Cricket News: भारतीय गेंदबाजों को करनी होगी विविधतापूर्ण गेंदबाजी
विराट कोहली के कोच और द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता राजकुमार शर्मा का कहना है कि ऐसे में सवाल यही खड़ा होता है कि मैनेजमेंट खिलाड़ियों की गलतियों पर कितना ध्यान दे रहा है और खुद खिलाड़ी उन गलतियों में कितना सुधार कर रहे हैं। मौजूदा दल में भुवनेश्वर कुमार सबसे अनुभवी गेंदबाज हैं लेकिन उन्हीं की ओर से बार-बार गलतियां दोहराई जा रही हैं। वह जिस श्रेणी के गेंदबाज हैं, उसके अनुकूल वह पिछले कुछ मैचों से प्रदर्शन करने में नाकाम साबित हुए हैं।
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इनके अलावा अन्य गेंदबाजों की ओर से भी कुछ खास प्रदर्शन देखने को नहीं मिला। हालांकि अक्षर पटेल की किफायती गेंदबाजी की तारीफ करनी होगी लेकिन अन्य सभी गेंदबाज लाइन से भटके नजर आए। किसी भी गेंदबाज की ओर से विविधतापूर्ण गेंदबाजी देखने को नहीं मिली और गेंदबाजों के प्लान में साफतौर पर कमी देखी गई। यही कारण रहा कि इन गेंदबाजों के सामने विपक्षी बल्लेबाजों को खेलने में कोई परेशानी नहीं हुई और इन बल्लेबाजों ने बड़ा लक्ष्य भी आसानी से हासिल कर लिया।
भारतीय बल्लेबाजी एशिया कप में भी मजबूत रही थी और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में भी मजबूत नजर आई। ऐसे में यह भारतीय टीम की वर्ल्ड कप की तैयारियों के लिहाज़ से अच्छे संकेत हैं लेकिन गेंदबाजी पर वर्ल्ड कप से पहले कप्तान और कोच दोनों को मिलकर ध्यान देना होगा क्योंकि वर्ल्ड कप जैसे बड़े इवेंट में टीम मैनेजमेंट किसी खिलाड़ी को आजमाने का जोखिम नहीं ले सकता। टीम को अपनी परफेक्ट प्लेइंग इलेवन तैयार करनी होगी और उम्मीद है कि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में इस परेशानी का हल ढूंढने के साथ अपनी एक परफेक्ट प्लेइंग इलेवन तैयार करेगी।
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