Sexual harassment in Haryana: हरियाणा में महिला खिलाड़ियों के साथ यौन शोषण के हर साल आधा दर्जन मामले हो रहे रिपोर्ट
Haryana News Post, (चंडीगढ़) : देश भर में हरियाणा के खिलाड़ियों का टेलेंट किसी परिचय का मोहताज नहीं है। चाहे ओलंपिक गेम्स रहे या कोई अन्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी खेल का आयोजन, हर स्तर पर हरियाणा के खिलाड़ियों ने देश का नाम दुनिया भर में रोशन किया है। लेकिन पिछले कुछ समय में महिला खिलाड़ियों के साथ यौन शोषण के मामले निरंतर रिपोर्ट हो रहे हैं जिसके चलते हर किसी को शर्मिंदा होना पड़ा है।
हरियाणा में खिलाड़ियों के खिलाफ यौन शोषण के कुछ मामले राष्ट्रीय स्तर तक चर्चा में रहे हैें। हरियाणा की खिलाड़ियों के साथ यौन शोषण के मामलों को विपक्ष भी निरंतर उठाता रहा है।इसी कड़ी में जारी शीतकालीन विधानसभा सत्र के दूसरे दिन खिलाड़ियों के खिलाफ यौन शोषण के मामलों का ब्यौरा मांगा गया।
साल 2019 से लेकर वर्तमान तक महिलाओं खिलाड़ियों के खिलाफ निरंतर यौन शोषण के मामले रिपोर्ट हुए हैं। उपरोक्त अवधि में महिला खिलाड़ियों के साथ यौन शोषण के दो दर्जन मामले रिपोर्ट हुए हैं। हरियाणा में महिलाओं के साथ अपराध सदैव चिंता का विषय रहा है जिस पर तुरंत प्रभाव से अंकुश लगाए जाने की आवश्यकता है।
वर्तमान साल 2023 में महिला खिलाड़ियों के साथ यौन प्रताड़ना के सबसे ज्यादा मामले
सदन के पटल पर रखे गए आंकड़ों में सामने आया है कि हरियाणा में साल 2023 में महिला खिलाड़ियों व कोच के साथ यौन शोषण व प्रताड़ना का मामला सामने आया है। साल 2023 में प्रदेश में महिला खिलाड़ियों व कोच के साथ इस तरह के 8 मामले रिपोर्ट हुए हैं।
इस साल महिला खिलाड़ी व जूनियर राष्ट्रीय कोच के साथ यौन शोषण का मामला निरंतर चर्चा में रहा है । मामले की गूंज राष्ट्रीय स्तर पर भी गई है। वहीं इसके बाद साल 2021 में इस नेचर के 6 मामले रिपोर्ट हुए थे। इससे पहले 2019 में महिला खिलाड़ियों व ट्रेनर के साथ यौन शोषण के 5 मामले रिपोर्ट हुए थे। इसके अलावा साल 2022 व 2023 में कुल 5 मामले रिपोर्ट हुए थे।
सबसे ज्यादा मामले हिसार, जींद, सिरसा व कुरुक्षेत्र जिलों में सामने आए
प्राप्त जानकारी में ये भी सामने आया है कि जितनी भी महिला खिलाड़ियों के साथ यौन शोषण के मामले रिपोर्ट हुए हैं वो अलग अलग करीब दर्जन भर जिलों में हैं। साल 2011 में हिसार में तीन और गुरुग्राम और सिरसा जिलों में दो मामले रिपोर्ट हुए।
ये मामले फुटबॉल व कबड्डी खेल से जुड़े हैं। वहीं साल 2020 में रिपोर्ट हुए दोनों मामले कुरुक्षेत्र और भिवानी में रिपोर्ट हुए और दोनों मामले हॉकी खेल से जुड़े खिलाड़ियों के खिलाफ थे। वहीं साल 2021 में रिपोर्ट हुए 6 मामले में से कुरुक्षेत्र, कैथल, हिसार, जींद, सोनीपत व सिरसा जिलों में रिपोर्ट हुए हैं।
