Ankita Bhandari Murder: अंकिता मर्डर केस में खुलासा : हत्या के बाद आरोपियों ने बनाया ऐसा प्लान जिसे जानकार चौंक जाएंगे आप
आरोपियों ने अंकिता की हत्या को गुमशुदगी में बदलने का प्लान बनाया था।
उत्तराखंड न्यूज : Rishikesh News: Ankita Bhandari murder inside story: उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में अंकिता भंडारी मर्डर केस में 19 साल की अंकिता भंडारी की हत्या के बाद पूरे राज्य मे गुस्सा उबल रहा है। पुलिस ने अंकिता की हत्या के तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन जनता में इतना ज्यादा गुस्सा है कि जब इन लोगों को पुलिस जीप में बैठाकर कोर्ट ले जा रही थी तो लोगों की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। जीप के शीशे तोड़कर आरोपियों के कपड़े फाड़ दिए और उनकी जबरदस्त पिटाई कर दी।
वहीं इस मामले में भी अब लगातार खुलासे हो रहे हैं। अंकिता की हत्या के बाद तीनों आरोपियों ने मामले को दबाने का पूरा प्लान बनाया हुआ था। पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि अंकिता को चिला नहर में फेंकने के बाद आरोपियों ने सबूत मिटाने की कोशिश की थी।
आरोपियों ने अंकिता की हत्या को गुमशुदगी में बदलने का प्लान बनाया था।
गुस्से में अंकिता को नहर में धक्का दिया
दरअसल, आरोपियों की पूछताछ में यह बात सामने आई है। आरोपियों ने माना है कि रिजॉर्ट से 18 सितम्बर की रात चार लोग निकले थे। बाइक और स्कूटी से चारों चिला पावर हाउस तक गए थे।
बता दें कि चिला पावर हाउस नहर से ही अंकिता भंडारी का शव बरामद हुआ है। लेकिन 18 सितम्बर की रात वहां शराब पीने के बाद पुलकित और अंकिता के बीच बहस होने लगी। पुलकित रिजॉर्ट के बारे में अंकिता पर बदनाम किए जाने का आरोप लगा रहा था। इसी को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। पुलकित ने बताया कि अंकिता हमारे साथ हाथापाई कर रही थी। तभी उन्होंने गुस्से में अंकिता को नहर में धक्का दे दिया। पुलकित ने बताया कि नशे में हमें पता ही नहीं लगा कि हम क्या कर रहे हैं। हमने धक्का दिया तो वह नहर में गिर गई। अंकिता पानी से निकालने के लिए चिल्ली रही थी लेकिन वे लोग वहां से भाग निकले।
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सच्चाई बदलने के लिए बनाई ये कहानी
जब आरोपियों ने अंकिता को नहर में फेंका तो इसके बाद उन्होंने पुलिस से बचने के लिए योजना बनाई। रिजॉर्ट के कर्मचारियों ने अंकिता भंडारी को आखिरी बार रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता के साथ रात आठ बजे ऋषिकेश के लिए निकलता देखा लिया था। इसी सच्चाई को बदलने के लिए आरोपियों ने प्लान बनाया था। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने माना कि उन्हें अभिनव और कुश ने साथ जाता देख लिया था। अब उसके सामने सबकुछ सामान्य दिखाने की कोशिश की गई। अंकित ने सबसे पहले रिजॉर्ट के शेफ मानवीर को फोन किया और 4 लोगों का खाना तैयार करने को कहा। मानवीर ने अंकित से अंकिता भंडारी के बारे में पूछ लिया। इस दौरान अंकित घबरा गया।
अंकित ने कह दिया कि अंकिता हमारे साथ नहीं है। तीनों आरोपी अन्य स्टॉफ को अंकिता के साथ जाने की बात से अनभिज्ञ रखना चाहते थे। इसके बाद तीनों आरोपी रात को चुपके से रिजॉर्ट के किनारे वाले रास्ते से अंदर गए। अंकित ने शेफ से अंकिता का खाना लिया और उसके कमरे में जाकर रख दिया। इससे शेफ को लगा कि अंकिता रिजॉर्ट में ही है।
कमरे में खाना रखकर वह वापस आ गया। सुबह पुलकित और अंकित गुप्ता हरिद्वार गए और नया मोबाइल खरीदा। अपने जियो सिम का डमी लिया। क्योंकि अंकिता से विवाद के दौरान उसका फोन नहर में गिर गया था।
इसके बाद जानबूझकर पुलकित ने रिजॉर्ट में काम करने वाले सौरभ विष्ट को अंकित के कमरे में जाकर उसका फोन लाने को कहा। वे चाहते थे कि सौरभ उन्हें अंकिता के गायब होने की बात बताए। इसके बाद किसी को शक न होने को लेकर पुलकित ने थाने में जाकर अंकिता की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। तीनों ने एक जैसा बयान दिया था लेकिन सीसीटीवी फुटेज और पूछताछ के बाद सच्चाई सामने आ गई। पुलिस ने आरोपियों पर आईपीसी की धारा 302, 201, 120-इ के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
अंकिता के पिता ने जोरशोर से उठाया मामला
आरोपियों ने बेशक हत्या को गुमशुदगी में बदलने के लिए प्लान बनाया था लेकिन अंकिता के पिता लगातार इस मामले को जोरशोर से उठाते रहे। अंकिता पुलकित आर्य के यमकेश्वर स्थित रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिष्ट कार्य करती थी। लापता बेटी की खोजबीन के लिए उन्होंने दबाव बनाना शुरू किया। इसके बाद मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
मामला उठता देख पुलिस ने इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू की। जानना जरूरी है कि जिस रिजार्ट में अंकिता बतौर रिसेप्शनिष्ट थी, वहां का मालिक पुलकित आर्य हाई प्रोफाइल सियासी परिवार से ताल्लुक रखता है। उसके पिता विनोद आर्य भाजपा नेता हैं और उत्तराखंड सरकार में मंत्री रह चुके हैं।