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Kanina school incident: कनीना स्‍कूल हादसे के बाद सरकार ने लिया सबक, अब छुट्टी वाले दिन स्कूल खुले तो मान्यता होगी रद्द

Kanina school incident: कनीना स्‍कूल हादसे के बाद सरकार ने लिया सबक, अब छुट्टी वाले दिन स्कूल खुले तो मान्यता होगी रद्द
महेंद्रगढ़ जिले में स्कूल बस हादसे के बाद हरियाणा शिक्षा विभाग ने स्कूल में वाहन सुरक्षा नीति को लेकर शुक्रवार को आपात बैठक बुलाई है। शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से बुलाई गई बैठक में प्रदेशभर के सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मौजूद रहेंगे। बैठक में वाहन सुरक्षा की अनुपालना को लेकर मंथन किया जाएगा।

चंडीगढ़। महेंद्रगढ़ के कनीना में प्राइवेट स्कूल हादसे में बच्चों की मौत और उनके घायल होने की घटना के बाद हरियाणा सरकार हरकत में आई है। सरकारी अवकाश वाले दिन स्कूल खुला था। अकेले कनीना का यह स्कूल नहीं, बल्कि प्रदेश के दूसरे जिलों में भी कई प्राइवेट स्कूल खुले हुए थे। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। सरकार के लिखित आदेशों को भी प्राइवेट स्कूल संचालक अकसर ठेंगा दिखाते हैं।

कनीना की घटना पर दिल्ली तक हिली है। पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित देश व हरियाणा के अधिकांश नेताओं ने इस हादसे पर दुख जताया है। दूसरी ओर, राज्य सरकार ने इस पर कड़ा नोटिस लेते हुए चेतावनी दी है कि अवकाश के दिन खुलने वाले प्राइवेट स्कूलों की मान्यता रद्द की जाएगी। सरकार ने इस मामले में परिवहन विभाग के सहायक सचिव को तुरंत प्रभाव से निंलबित कर दिया है।

परिवहन मंत्री असीम गोयल के निर्देश पर परिवहन आयुक्त ने घटना की जांच के आदेश देते हुए तीन दिन के भीतर रिपोर्ट मांग ली है। परिवहन आयुक्त यशेंद्र सिंह ने प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर डीटीओ कम सचिव आरटीए महेंद्रगढ़ एट नारनौल कार्यालय में बतौर सहायक सचिव तैनात प्रदीप कुमार को निलंबित कर दिया है। परिवहन आयुक्त ने एक आदेश जारी करते हुए प्रदेश के अतिरिक्त परिवहन आयुक्त (रोड सेफ्टी) को इस घटना की विस्तृत जांच करके तीन दिन के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने छह बच्चों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए लापरवाह अधिकारियों व स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने डीसी के साथ पुलिस अधीक्षकों को सख्त हिदायत दी है कि यदि सरकारी अवकाश के दिन कोई प्राइवेट स्कूल खुलता है या फिर स्कूल संचालक कक्षाएं लगाता है तो संबंधित स्कूल की मान्यता रद्द की जाए। ऐसे हादसाें के लिए जिला उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक जिम्मेवार होंगे। लिहाजा डीसी और एसपी सरकारी अवकाश के दिन स्कूल न खुलें और वाहन फिटनेस के साथ चलें, इसकी जांच करें।

विपक्ष ने सरकार को घेरा

जीएलपी स्कूल की बस के हादसाग्रस्त होने के बाद प्रदेश के सभी नेताओं ने घटना पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने ट्वीट करके घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि स्थानीय प्रशासन मुस्तैदी से काम कर रहा है। मेरी संवेदनाएं उन शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपने मासूम बच्चे खोए हैं।

पूर्व सीएम मनोहर लाल ने ट्वीट करके कहा कि कनीना में स्कूल बस के दुर्घटनाग्रस्त होने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। जिसमें कुछ बच्चों की असामयिक मृत्यु होने और कुछ के घायल होने की सूचना है। मैं सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी हादसे पर दुख जताया।

कांग्रेस के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने सरकार से आग्रह किया कि वह दिवंगतों के परिवारों को दस लाख रुपये प्रति परिवार तथा चोटिल बच्चों को उपचार के लिए एक-एक लाख रुपये मुआवजा प्रदान करे। इनेलो नेता अभय चौटाला ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए घटना के लिए स्कूल के साथ ही जिला प्रशासन को दोषी बताया।

प्रदेशभर के स्कूल वाहनों की फिटनेस होगी चेक

परिवहन मंत्री असीम गोयल ने कहा कि प्रदेशभर में आधे-अधूरे कागजात और फिटनेस प्रमाण-पत्रों के बिना नियमों की उल्लंघना कर बच्चों को ढो रहे स्कूल वाहनों के फिटनेस प्रमाण-पत्र की जांच होगी। परिवहन मंत्री ने मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित करने के साथ ही जिला शिक्षा अधिकारियों को सर्कुलर जारी कर प्रदेश के सभी स्कूलों की बसों के फिटनेस चेक करने के आदेश दिए हैं।

यही नहीं, स्कूल बसों की फिटनेस में चेक में लापरवाही बरतने पर डीटीओ को भी लताड़ लगाई है। राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को सर्कुलर जारी कर सख्त हिदायत दी जाएगी कि बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारियों के साथ आरटीए समय-समय पर स्कूल बसों की फिटनेस की जांच करें। मानदंड पूरे नहीं करने वाले वाहनों को तुरंत

कांग्रेस ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया

पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह दिल दहला देने वाला हादसा है। परमात्मा परिवारजनों को ये दुःख सहने की क्षमता दे। उन्होंने चोटिल छात्रों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए। हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया ने भी पीड़ित नौनिहालों व परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान ने मामले की उच्च स्तरीय जांच, दिवंगतों के परिवारजनों व घायलों के लिए मुआवजे की मांग की। राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हादसा मन विचलित करने वाला है। उन्होंने हादसे के बाद अपने चुनाव प्रचार कार्यक्रम को स्थगित कर दिया।

इंपाउंड किया जाए मुख्यमंत्री ने तलब की रिपोर्ट

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने महेंद्रगढ़ जिला उपायुक्त से फोन पर बातचीत करे हादसे जानकारी ली और घायल बच्चों का तुरंत इलाज कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने स्कूल बस सड़क हादसे में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। सैनी ने स्पष्ट किया कि जिसकी भी लापरवाही से यह हादसा हुआ है उसे बख्शा नहीं जाएगा।

एक माह पहले हुआ था 15 हजार जुर्माना

असीम गोयल ने चंडीगढ़ में बताया कि मार्च में आरटीए ने चेकिंग के दौरान हादसाग्रस्त स्कूल बस के कागजात पूरे नहीं होने पर 15 हजार का जुर्माना लगाया था। इसके बावजूद स्कूल बस में बच्चों को ढोया जा रहा था। इसकी जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। साथ ही उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, जिन्होंने जुर्माना लगाने के बाद यह नहीं जांचा कि बस के पास फिटनेस प्रमाण-पत्र है या नहीं।


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