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Dasha Mata Ki Vrat Katha: दशा माता की कथा, इस व्रत को रखने वाली महिलाएं जरूर जानें ये रोचक कहानी

Dasha Mata Ki Vrat Katha: दशा माता की कथा, इस व्रत को रखने वाली महिलाएं जरूर जानें ये रोचक कहानी
Dashama kahani in Hindi: दशा माता की पूजा 24 मार्च 2025 को होगी। दशा माता की कथा में राजा नल ने पीपल पूजा और पीले धागे से अपना राज्य वापस पाया। मान्यता है कि दशा माता व्रत से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और सुख-समृद्धि आती है। महिलाएं 10 गांठों वाला धागा पहनती हैं।

Dasha Mata Ki Vrat Katha Dashama kahani in Hindi: इस साल 24 मार्च 2025 को दशा माता की पूजा का विशेष दिन मनाया जाएगा। हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथों के अनुसार, दशा माता कोई और नहीं, बल्कि मां पार्वती का ही एक दिव्य स्वरूप हैं। मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे दिल से इनकी आराधना करता है, उसके घर की दशा यानी हालात में सकारात्मक बदलाव आता है।

Dasha Mata Ki Vrat Katha: दशा माता की कथा

इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा को भी बेहद खास माना जाता है। महिलाएं इस व्रत में कच्चे सूत से बना 10 तारों वाला धागा लेकर पीपल के पेड़ के चारों ओर 10 बार लपेटती हैं और फिर उसमें 10 गांठें बांधकर अपने गले में पहनती हैं। ऐसा करने से जीवन के सारे दुख-दर्द दूर होने की मान्यता है। आइए, जानते हैं दशा माता की कथा जो हर श्रद्धालु के लिए प्रेरणादायक है।

दशा माता की व्रत कथा: एक राजा की कहानी

प्राचीन कथा के अनुसार, एक समय राजा नल और उनकी पत्नी महारानी दमयंती सुखी जीवन बिता रहे थे। रानी दमयंती हर दिन भगवान विष्णु और मां महालक्ष्मी की पूजा करती थीं। वे चंदन लगाकर मौली बांधतीं और राज्य की समृद्धि के लिए प्रार्थना करती थीं। बची हुई चंदन वाली मौली को वे अपने गले में पहन लेती थीं। लेकिन एक दिन राजा नल को गुस्सा आ गया और उन्होंने रानी के गले से उस पवित्र धागे को तोड़कर फेंक दिया। इस घटना के बाद से राजा का सौभाग्य नष्ट हो गया। उनका वैभव, धन-संपत्ति सब कुछ खत्म हो गया और वे गरीबी के गर्त में चले गए।

एक रात राजा को सपने में एक बुजुर्ग महिला दिखीं, जिन्होंने उन्हें पीपल के पेड़ की पूजा करने और पीले धागे को चढ़ाने की सलाह दी। राजा नल ने रानी दमयंती के साथ मिलकर अश्वत्थ (पीपल) पूजन किया। चंदन लगी मौली चढ़ाकर उन्होंने व्रत और प्रार्थना पूरी की। इस पूजा के प्रभाव से उनका खोया हुआ राज्य और सम्मान फिर से लौट आया। तब से यह विश्वास है कि दशा माता की कृपा से जीवन की हर मुश्किल आसान हो सकती है।

Dasha Mata ki Aarti: दशा माता की आरती और व्रत, परिवार की सुख-समृद्धि का पर्व


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