Karnal News: करनाल लोस व विस में गरमाएगी सियायत, मनोहर और नायब के मुकाबले उम्मीदवार उतारेंगे दुष्यंत
चंडीगढ़। करनाल लोकसभा और विधानसभा। ये दोनों ऐसी सीट हैं, जो इस बार सबसे हॉट रहने वाली हैं। करनाल लोकसभा से पूर्व सीएम मनोहर लाल चुनाव मैदान में उतरे हैं। वहीं करनाल विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में सीएम नायब सिंह सैनी प्रत्याशी होंगे। एक ही इलाके से मौजूदा और पूर्व सीएम के एक साथ चुनाव लड़ने का प्रदेश में यह अपनी तरह का पहला मौका होगा।
सवा चार वर्षों से भी अधिक समय तक भाजपा के साथ गठबंधन सहयोगी रही जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने करनाल लोकसभा क्षेत्र में पूर्व सीएम मनोहर लाल के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया है। इतना ही नहीं, पार्टी नायब सिंह सैनी के सामने भी अपना प्रत्याशी देगी। बुधवार को चंडीगढ़ स्थित जजपा मुख्यालय में मीडिया से रूबरू हुए दुष्यंत चौटाला ने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के साथ अपनी पार्टी जजपा के किसी भी तरह के रिश्तों से इनकार कर दिया।
उन्होंने कांग्रेस, इनेलो व आप के उन आरोपों को भी सिरे से नकारा, जिनमें कहा जा रहा है कि लोगों को दिखाने के लिए गठबंधन तोड़ा है। अंदरखाने आज भी भाजपा-जजपा में सहमति बनी हुई है। दुष्यंत ने कहा कि पार्टी करनाल लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विरुद्ध अपना उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारेगी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के विरुद्ध भी करनाल हलके के उपचुनाव में जेजेपी का उम्मीदवार उतरेगा।
विज को हटाकर अच्छा नहीं किया
पूर्व डिप्टी सीएम ने कैबिनेट विस्तार पर भी चुटकी ली है। पूर्व गृह मंत्री अनिल विज के कैबिनेट में शामिल नहीं होने पर टिप्पणी करते हुए दुष्यंत ने कहा, अनिल विज को कैबिनेट में शामिल नहीं करने का भाजपा अपना अंदरुनी मसला हो सकता है लेकिन एक अनुभवी मंत्री को हटाकर भाजपा ने अच्छा नहीं किया।
सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायकों पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा, ‘बेशक हम तो अब सरकार में नहीं रहे लेकिन शुरू से ही सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीयों का अब क्या होगा। वे तो रोजाना मंत्री बनकर सोते थे।’ यहां बता दें कि भाजपा-जजपा गठबंधन पर कुछ निर्दलीय तो खुलकर सवाल उठाते थे। उनमें से किसी का भी नंबर कैबिनेट में नहीं लगने से अब दुष्यंत को भी उन पर चुटकी लेने का मौका मिल गया।
चुनावों को लेकर बड़ा दावा करते हुए दुष्यंत ने कहा, पिछले चुनावों में हमारी चाबी ने विधानसभा का ताल खोला था। इस बार ताला भी हमारा होगा और चाबी भी हमारी।
दुष्यंत ने कहा,’गठबंधन टूटने के बाद मैंने नये मुख्यमंत्री से अनुरोध किया था कि किसानों की बर्बाद फसल का पैसा उनके खातों में स्थानांतरित करा दिया जाए, मगर अब आचार संहिता लग गई है और उन्हें कई माह तक इंतजार करना पड़ेगा।’ उन्होंने इस बात से भी स्पष्ट मना किया कि गठबंधन सिर्फ सरकार चलाने तक सीमित था।
ऐसा कहने वाले भाजपा नेताओं पर सवाल दागते हुए पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा, यदि हमारा सरकार चलाने के साथ-साथ राजनीतिक गठबंधन नहीं होता तो फिर हमें एनडीए का हिस्सा क्यों माना गया और क्यों हमें एनडीए की बैठकों में बुलाया गया। पूर्व सीएम के साथ हुई मुलाकात पर उन्होंने कहा,‘मेरी उम्र 35 साल है और उनकी उम्र 69 साल है।
हमने साढ़े चार साल इकट्ठे काम किया। दोनों में कभी कोई मनमुटाव नहीं हुआ। एक-दूसरे से बहुत कुछ सीखा। ताऊ देवीलाल का प्रपौत्र होने के नाते मेरे संस्कार मुझे यही अनुमति देते हैं कि मैं मनोहर लाल का धन्यवाद करने जाऊं।’
राव बहादुर सिंह जजपा में शामिल : इस बीच नांगल-चौधरी के विधायक राव बहादुर सिंह ने कांग्रेस को अलविदा बोल चंडीगढ़ में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की मौजूदगी में जजपा की सदस्यता ग्रहण की। दरअसल, बहादुर सिंह भिवानी-महेंद्रगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन पार्टी की ओर से पैनल में भी उनका नाम नहीं रखा गया।
कांग्रेस के एक युवा नेता के वादों पर उन्होंने भरोसा किया लेकिन बात बिगड़ती चली गई। ऐसे में उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का मन बना लिया। माना जा रहा है कि अब जजपा उन्हें भिवानी-महेंद्रगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़वा सकती है।
Haryana News: भाजपा का इंतजार करेगी कांग्रेस, उसके बाद करेगी लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा
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