इन मामलों में आरोपी बॉक्सिंग, बास्केटबॉल, एथलेटिक्स और कुश्ती खेल से जुड़े थे। साल 2022 में रिपोर्ट में तीन मामले हिसार व सिरसा जिलों में रिपोर्ट हुए। .वहीं साल 2023 में जो 8 मामले इन जिलों में रिपोर्ट हुए हैं, इनमें से कैथल, भिवानी, जींद, पानीपत, सोनीपत और हिसार जिले शामिल हैं। इस साल रिपोर्ट हुए मामलों में आरोपी ताइक्वांडो, एथलेटिक्स, बैडमिंटन और आर्चर खेल से संबंधित हैं।
यौन शोषण मामले सदन में भी गूंजते रहे
हरियाणा विधानसभा में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले निरंतर सदन में उठते रहे हैं। महिला खिलाडियों के साथ यौन शोषण के मामले भी निरंतर सदन में गुंजायमान रहे हैं। इस साल महिला खिलाड़ी व जूनियर कोच के साथ यौन शोषण मामले को लेकर अभय सिंह चौटाला ने आरोपी राज्य मंत्री संदीप सिंह घेरा।
उन्होंने कहा हरियाणा की महिला खिलाड़ी व कोच के खिलाफ यौन शोषण मामले में आरोप मंत्री को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। उन्होंने कहा चंडीगढ़ पुलिस द्वारा चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद भी सरकार संदीप को बचा रही है।
वहीं होम मिनिस्टर अनिल विज ने कहा कि ऐसा नहीं है। मामला सबजूडिस है तो इस पर वो ज्यादा बात नहीं कर सकते। मामले को लेकर विज ने कहा कि जांच आईपीएस ममता सिंह को दी गई थी और उन्होंने जांच यूटी प्रशासन को सबमिट कर दी थी।
वहीं इस पर अभय ने कहा कि अन्य मामलों की की तरह इस मामले की जांच रिपोर्ट डिस्कलोज क्यों नहीं की गई। स्पीकर ने कहा कि आप बैठ जाए, इस पर अभय ने कहा कि आप भी मंत्री को बचा रहे हो। इस पर दोनों में भी बहस हुई।
हर साल करीब आधा दर्जन मामले, मामले सबजूडिस भी
सदन के पटल पर रखे आंकड़ों में सामने आया है कि महिला खिलाड़ियों व प्रशिक्षण के खिलाफ यौन शोषण के मामले निरंतर रिपोर्ट हुए हैं। इसके अलावा ये भी बता दें कि कुछ मामलों में कोर्ट में सबजूडिस हैं।
बता दें कि 17 मामले तो ऐसे हैें जो अंडर ट्रायल हैं। वहीं 6 मामले ऐसे रहे हैं जिनमें आरोपियों के खिलाफ के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला। इसके अलावा 4 मामले ऐसे रहे जिनमें एलीगेशन प्रूव नहीं हो पाए।
मंत्री के सामने ही उठा मामला, टिकी हर किसी की नजर
सदन में जब अभय़ सिंह चौटाला ने महिला खिलाड़ी व कोच के साथ यौन शोषण का मामला उठाया तो आरोपी राज्य मंत्री संदीप सिंह सदन में ही मौजूद थे। अभय ने बार बार मामले में संदीप सिंह का नाम लिया और मंत्री के लिए असहज होने वाली स्थिति पैदा हो गई। अभय ने बार बार कहा कि ये कोई छोटा मामला नहीं है।
आगे अभय ने कहा कि मामले से पीछे हटने के दबाव बनाया गया लेकिन संबंधित मंत्री के खिलाफ सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। मामले लगातार लंबी चर्चा के चलते हर किसी की नजर सदन में उन पर बनी हुई थी।
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