1. Home
  2. haryana

Ashok Tanwar News : आप को हरियाणा में बड़ा झटका, अशोक तंवर ने छोड़ी पार्टी

Ashok Tanwar News : आप को हरियाणा में बड़ा झटका, अशोक तंवर ने छोड़ी पार्टी 
AAP Haryana News: हरियाणा में लगातार हिचकोले खा रही है आम आदमी पार्टी। पिछले महीने निर्मल सिंह और बेटी चित्रा सरवारा भी छोड़ चुके हैं पार्टी। 

चंडीगढ़। हरियाणा में पैर जमाने की लंबे समय से कोशिश कर रही आम आदमी पार्टी (आप) की उम्मीदों को लगातार झटके लग रहे हैं। पार्टी के दिग्गज नेता व स्टेट इलेक्शन कैंपेन कमेटी के चेयरमैन अशोक तंवर ने  पार्टी को अलविदा कह दिया। कई दिनों से उनके  पार्टी छोड़ने की चर्चा जारी थी और अंतत उन्होंने पार्टी को तिलांजलि दे दी।

आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा आम के लिए ये बड़ा झटका है। तंवर के करीबियों ने बताया कि वो काफी से पार्टी में अनदेखी महसूस कर रहे थे और पार्टी हाईकमान उनको कद के लिहाज से तवज्जो नहीं दे रहा था और इसके चलते उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

उन्होंने अपना इस्तीफा आप कंवीनर व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भेजा है। उनके इस्तीफे से प्रदेश की सियासत में एक बार फिर से हलचल पैदा गई है और उनके अगले कदम कि वो अब किस पार्टी में जा  सकते हैं. पर सबकी नजर है।  

भाजपा ज्वाइन करने की संभावना

अशोक तंवर के भाजपा ज्वाइन करने की संभावनाएं बलवती हैं। पिछले दिनों उन्होंने सीएम मनोहर लाल से मुलाकात थी और इसके बाद से ही क्यास लगाए जा रहे हैं कि वो पार्टी छोड़ सकते हैं।  माना जा रहा है कि भाजपा उनको सिरसा सीट से मैदान में उतार सकती है।

सिरसा से हो सकते हैं उम्मीदवार 

सिरसा व अंबाला दो आरक्षित सीट हैं औऱ तंवर रिजर्व कैटेगरी से आते हैं। इसके अलावा सिरसा से उनको चुनावी रण में उतारने की ये भी वजह है कि वर्तमान भाजपा सांसद सुनीता दुग्गज के खिलाफ अंदरुनी तौर पर लोगों में रोष है। स्थानीय लोगों में लगातार ये स्वर उभर रहे हैें कि  सुनीता दुग्गज उनसे मिलने भी नहीं आई, काम तो बहुत दूर की बात है। तंवर का सिरसा में खुद का भी वोट बैंक है और वो यहां से मजबूत दावेदार हो सकते हैं। 

आप के लिए आसान नहीं हरियाणा में आगे की राह

हरियाणा की राजनीति आप लगातार हाथ पैर मार रही है लेकिन उंट सही करवट नहीं बैठ रहा है। दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद पार्टी को उम्मीद थी कि हरियाणा में  पार्टी को खासी सफलता मिलेगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं है। पिछले चुनाव में पार्टी के ज्यादातर कैंडिडेट्स की जमानत जब्त हो गई।

इसके अलावा 2023 आदमपुर उप चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार को चार हजार वोट भी नहीं मिले और करारी हार का सामना करना पड़ा। हरियाणा आप में पार्टी के पास फिलहाल कोई बड़ा चेहरा नहीं है। पूर्व सांसद सुशील गुप्ता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं लेकिन वो फिलहाल तक वो भी कुछ खास नहीं कर पाए हैं। अनुराग ढांडा भी लगातार प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हैं लेकिन वर्तमान रानजीतिक हालातों को देखते हुए लगता है कि पार्टी के लिए आगे की राह बेहद कठिन रहने वाली है।  

बीरेंद्र सिंह, राव इंद्रजीत, कुलदीप बिश्नोई के बाद कांग्रेस छोड़ने वालों में चौथे बड़े दिग्गज 

पिछले कुछ सालों में कांग्रेस के कई दिग्गजों ने पार्टी को अलविदा कह भाजपा ज्वाइन कर ली। पार्टी छोड़ने के पीछे सबका मुख्य रुप से एक ही कारण रहा, वो था भूपेंद्र सिंह से अनबन और पार्टी में उनकी सुनवाई नहीं होना। बीरेंद्र सिंह और राव इंद्रजीत ने 2014 में ही कांग्रेस छोड़ दी थी और भाजपा ज्वाइन कर ली थी।

दोनों को पार्टी ने कैबिनेट में जगह भी दी। हालांकि पिछले कुछ समय से दोनों ही पार्टी से नाराज चल रहे हैं। इनके बाद साल 2022 में हुड्डा से खासे मतभेदों व वर्चस्व की लड़ाई के चलते कांग्रेस छोड़ दी थी और फिर बाद में भाजपा ज्वाइन कर ली। उनके बेटे भव्य बिश्नोई ने 2023 में आदमपुर उपचुनाव में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ते हुए जीत दर्ज की। वहीं अशोक तंवर ने साल 2019 में हुड्डा से ही अनबन के चलते कांग्रेस छोड़ी थी। 

पिछले महीने निर्मल सिंह व बेटी चित्रा मे छोड़ी थी आप 

पार्टी के दो कद्दावर नेताओं नेता निर्मल सिंह और उनकी बेटी व  पार्टी  हरियाणा इकाई की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा ने पिछले महीने के अंत में पार्टी से इस्तीफा दे दिया।  राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में दोनों नेताओं ने 5 जनवरी को दिल्ली में कांग्रेस ज्वाइन कर थी। माना जा रहा है कि कांग्रेस में शामिल होने के बाद निर्मल सिंह अगले साल होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव में अंबाला सिटी सीट से पार्टी के उम्मीदवार होंगे।  

फिलहाल सीट से भाजपा के असीम गोयल विधायक हैं। वहीं चित्रा को अंबाला से चुनावी रण में उतारे जाने की उम्मीद है। यहां से भाजपा दिग्गज व होम मिनिस्टर अनिल विज विधायक हैं। बता दें कि निर्मल सिंह कैबिनेट मिनिस्टर व चार बार नग्गल सीट से विधायक रह चुके हैं। बाद में डिलिमिटेशन में नग्गल सीट खत्म कर दी गई और निर्मल सिंह अंबाला सिटी सीट से चुनाव लड़ने लगे। साल  2018 में निर्मल सिंह अपनी सियासी विरासत अपनी बेटी चित्रा सरवारा सौंप दी।

हरियाणा में राशन कार्ड से कट गया नाम तो ऐसे आज ही जुड़वाएं, फिर मिलेंगी ये सुविधाएं


देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें पाने के लिए अब आप HaryanaNewsPost के Google News पेज और Twitter पेज से जुड़ें और फॉलो करें।