भी अधिक हो गई है।