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रेनो डस्टर: शानदार फीचर्स के बावजूद क्रैश टेस्ट में हुआ बुरा हाल, जानिए क्यों?

रेनो डस्टर: शानदार फीचर्स के बावजूद क्रैश टेस्ट में हुआ बुरा हाल, जानिए क्यों?
डस्टर का पैसेंजर कंपार्टमेंट फ्रंटल ऑफसेट टेस्ट में स्थिर बना रहा। डमी ने ड्राइवर और पैसेंजर दोनों के घुटनों और फेमर्स के लिए अच्छा प्रोटेक्शन दिखाया, लेकिन ड्राइवर के चेस्ट के प्रोटेक्शन को लो रेट किया गया। 

सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन ने एसयूवी को एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन (AOP) में 70%, चाइल्ड ऑक्यूपेंसी (COP) में 84%, सेफ्टी असिस्ट सिस्टम के लिए 57% और(VRU) के लिए 60% अंक दिए हैं।

तीसरी जेनरेशन की डस्टर को 2025 में भारत में लॉन्च किया जाएगा। इसको स्थानीय रूप से Yबनाया जाएगा। आइए जरा विस्तार से इसकी सेफ्टी रेटिंग पर नजर डालते हैं।

6 एयरबैग और ADAS फीचर्स

यूरो-स्पेक डस्टर में 6 एयरबैग और ADAS फीचर्स हैं। फ्रंटल ऑफसेट टेस्ट में बॉडी शेल को स्थिर रेट किया गया था। थर्ड जेन की डस्टर 2025 में भारत में रेनो ब्रांड के तहत लॉन्च होगी।

हालांकि, इस यूरो-स्पेक डस्टर के लिए यूरो NCAP सेफ्टी रेटिंग भारत-स्पेक मॉडल के लिए लागू नहीं होगी, जिसे यहां बनाया जाएगा। टेस्ट किया गया मॉडल एक लेफ्ट-हैंड ड्राइव वर्जन था, जिसमें 1.6 लीटर पेट्रोल-हाइब्रिड पावरट्रेन था। यह 6 एयरबैग, सीटबेल्ट रिमाइंडर और प्रिटेंशनर और ADAS फीचर्स से लैस था।

डेसिया डस्टर अडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन टेस्ट

डस्टर का पैसेंजर कंपार्टमेंट फ्रंटल ऑफसेट टेस्ट में स्थिर बना रहा। डमी ने ड्राइवर और पैसेंजर दोनों के घुटनों और फेमर्स के लिए अच्छा प्रोटेक्शन दिखाया, लेकिन ड्राइवर के चेस्ट के प्रोटेक्शन को लो रेट किया गया।

फुल-विड्थ रिजिड बैरियर टेस्ट में ड्राइवर और रियर पैसेंजर की छाती के लिए सेफ्टी को ठीक ठाक रेट किया गया। साइड बैरियर टेस्ट और साइड पोल इम्पैक्ट दोनों में सभी महत्वपूर्ण बॉडी पार्ट की सुरक्षा अच्छी थी।

फ्रंट सीटों और हेडरेस्ट पर किए गए टेस्टिंग ने रियर-एंड कॉलिजन की स्थिति में व्हिपलैश चोटों के खिलाफ अच्छी सुरक्षा का प्रदर्शन किया।

डेसिया डस्टर चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन टेस्ट

फ्रंटल टेस्ट में 10 साल के बच्चे की डमी की गर्दन छोड़कर सबकी सुरक्षा पर्याप्त थी। डस्टर ने फ्रंटल ऑफसेट और साइड बैरियर इम्पैक्ट में 6 साल और 10 साल के दोनों बच्चे डमी के लिए सभी महत्वपूर्ण बॉडी पार्ट की अच्छी सुरक्षा प्रदान की।

फ्रंट पैसेंजर एयरबैग को डी-एक्टिवेट किया जा सकता है, ताकि उस सीट पर रियरवर्ड-फेसिंग चाइल्ड रिस्‍ट्रेन्ट का यूज किया जा सके, लेकिन इसमें कोई चाइल्ड प्रेजेंस डिटेक्शन सिस्टम नहीं है।


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