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Apple का भारत में बड़ा दांव: iPhone का प्रोडक्शन 25% बढ़ाने का लक्ष्य, जानिए क्यों

Apple का भारत में बड़ा दांव: iPhone का प्रोडक्शन 25% बढ़ाने का लक्ष्य, जानिए क्यों
ताइवान का फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप ऐपल का सबसे बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर है। यह भारत में बने आईफोन में बड़ी हिस्सेदारी रखता है। 

ऐपल (Apple) भारत में अपने प्रोडक्शन को बढ़ाने वाला है। कंपनी अगले 3 से 4 साल में भारत में अपने iPhone के प्रोडक्शन को 25 पर्सेंट तक बढ़ाने का टारगेट लेकर चल रही है। इसके लिए कंपनी ने चाइनीज सप्लायर्स की बजाय लोकल वेंडर्स का नेटवर्क खड़ा करना शुरू कर दिया है।

कंपनी के इस प्लान की जानकारी रखने वाले कुछ लोगों ने मिंट को बताया कि ऐपल ने सप्लाई चेन को तैयार करने के लिए काम शुरू कर दिया है।

ऐपल का ज्यादातर प्रोडक्शन फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स द्वारा किया जाएगा। इससे उनकी मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी भी बढ़ेगी।

2027 के आखिर तक बढ़ाया जा सकता है प्रोडक्शन

नाम का खुलासा न करने की शर्त पर एक सोर्स ने मिंट से कहा कि ऐपल के लिए भारत एक जरूरी मार्केट है। दिसंबर 2023 तक ऐपल के टोटल आईफोन प्रोडक्शन का 14 पर्सेंट भारत से होता था।

इन आईफोन्स को भारत में सप्लाई करने के साथ ही इनका एक्सपोर्ट भी किया जाता है। सोर्स ने आगे कहा कि अब कंपनी साल 2027 के आखिर तक या 2028 में अपने प्रोडक्शन को बढ़ा कर 24 से 25 पर्सेंट तक करना चाह रही है।

ऐपल प्रोडक्ट्स का एक चौथाई चीन के बाहर से होगा मैन्युफैक्चर

जेपी मॉर्गन के ऐनालिस्ट्स ने 2022 में अनुमान लगाया था कि 2025 तक सभी Apple प्रोडक्ट्स का एक चौथाई चीन के बाहर से मैन्युफैक्चर होगा, जो उस समय केवल 5 प्रतिशत था। FY24 के अंत तक, भारत में लगभग 14 बिलियन डॉलर के iPhone बनाए गए, जो ग्लोबल टोटल प्रोडक्शन का 14 पर्सेंट है।

बता दें कि ऐपल भारत में अभी iPhone 12, 13, 14 और 15 की मैन्युफैक्चरिंग करता है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की बात करें, तो वह अभी कम संख्या में iPhone बनाती है, लेकिन कंपनी अपनी प्रोडक्शन कैपेसिटी को बढ़ाने के मूड में है।

टाटा ग्रुप की भी बड़ी तैयारी

ताइवान का फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप ऐपल का सबसे बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर है। यह भारत में बने आईफोन में बड़ी हिस्सेदारी रखता है। पिछले साल अक्टूबर में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने ताइवानी iPhone मैन्युफैक्चर विस्ट्रॉन की भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट- विस्ट्रॉन इन्फोकॉम मैन्युफैक्चरिंग (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड को 125 मिलियन डॉलर में खरीदा था। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स अभी बहुत कम iPhone बनाती है।

हालांकि, टाटा अपने प्रोडक्शन कैपेसिटी को बढ़ाने वाला है। इसके लिए कंपनी एक और आईफोन मैन्युफैक्चरर पेगाट्रॉन के इंडियन ऑपरेशन्स का अधिग्रहण करने वाली है।

रिपोर्ट के अनुसार टाटा की यह डील अगले कुछ महीनों में फाइनल हो जाएगी और इससे ऐपल सप्लायर इकोसिस्टम में टाटा ग्रुप की पकड़ भी बढ़ेगी।


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