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Betavolt Nuclear Battery: चीन ने किया कमाल, बिना चार्ज किए 50 साल चलेगी बैटरी, जानें इसके फायदे और नुकसान

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Betavolt Nuclear Battery ke fayde: Betavolt अब नए प्रकार की बैटरी पर काम कर रही है जो आर्टिफिशियल डायमंड 10 माइक्रोमीटर पतली लेयर का इस्तेमाल करती है जो सेमीकंडक्टर लेयर में आएगी। इसकी मदद से खुद ही पावर जनरेट होगी.

Haryana News Post, (मुंबई) Battery Technology: आज के समय में एक से एक टेक्नोलॉजी देखने को मिलती रहती है। वहीं अब Smartphone में समय के साथ कई बदलाव किए जा रहे हैं। जहां फोन के डिस्प्ले से लेकर बैटरी तक सभी चीजों में बदलाव किए जा रहे हैं।

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आज हम आप लोगों से बैटरी टेक्नोलॉजी को लेकर और फीचर्स को लेकर बात करने वाले हैं। इससे आपके फोन की बैटरी लाइफ भी काफी अच्छी हो जाती है और फोन भी आसानी से चार्ज हो जाता है।

आपको बता दें कि चाइनीज कंपनी एक नए तरीके की बैटरी टेक्नोलॉजी लेकर आ रही है जिसकी मदद से आपका स्मार्टफोन कुछ दिन नहीं बल्कि सालों साल तक ही चार्ज रहेगी।

दरअसल, Betavolt Technology नाम की चीनी कंपनी ने रेडियोन्यूक्लाइड बैटरी पर काम कर रही है। ये स्मार्टफोन में काफी सपोर्ट करेगी, आमतौर पर ऐसी बैटरियां बहुत महंगी होती है।

लेकिन इनकी सबसे बड़ी खासियत इसकी लाइफ बहुत ज्यादा होती है और ये हाई-एनर्जी डेंसिटी के साथ आती है। यानी इसकी मदद से आप लंबे समय तक पावर को प्रोड्यूस किया जा सकता है। आमतौर पर ये स्पेसक्राफ्ट, पेसमेकर्स और अंडरवॉटर सिस्टम में इस्तेमाल किया जाता हैं।

WinFuture की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी अपना पहला मॉडल विकसित कर चुकी है जो 100 माइक्रोवॉट इलेक्ट्रिसिटी प्रोड्यूस करती है। ये छोटी बैटरी फोन को पावर सप्लाई करती है।

Betavolt अब नए प्रकार की बैटरी पर काम कर रही है जो आर्टिफिशियल डायमंड 10 माइक्रोमीटर पतली लेयर का इस्तेमाल करती है जो सेमीकंडक्टर लेयर में आएगी। इसकी मदद से खुद ही पावर जनरेट होगी.

इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल मेडिकल डिवाइस, एडवांस सेंसर, छोटे ड्रोन और माइक्रोरोबोट्स में किया जाता है। ये तकनीक करीब 50 साल तक इलेक्ट्रिसिटी को उपलब्ध कर सकती है।

ये बैटरी पावर जनरेट करने के लिए रेडियोएक्टिव का इस्तेमाल करती है। रेडियोएक्टिव मैटेरियल की वजह से ये अन्य किसी जगह पर यूज नहीं होती है, क्योंकि इसमें प्लूटोनियम होता है जो बेहद हानिकारक होता है।

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