Suraj pe Shayari 2024 : भेजें सूरज पर लेटेस्ट शायरी- यार क्या ज़िंदगी है सूरज की सुबह से शाम तक जला करना
Sooraj Shayari in Hindi : आज हम आपको सूरज की शायरी के कुछ चुनिंदा शेर और शायरी बता रहे हैं। आप यहां से Best Sun Quotes In Hindi, Sooraj Shayari in Hindi अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं। साथ ही आप यहां से Suraj pe shayari english translation, Suraj pe shayari english, उगते सूरज पर शायरी, सूरज पर शायरी, सूरज की पहली किरण शायरी, चाँद सूरज शायरी, sun shayari in english और डूबते हुए सूरज की शायरी in english अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं।
Suraj pe shayari in Hindi
वादा_किया हैं तो निभाएंगे #सूरज की किरण
बनकर तेरी छत पर आयेंगे हम हैं तो जुदाई
का गम कैसा_तेरी हर सुबह को फूलों से सजायेंगे!!!
देखी न गयी मुझसे ये “अंधेरो” की कश-म-कश
फिर आफताब बन कर #निकलना ही पड़ा मुझे ❤️
उसे बड़ा #अभिमान है, दुनियाँ में वही_ही तो महान है
ऊष्मा का संचार उसी से #जीवों में प्राण उसी से
यकायक तन्द्रा_टूट गई कहीं दूर भीड़ को देखकर
लोग ख़ुशी से झूम रहे थे उसे #डूबता देखकर.
#आसमान को धरती पर
उतारा जा_सकता है..
जब हौसला और
#इरादों का मिलाप होता है..
चारों तरफ हो #खुशियाँ ही खुशियाँ
मीठी पुरनपोली और #गुजियाँ ही गुजियाँ
द्वारे सजती सुंदर_रंगोली की सौगात !!
आसमान में हर तरफ ”पतंगों” की बारात
Sooraj par urdu sher
सूरज को निकलना है सो निकलेगा दोबारा
अब देखिए कब डूबता है सुब्ह का तारा
- अहमद नदीम क़ासमी
दिल ही नहीं रौशन तो दिन क्या निकलेगा
सूरज तो तारीख़ बदलता रहता है
- ज़का सिद्दीक़ी
ज़रा वक़्फ़ा से निकलेगा मगर निकलेगा चांद आख़िर
कि सूरज भी तो मग़रिब में छुपा आहिस्ता आहिस्ता
- अहमद नदीम क़ासमी
निकलेगा उसी पर्दे से तपता हुआ सूरज
ये सोच के ही काली घटा अच्छी लगी है
- सदफ़ जाफ़री
Sooraj urdu shayari
सूरज के उजाले में चराग़ां नहीं मुमकिन
सूरज को बुझा दो कि ज़मीं जश्न मनाए
- हिमायत अली शाएर
यार क्या ज़िंदगी है सूरज की
सुब्ह से शाम तक जला करना
- अमीर क़ज़लबाश
सूरज लिहाफ़ ओढ़ के सोया तमाम रात
सर्दी से इक परिंदा दरीचे में मर गया
- अतहर नासिक
ग़म का सूरज तो डूबता ही नहीं
धूप ही धूप है किधर जाएं
- सरफ़राज़ दानिश
शफ़क़ हूं सूरज हूं रौशनी हूं
सलीब-ए-ग़म पर उभर रहा हूं
- अय्यूब साबिर
आरज़ू है सूरज को आइना दिखाने की
रौशनी की सोहबत में एक दिन गुज़ारा है
- इक़बाल अशहर
Suraj Shayari collection
कुछ_लोग जो बिछड़ेंगे, तो वे फिर ”मिलने” नहीं आयेंगे
क्योंकि कुछ शाम बस_यादों में रहकर हमें सतायेंगे.
जब भी तुम_मुझे देखना चाहते हो, तो हमेशा #सूर्यास्त देखना मैं वहाँ रहूँगा।
हर कमी_पूरी हो जाती है किसी न किसी तरह
लेकिन साँझ अब भी तुझ बिन_अधूरी लगती है.
#जिन्दगी की हर सुबह
कुछ शर्ते ”लेकर” आती हैं
or जिन्दगी की हर saam
कुछ तजुर्बे_देकर जाती हैं
दिन भर ”वक्त” मिले ना मिले, शाम को कुछ #वक्त चुरा लेना
बाकि दिन दुनिया को देना, लेकिन_शाम अपनों के साथ बिता लेना.
Sooraj sher
वक़्त का #तकाज़ा यूं ही इशारे_करता रहा,
सुबह तो हर रोज़ हुई पर #सूरज हर पल ढलता रहा।
जब “सूरज” ढल चूका होता है तो कोई #मोमबत्ती उसका स्थान नहीं ले सकती।
वक्त की एक_आदत बहुत अच्छी हैं
ये जैसा भी हो #गुजर ही जाता हैं!!
साँझ को इस #खूबसूरती से कुदरत ने सजाया है
मानो काम के बाद घर आने का “फरमान” सुनाया है.
जब छा जाये_अंधेरा तो सुरज बन निकलना पड़ता है #आसमां में चमकने के लिए उसे भी तपना पड़ता है।
हर दिन उगते #सूरज से आँखें मिलाइए, प्रकृति के साथ कुछ_वक्त बिताइए
दिन की एक ”शानदार” शुरुआत के साथ, #बीमारियों को कोसों दूर भगाइए.
