Haryana News: जेजेपी गठबंधन में साथ रहने की इच्छुक, भाजपा के स्टैंड पर टकटकी
चंडीगढ़। पिछले कुछ समय से आने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए सभी दल तैयारियों में जुटे हैं। साथ ही इस बात की संभावनाएं व चर्चाएं लगातार जारी हैं कि क्या भाजपा व जजपा में गठबंधन लोकसभा चुनाव में भी रहेगा। इसको लेकर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उनकी पार्टी भी तैयारियों में जुटी है और भाजपा भी अपने स्तर पर चुनाव की तैयारियों कर रही हैं।
अब तक दोनों ने मिलकर सरकार चलाई है और आगे भी गठबंधन जारी रहेगा।ऐसे में एक बार फिर साफ हो गया है कि जननायक जनता पार्टी गठबंधन में रहने की इच्छुक है। हालांकि इस पर भाजपा की तरफ से स्टैंड क्लीयर नहीं हो पाया है क्योंकि हरियाणा भाजपा के कई सीनियर नेता जजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं।
खुद को मजबूत करेगी जेजेपी
वहीं इसके अलावा एक साथ चुनाव लड़ने पर आगे दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अब तक हम 6 लोकसभा सीटों को टच कर चुके हैं और इन सीटों पर अपनी तैयारियों को धार दे चुके हैं। फरवरी माह में बाकी 4 लोकसभा सीटों पर पार्टी को मजबूत किया जाएगा। इसके अलावा कहा कि दोनों पार्टियों अपनी अपनी तैयारियों में जुटी हैं।
दोनों एक साथ चुनाव लड़ते हैं तो एक और एक ग्यारह होने से पार्टी मजबूत होगी। एक तरह से दुष्यंत ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी हार हाल में गठबंधन में चुनाव लड़ने की इच्छुक है और इसको जारी रखना चाहेगी।
प्रपोजल को भाजपा हाईकमान ने नकारा
हरियाणा में विधानसभा चुनाव अक्टूबर माह में होने हैं और अब निर्धारित समय पर ही होंगे। इससे पूर्व लोकसभा चुनाव के एक साथ होने की संभावनाओं के चलते तमाम सियासी दल एक्शन मोड में आ गए थे और लगातार तैयारी में जुटे थे क्योंकि अब यह साफ हो गया है कि लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव नहीं होंगे तो परियों का फोकस पूरी तरह से लोकसभा चुनाव पर है।
भाजपा से भी प्राप्त जानकारी में सामने आया है कि एक साथ चुनाव नहीं होंगे और इसके पीछे तर्क दिया गया कि फिलहाल हरियाणा भाजपा लोकसभा चुनाव पर फोकस करें और विधानसभा चुनाव नहीं होंगे। इससे पहले भाजपा के प्रदेश नेतृत्व को पार्टी हाईकमान तथा केंद्रीय चुनाव आयोग से ऐसा कुछ इशारा मिल गया था, जिस कारण संभावना जताई जा रही थी कि राज्य में लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव नहीं होने जा रहे हैं।
अक्टूबर 2024 में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल पूरा
छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्यप्रदेश में भाजपा की जीत के बाद ही कयास लगाए जाने लगे थे कि हरियाणा विधानसभा के चुनाव लोकसभा के साथ हो सकते हैं। इसकी वजह यह है कि अक्टूबर 2024 में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो रहा है, जबकि लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने हैं।
लोकसभा और विधानसभा चुनाव में यदि छह माह का अंतर हो तो केंद्रीय चुनाव आयोग के उपर निर्भर है कि वो चाहे तो चुनाव कर सकता है। इसी संभावना के मद्देनजर सभी अपनी तैयारियों में जुटे थे लेकिन अब ऐसा नहीं होने की स्थिति में सभी दलों की नजर लोकसभा चुनाव पर है।
इसी संभावना के आधार पर सभी राजनीतिक दलों ने राज्य में अपनी तैयारी आरंभ कर रखी थी। देश में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ हरियाणा में लोकसभा चुनाव के साथ हरियाणा में विधानसभा चुनाव नहीं होंगे। हालांकि इसके संकेत पिछले महीने हरियाणा दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी दिए थे लेकिन इसको लेकर चीजें पूरी तरह से साफ नहीं हो पाई थी। हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी अब आधिकारिक रुप से साफ कर दिया है कि एक साथ चुनाव नहीं होंगे।
एक साथ चुनाव की संभावना
बता दें कि छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्यप्रदेश में भाजपा की जीत के बाद ही कयास लगाए जाने लगे थे कि हरियाणा विधानसभा के चुनाव लोकसभा के साथ हो सकते हैं। लेकिन भाजपा हाईकमान ने ऐसी किसी भी बात से हरियाणा भाजपा को एक तरह से इंकार कर दिया।
हालांकि हरियाणा में कई दिग्गज इस पक्ष में थे कि चुनाव करवाए जाएं क्योंकि पड़ोसी राजस्थान और अन्य राज्यों में जीत का फायदा हरियाणा को भी मिल सकता है। चूंकि पिछले कुछ समय से हरियाणा में भाजपा सरकार को लेकर एंटी इंकम्बेंसी की जानकारी भी रिपोर्ट हो रही है तो पार्टी के कुछ नेता लगातार एक साथ चुनाव की पैरवी कर रहे थे। लेकिन पार्टी हाईकमान को अंतिम फैसला करना था और एक साथ चुनाव नहीं कराने का फैसला लिया गया।
क्या बोले एक साथ चुनाव पर डिप्टी सीएम
हरियाणा में लोकसभा विधानसभा एक चुनाव होने को लेकर जब डिप्टी सीएम और जज्बा के सीनियर नेता दुष्यंत चौटाला से सवाल पूछा गया कि क्या हरियाणा में एक साथ चुनाव होने की संभावना है तो उन्होंने कहा की आसान नहीं होगा कुछ समय पहले प्रदेश भाजपा सरकार द्वारा केंद्र सरकार को एक साथ चुनाव करवाने का प्रपोजल भेजा गया था जिसको केंद्र ने सिरे से निकाल दिया तो ऐसे में अब लोकसभा और विधानसभा और चुनाव हरियाणा में एक साथ नहीं होंगे।
पिछले महीने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा पंचकूला में आए थे और भाजपा की प्रदेश कोर ग्रुप और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में ऐसा कोई संकेत नहीं दिया कि लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। हालांकि कुछ पदाधिकारियों ने इस मामले को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष से स्थिति भी साफ करने का अनुरोध किया गया था। अब स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट हो गई है।