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मनोहर लाल नहीं तोड़ पाए हुड्डा का रिकार्ड, भूपेंद्र हुड्डा रहे थे लगातार 9 साल 235 दिन मुख्यमंत्री

मनोहर लाल नहीं तोड़ पाए हुड्डा का रिकार्ड, भूपेंद्र हुड्डा रहे थे लगातार 9 साल 235 दिन मुख्यमंत्री
मनोहर लाल का मुख्यमंत्री पद पर कुल कार्यकाल 9 माह 138 दिनों का रहा। सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकार्ड अभी भी हुड्डा के ही नाम दर्ज है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी प्रदेश के पूर्व सीएम और विपक्ष के नेता भूपेंद्र हुड्डा का रिकार्ड नहीं तोड़ पाए।

चंडीगढ़। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा लगातार 9 साल 235 दिन तक प्रदेश के मुखिया रहे थे। हुड्डा पहली बार 5 मार्च, 2005 को हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे। उस समय कांग्रेस को 67 सीटों के साथ लोगों ने पूर्ण बहुमत दिया था। उनका पहला कार्यकाल 25 अक्तूबर, 2009 तक रहा। हुड्डा की पहली टर्म का कार्यकाल 4 मार्च, 2010 को पूरा होना था, लेकिन उन्होंने समय से पूर्व चुनाव करवाने का फैसला लिया।

मनोहर लाल नहीं तोड़ पाए भूपेंद्र हुड्डा का रिकार्ड

ऐसे में उनका दूसरा कार्यकाल 25 अक्तूबर, 2009 को शुरू हुआ और वे 26 अक्तूबर, 2014 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। मनोहर लाल और हुड्डा में एक समानता यह भी रही कि दोनों ने ही लगातार दूसरी बार सत्ता का गठन तो किया, लेकिन पूर्ण बहुमत ना तो कांग्रेस को हासिल हुआ था और ना हो भाजपा को मिला। 2009 में कांग्रेस के चालीस विधायक बने। उस समय हजकां के पांच विधायकों के कांग्रेस में मर्जर और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से हुड्डा ने पांच वर्षों तक सरकार चलाई।

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इसी तरह अक्तूबर-2019 में भाजपा भी 40 सीटों पर सिमट गई। भाजपा ने 10 विधायकों वाली जजपा के साथ गठबंधन करके सवा चार वर्ष से अधिक समय तक सरकार चलाई। हालांकि सात निर्दलीयों में से छह का समर्थन भाजपा के साथ रहा। इनमें चौ़ रणजीत सिंह, रणधीर सिंह गोलन, धर्मपाल गोंदर, राकेश दौलताबाद, सोमबीर सिंह सांगवान व नयनपाल रावत शामिल हैं। महम विधायक बलराज कुंडू सरकार के साथ नहीं हैं। सिरसा से हलोपा विधायक गोपाल कांडा ने भी सरकार को समर्थन दिया हुआ है।

मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री के रूप में पहली बार 26 अक्तूबर, 2014 को शपथ ग्रहण की। उनका पहला कार्यकाल 27 अक्तूबर, 2019 तक रहा। इसके बाद वे लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने लेकिन इस बार उन्होंने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया। प्रदेश में सबसे लम्बे समय (अलग-अलग कार्यकाल) में मुख्यमंत्री रहने का रिकार्ड आज भी स्व़ चौ़ भजनलाल के नाम पर है। वहीं दूसरे नंबर पर यह रिकार्ड स्व़ चौ़ बंसीलाल के नाम पर दर्ज है।

5 दिन के सीएम भी रहे चौटाला

इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ऐसे नेता हैं, जो महज पांच दिन तक भी मुख्यमंत्री रहे हैं। वहीं 14 दिन और 171 दिन मुख्यमंत्री रहने का रिकार्ड भी चौटाला के खाते में दर्ज है। सबसे अधिक बार मुख्यमंत्री बनने का रिकार्ड अभी तक भी चौटाला के नाम पर है। उनका सबसे लम्बा कार्यकाल 5 साल 224 दिनों का रहा।

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बंसीलाल के नेतृत्व वाली हरियाणा विकास पार्टी की सरकार गिरने के बाद चौटाला ने 24 जुलाई, 1999 को सरकार का गठन किया था। उनका यह कार्यकाल 2 मार्च, 2000 तक रहा। इसके बाद वे 5 मार्च, 2005 तक सूबे के मुख्यमंत्री रहे।

हरियाणा में राष्ट्रपति शासन भी लगा

हरियाणा में पहली बार 20 नवंबर, 1967 को राष्ट्रपति शासन लगाया गया। यह 21 मई, 1968 यानी 183 दिनों तक चला। इसके बाद 30 अप्रैल, 1977 को दूसरी बार राष्ट्रपति शासन लगा। 52 दिनों तक प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू रहा। तीसरी बार 108 दिनों के लिए हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लगाया गया। इस बार 6 अप्रैल, 1991 से 23 जुलाई, 1991 तक हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लगा रहा।

ये बन चुके मुख्यमंत्री

पहली नवंबर, 1966 को हरियाणा के गठन के बाद प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री पंडित भगवत दयाल शर्मा बने। इसके बाद केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के पिता राव बीरेंद्र सिंह प्रदेश के सीएम बने। इसी तरह से चौ़ बंसीलाल, बनारसी दास गुप्ता, चौ़ देवीलाल, चौ़ भजनलाल, हुक्म सिंह, ओमप्रकाश चौटाला, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे हैं।

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