Republic Day 2024 के लिए लिखना है Essay यहां हैं Gantantra Diwas par Nibandh के सरल टिप्स
Gantantra Diwas par Nibandh Republic Day Essay 2024 : आज के लेख में 26 जनवरी पर निबंध, गणतंत्र दिवस पर निबंध, republic day nibandh in hindi, republic day bhashan, republic day nibandh 2024, republic day 2024 nibandh in hindi, republic day nibandh, republic day nibandh 2024, republic day nibandh for students, गणतंत्र दिवस पर भाषण, गणतंत्र दिवस पर भाषण 2024, गणतंत्र दिवस पर निबंध, गणतंत्र दिवस पर निबंध 2024 मिलेगा।
Gantantra Diwas par Hindi Nibandh
प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पूरे देश में एक अलग रौनक देखने को मिलती है।
यही वह दिन है जब संपूर्ण देश में संविधान लागू किया गया था। 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू किया गया था।
भारतीय संविधान सभी देशों का मिश्रित संविधान है, इसको बनने में करीब 2 साल 11 नहीनें 1 दिन का समय लगा था।
वहीं संविधान में कुल 395 अनुच्छेद 22 भाग एवं 8 अनुसूचियां शामिल हैं।
आपको शायद ही पता होगी कि संविधान की मूल प्रति में हांथ से बनाए ढेरो चित्र शामिल हैं।
इस चित्र को मशहूर चित्रकार नंदलाल बोस ने बनाया था। वहीं भारत का संविधान एकमात्र लिकित संविधान है
संविधान के मूलप्रति के प्रत्येक पृष्ठ पर प्रेम बिहारी नारायण रायजादा यानी लेख का नाम लिखा हुआ है, जिन्होंने अपनी सुंदर सी राइटिंग में इसे लिखा है।
निबंध को बनाएं सरल व दमदार
निबंध को सरल व दमदार बनाने के लिए सबसे पहले इसकी एक रूपरेखा तैयार कर लें, इसको चार से पांच भागों में विभाजित करें।
इससे आपको निबंध लिखने में आसानी होगी। साथ ही पढ़ने वालों की भी दिलचस्पी बढ़ेगी। ऐसे तैयार कर सकते हैं रूपरेखा।
शायरी से करें निबंध की शुरुआत
यदि आप चाहते हैं कि आपका निबंध पढ़ने वाली की आंखें पन्ने से हटने का नाम ना लें और वह आपको शत प्रतिशत मार्क्स देने के लिए मजबूर हो जाए, तो आप अपने निबंध की शुरुआत देशभक्ति कविता या शायरी से करें।
ध्यान रहे निबंध 700 से 1000 शब्दों के बीच होना चाहिए। यदि आपको सीमित शब्दों में निबंध लिखने के लिए कहा जाता है, तो इसे सीमित शब्दों में ही लिखें।
हालांकि इसके लिए आपके निबंध की क्वालिटी अन्य बच्चों की तुलना में अलग दमदार होना चाहिए, जो पढ़ने वाले को पूरे नंबर देने से रोक ना सके।
गणतंत्र दिवस समारोह पर लेख
हर साल 26 जनवरी को यह गणतंत्र दिवस कार्यक्रम नई दिल्ली में कर्तव्य पथ (राजपथ) पर बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
इसके साथ ही गणतंत्र दिवस पर विशेष विदेशी अतिथियों को आमंत्रित करने की भी प्रथा है, कभी-कभी एक से अधिक अतिथियों को भी आमंत्रित किया जाता है।
इस दिन भारत के राष्ट्रपति सबसे पहले तिरंगा फहराते हैं और फिर उपस्थित सभी लोग एक साथ खड़े होकर राष्ट्रगान गाते हैं।
इसके बाद विभिन्न सांस्कृतिक और पारंपरिक झांकी दिखाई जाती हैं, जो देखने में बेहद आकर्षक होती हैं।
इसके साथ ही इस दिन का सबसे खास कार्यक्रम होता है परेड, जिसे देखने के लिए लोग काफी उत्साहित रहते हैं।
परेड की शुरुआत प्रधानमंत्री द्वारा राजपथ पर अमर जवान ज्योति पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद होती है।
इसमें भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के विभिन्न रेजिमेंट शामिल हैं।
यह एक ऐसा आयोजन है जिसके जरिए भारत अपनी रणनीतिक और कूटनीतिक ताकत का भी प्रदर्शन करता है
और दुनिया को यह संदेश देता है कि हम अपनी रक्षा करने में सक्षम हैं।
गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन भारत की विदेश नीति के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि
इस कार्यक्रम में आमंत्रित विभिन्न देशों के मुख्य अतिथियों के आगमन से भारत को इन देशों के साथ अपने संबंधों को बढ़ाने का अवसर मिलता है।
गणतंत्र दिवस हमारे देश के तीन राष्ट्रीय पर्वों में से एक है, यह दिन हमें हमारे गणतंत्र के महत्व की याद दिलाता है।
इसीलिए इस पर्व को पूरे देश में बड़े हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया जाता है।
साथ ही, यह वह दिन है जब भारत किसी को डराने के लिए नहीं, बल्कि यह संदेश देने के लिए कि हम अपनी रक्षा करने में सक्षम हैं
अपनी सामरिक ताकत का प्रदर्शन करते हैं।
26 जनवरी हमारे देश के लिए एक ऐतिहासिक पर्व है, इसलिए हमें इस पर्व को पूरे उत्साह और सम्मान के साथ मनाना चाहिए।
गणतंत्र दिवस से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
26 जनवरी, 1930 को आज ही के दिन पहली बार पूर्ण स्वराज कार्यक्रम मनाया गया था।
जिसमें ब्रिटिश शासन से पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त करने का संकल्प लिया गया था।
गणतंत्र दिवस परेड के दौरान एक ईसाई धुन बजाई जाती है, जिसका नाम “एबाइड विद मी” है क्योंकि यह महात्मा गांधी की पसंदीदा धुनों में से एक थी।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे।
1955 में राजपथ पर पहला गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित किया गया था।
जिसे अब ‘कर्तव्य पथ’ के नाम से जाना जाता है। भारत के गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति को 31 तोपों की सलामी दी जाती है।
Students को Republic Day पर भेजें ये Patriotic messages और गणतंत्र दिवस का महत्व बताएं
देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें पाने के लिए अब आप HaryanaNewsPost के Google News पेज और Twitter पेज से जुड़ें और फॉलो करें।