Haryana BJP-JJP Alliance Crisis : सीएम मनोहर लाल पूरी कैबिनेट सहित दे सकते हैं इस्तीफा

चंडीगढ़। Haryana BJP-JJP Alliance Crisis LIVE Update: प्रदेश की सियासत में आज साफ हलचल देखी जा रही है। सूत्रों के हवाले से भाजपा-जजपा गठबंधन टूटने की औपचारिक घोषणा के बाद यहां हरियाणा के सीएम मनोहर लाल पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफा दे सकते हैं। फिलहाल, संजय भाटिया और नायब सैनी सीएम की रेस में हैं। हरियाणा कैबिनेट (Haryana Cabinet) भी इस्तीफ़ा दे सकती है। वहीं यह बात भी सामने आ रही है कि मनोहर लाल को करनाल से लोकसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस्तीफा दे सकते हैं। आज 11:30 बजे चंडीगढ़ हरियाणा निवास में सीएम की अध्यक्षता में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। गौरतलब है कि हरियाणा में बीजेपी और जनता जननायक पार्टी (जेजेपी) की गठबंधन सरकार है। दोनों पार्टियों के अलग होने की चर्चाओं के बीच सूत्रों के हवाले से सीएम मनोहर लाल के पद से इस्तीफा देने की जानकारी भी सामने आई है।
सीएम पद की रेस में ये
अगर मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस्तीफा देते हैं तो संजय भाटिया और नायब सैनी सीएम की रेस में हैं। नवंबर 2024 में मनोहर लाल सरकार का कार्यकाल खत्म होगा। 2019 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 90 सीटों में से 40 सीटें जीती थी, लेकिन वह बहुमत का आंकड़ा नहीं छू पाई थी। कांग्रेस को जहां 31 सीटें मिली थी। वहीं, जेजेपी को 10 सीटों पर जीत मिली थी और भाजपा ने जजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी फिलहाल, लोकसभा चुनाव में बीजेपी और जजेपी में गठबंधन न होने की चचार्एं हैं। भाजपा अकेले 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। हालांकि, जजेपी के नेता दुष्यंत चौटाला दिल्ली में भाजपा हाईकमान से मुलाकात करने पहुंचे हैं।
दिल्ली से पर्यवेक्षक चंडीगढ़ रवाना
दिल्ली से पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और महासचिव तरूण चुघ चंडीगढ़ रवाना हो गए हैं। हरियाणा प्रभारी विप्लव देव भी चंडीगढ़ पहुंच गए हैं। जेजेपी-बीजेपी के अलग होने की स्थिति में हरियाणा में सरकार बचाने और नई सरकार बनाने की सभी संभावनाओं पर फैसला लिया जाएगा।
बहुमत का आंकड़ा 46, बीजेपी के साथ 48 विधायक
90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 46 है और मौजूदा समय में बीजेपी के पास 41 विधायक हैं। उन्हें 6 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है। इसके अलावा बीजेपी को गोपाल कांडा की हरियाणा लोकहित पार्टी का भी समर्थन प्राप्त है। अगर जेजेपी अलग होती है तो भी बीजेपी के पास 48 विधायकों का समर्थन है। वहीं कांग्रेस के 30 विधायक हैं, जबकि जेजेपी के पास 10 विधायक हैं। इंडियन नेशनल लोकदल (अभय चौटाला) के पास एक विधायक है और एक एमएलए निर्दलीय है।
देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें पाने के लिए अब आपHaryanaNewsPostकेGoogle Newsपेज औरTwitterपेज से जुड़ें और फॉलो करें।