क्या Diabetes मरीजों के लिए खतरनाक है डेंगू, जानिए कैसे करें बचाव
नई दिल्ली। Health News: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने उल्लेख किया है कि मधुमेह रोगियों में डेंगू (Dengue) रक्तस्रावी बुखार (डीएचएफ), डेंगू शॉक सिंड्रोम (डीएसएस) और गंभीर डेंगू (एसडी) होने का अधिक खतरा होता है। एक्सपर्ट मुताबिक डेंगू किसी के ब्लड शुगर (Blood Sugar) लेवल को प्रभावित करता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि एडीज मच्छर के काटने से सूजन के कारण रोगियों का शुगर लेवल पहले से ही अधिक होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है।
वहीं शरीर का इम्यून सिस्टम सबसे पहले हमें वायरस और अन्य तरह के बैक्टीरिया से होने वाले इन्फेक्शन से बचाता है। मच्छरों से उत्पन्न होने वाली बीमारी जैसे स्वाइन फ्लू और डेंगू से शरीर का मेटाबॉलिक रेट बढ़ जाता है जिससे व्यक्ति को बुखार आ जाता है और शुगर लेवल अस्थिर हो जाता है।
डेंगू के लक्षण
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द। शरीर पर पड़ने वाले लाल निशान जो थोड़े समय बाद ठीक होने के बाद पुन: वापस भी आ जाते हैं। तेज बुखार। बहुत तेज सिर दर्द। आँखों के पीछे दर्द। उल्टी आना और चक्कर महसूस होना। यदि आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस करते हैं तब तुरंत सलाह के लिए डॉक्टर के पास जाएँ और आवश्यक इलाज शुरू करवा दें।
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सितंबर-अक्टूबर के बीच कितने केस सामने आए
आपको बता दें अक्टूबर के पहले 12 दिनों में दिल्ली में डेंगू के 635 नए केस सामने आए हैं। नागरिक निकाय की रिपोर्ट मुताबिक इस साल अब तक डेंगू के कुल 1,572 मामले सामने आए हैं। कुल केसों में से अकेले सितंबर में 693 मामले सामने आए। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो ऐसे समय में आपको अधिक सावधानियों का पालन करना चाहिए।
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डेंगू से बचाव
स्वच्छता: अपने रहने की जगह और उसके आस पास के इलाकों में सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। अपने आसपास की जगहों को साफ करके रखने से आप मच्छरों को सरलता से दूर रख सकते हैं।
पानी एकत्र ना होने दें: किसी जगह पर रुके हुए पानी में मच्छर पनप सकते हैं और इसी से डेंगू भी फैल सकता है। जिन बर्तनों का लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं होना हो उनमें रखे हुए पानी को नियमित रूप से बदलते रहें । गमलों के पानी को हर हफ्ते बदलते रहें। मेनहोल, सेप्टिक टैंक, रुकी हुई नालियाँ और कुएं आदि जगहों को नियमित रूप से चेक करते रहें।
मच्छर मारने वाली मशीन और जाली का उपयोग : मच्छरों से बचाव के लिए सबसे पहले तो जब भी आप घर से बाहर जाएँ मच्छर से बचाव वाली क्रीम का उपयोग करें और सोने से पहले मच्छरदानी को अच्छी तरह से सेट कर लें।
प्रारम्भिक लक्षणों को अनदेखा नहीं करें: यदि आप यहां बताए गए किसी भी लक्षण को देखते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और बताए गए उपचार का निदेर्शानुसार पालन करें।
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