Dogs Cry : आखिर क्यों घर के बाहर रात को रोते हैं कुत्ते?
Haryana News Post : Animal Facts : भारत में पुराने समय से कई तरह की मान्यताएं प्रचलित है। ये मान्यताएं ऐसी होती है जिनके पीछे कोई तर्क नहीं होता, केवल मानी जाती हैं। एक ऐसी ही मान्यता के अनुसार कुत्ते का रोना बहुत ही बुरा माना जाता है। कहा जाता है कि कुत्ते के रोने का मतलब है निपट भविष्य में किसी संकट का आना। या फिर मौत। इन बातों को सुनकर अक्सर लोग भयभीत भी हो जाते हैं। आइए जानते हैं क्या है कारण
ज्योतिष कहते हैं आत्मा का है मामला।
कुत्तों का रोना अशुभ
वैसे, ज्योतिषों का यह मानना है कि कुत्ते सबसे ज्यादा तब रोते हैं, जब उनके आसपास कोई आत्मा होती है। यानी कि आत्मा जिसे कि आमजन नहीं देख सकते, उसे देखकर कुत्ते रोने लगते हैं। इस कारण भी लोग अपने आसपास कुत्ते को रोता हुआ देख उसे भगाने लगते हैं।
Read Also: Vastu Tips : पौष माह की पूर्णिमा 6 को, इस दिन दान, स्नान और सूर्य देव को अर्घ्य देने का विशेष महत्व?
विज्ञान और विशेषज्ञ मानते हैं यह बात
मान्यताओं और ज्योतषियों से आगे अब आते हैं विज्ञान पर। पहली बात तो यह है कि कुत्ते रोते नहीं हैं। वो हौल करते हैं। असल में रात में ऐसी आवाज निकालकर वह सड़क या इलाके में दूर अपने दूसरे साथियों तक मेसेज पहुंचाते हैं। यह साथियों के लिए यह संदेश भी है कि वो कहां पर हैं।
Read Also: Vastu Tips : जान लें शिवलिंग पर जल चढ़ाने के ये आवश्यक नियम, वरना भगवान शिव हो सकते हैं नाराज
दर्द में साथियों को बुलाने का तरीका
जाहिर है कुत्ते भी जीव हैं। लिहाजा, उन्हें भी चोट लगती है। दर्द होता है। शारीरिक परेशानी होती है। ऐसी स्थिति में भी कुत्ते हौल करते हैं। इस तरह वह दूर कहीं अपने साथियों को अपने पास बुलाता है।
अकेलापन महसूस करने पर भी करते हैं
इंसान की तरह कुत्तों को भी अकेला रहना नहीं पसंद। इसलिए जब कभी वह अकेला महसूस करते हैं तो अपने साथियों को बुलाने के लिए हौल करते हैं।
Shani Upay : शनि को रंक से राजा बनाने में नहीं लगती देर, बचने के लिए करें ये उपाय