Diwali 2022 से भाई दूज तक ऐसे करें पूजा, होगी धन वर्षा
Haryana News Post : Diwali 2022 : अमावस्या के दिन दीपावली की रात की समाप्ति से पहले ब्रह्म मुहूर्त में घर की औरते घर के हर कोने में सूप को बजाते हुए या कुछ खट- खट की आवाज करते हुए कहती है हे अलक्ष्मी ! अब आप इस घर से चली जाओ, क्योंकि यहां पर मां लक्ष्मी का निवास हो गया है।
ऐसा करने के पीछे कहा जाता है की ऐसा करने से घर में लक्ष्मी का वास होता है। दीपावली के दिन विष्णु सहस्रनाम, लक्ष्मी सूक्त का पाठ किया जाता है। दिपावली के दिन लक्ष्मी माता का पूजन करते समय 11 कौड़ियों को गंगाजल से धोकर लक्ष्मी जी को अर्पण करनी चाहिए और उन पर हल्दी कुमकुम लगाना चाहिए। इसको अगले दिन इन्हें लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। इससे परिवार की आय में निश्चित रूप से वृद्धि देखने को मिलती है।
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100 बार करे हनुमान चालीसा का पाठ
नरक चतुर्दशी के दिन राम के सबसे बड़े भक्त हनुमान जी का जन्म हुआ था। कहा जाता है की इस दिन हनुमान चालीसा का 100 बार पाठ करना चाहिए इसे परिवार के साथ बैठकर करना चाहिए। ऐसा करने से परिवार से दुखों का अंत हो जाता है।
गोवर्धन पूजा
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वैसे तो कार्तिक शुक्ल अमावस्या के दूसरे दिन गोवर्धन की पूजा की जाती है। लेकिन इस बार सूर्यग्रहण होने से गोवर्धन पूजा का उत्सव नहीं मनाया जाएगा। निर्णय सागर पंचांग की माने तो, सूर्य ग्रहण शाम के 4 बजकर 31 मिनट पर लगेगा। ऐसा कहा जाता है की ग्रहण काल के दौरान लोगों को मंत्रों का जाप करना चाहिए।
भैया दूज
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में यम द्वितीया के दिन मनाया जाने वाले भैया दूज के साथ ही पंचदिवसीय दीपावली का पर्व की पूर्णता होती है। इस बार भैया दूज बुधवार, 26 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस दिन भाई अपनी बहन के घर जाकर टीका कराते है और साथ ही उन्हें भेंट देने के साथ ही उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं। कथाओं की माने तो इसी दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर गए थे और टीका कराने के बाद आशीर्वाद दिया था।