#आसमान की तरफ़ मत देखों
आसमान से आने_वाला कोई नहीं हैं,
तुम्हें ख़ुद ही #उठना हैं
तुमको ‘जगाने’ वाला कोई नहीं हैं.
हमेशा एक #सूर्योदय और
हमेशा एक ”सूर्यास्त” होता है
और यह आपके लिए है कि
आप इसके_लिए वहां रहें !
असफलता को ”इजाज़त” दें की वो आपको बड़ा कुछ_सिखाये,
क्योकि प्रत्येक #सूर्यास्त के बाद एक बहुत बड़ा #सूर्योदय होता है।”
कैसे #गुजरती है मेरी हर के ”शाम” तेरे बगैर,
अगर तू देख ले तो कभी #तन्हा न छोड़े मुझे
“जब सूरज #डूबने के लिए आया हो, हाथ का हर काम छोड़_दीजिये और उसे देखे।
Sooraj shayari
असफलता को #इजाज़त दें की वो आपको_बड़ा कुछ सिखाये,
क्योकि प्रत्येक ”सूर्यास्त” के बाद एक बहुत बड़ा #सूर्योदय होता है।
आसमाँ इतनी #बुलंदी पे जो इतराता है,
भूल जाता है ज़मीं से ही #नज़र आता है।
मुझे लगता है की #सूर्यादय मेरे लिए बहोत दुर्लभ होगा,
पर सूर्यास्त मेरा ”पसंदीदा” समय है।
#अंधी में भी दिए जला करते हैं ”काँटों” में ही
गुलाब खिला करते हैं #खुशनसीब होती हैं वो
शाम जिसमें आप जैसे_लोग मिला करते हैं!!!
Sooraj par sher
मत ”भूलना” सुंदर सूर्यास्त को
आसमान में #बादल चाहिए।
#सूर्यास्त का रंग अभी भी मेरा #पसंदीदा रंग है और बाद में इंद्रधनुष का।
हर ”सूर्यास्त” फिरसे शुरुवात करने का #अवसर होता है
अगर आप #Late_Night सोने के कारण हर सुबह उगते #सूरज को नहीं देख पाते हैं.
तो यकीन मानिए आप “जीवन” की एक अद्भुत सौगात गंवा रहे हैं.
Sooraj par shayari
जब सूरज_ढल रहा हो तो आप जो
भी कर रहे हैं उसे #छोड़ दे और उसे देखे!!!
जो बिछड़े ”सफ़र” में तुझे फिर मिलेंगे,
अपने मन में तू_रख ये भरोसा,
उदासी भरे ”दिन” कभी तो ढलेंगे…
बिना ”संघर्ष” के इन्सान #चमक नहीं सकता
जो #जलेगा उसी दिए में तो ”उजाला” होगा!!!
कैसे ”गुजरती” है मेरी हर के शाम तेरे_बगैर,
अगर तू देख ले तो #कभी तन्हा न छोड़े मुझे.
Sunrise Quotes In Hindi
हर #पतंग जानती है,
अंत में कचरे मे जाना_लेकिन उसके पहले हमे,
आसमान #छूकर दिखाना है।
डूबते हुए #सूरज की तरह थी वो नादानी
मेरी उगता हुआ सूरज_समझ लिया!!!
ढलता ”सूरज” कभी किसी का साथ, तो कभी संग #तन्हाई लाता है
सुख-दुःख का चक्र भी यूँ हीं #हमारे साथ चलता जाता है.
आज #जवानी पर इतरानेवाले कल_पछतायेगा,
चढ़ता सूरज धीरेधीरे ढलता है ढल जायेगा.
Sunset quotes in hindi
डूबते हुए ”सूरज” की तरह थी वो,
नादानी मेरी,
उगता हुआ “सूरज” समझ लिया.
उगते हुए #सूरज को सलाम करने वालो,
मैंने डूबते हुए सूरज के “सजदे” में सिर झुकाया हूँ.
अद्भुत वह हैं जो #वास्तव में एक सूर्यास्त हैं
क्योंकि यह सिर्फ आसपास के ”क्षेत्र” में ईमानदारी
से सब कुछ_मंत्रमुग्ध कर देता हैं!!!
#सूर्यास्त के बाद आकाश ऐसे प्रकाश में ”बदल” जाता है,
जैसे की चांदी के #तारों से लिपटा हुआ हल्का बैंगनी रंग।
सूर्य, चाँद और ”तारे” सब बहुत समय पहले
ख़त्म हो गए होते अगर व #मनुष्य कि पहुँच में होते।
आसमान छूने की #ख्वाहिश हर किसी की है,
पर जो ”आसमान” में रहते है,
वो जमीन पर आने को #तरसते है.
अगर #महबूब साथ हो, तो हर एक शाम_रंगीन हो जाती है
और दूरियाँ हो #महबूब से तो रूहानी शाम भी ”गमगीन” हो जाती है.
कभी आसमाँ से ‘चाँद’ उतरे तो जाम हो जाए,
तुम्हारे नाम की एक #खूबसूरत शाम हो जाए.
#असफलता को इजाज़त दें की वो
आपको बड़ा कुछ_सिखाये, क्योकि
प्रत्येक ”सूर्यास्त” के बाद एक बहुत बड़ा सूर्योदय होता है।
बादल मेरी_जिंदगी में तैरते रहते हैं अब
वर्षा या अधिशेष #तूफान नहीं लाते हैं लेकिन
मेरे सूर्यास्त_आकाश में रंग जोड़ते हैं!!!
#सूर्यास्त एक ऐसा वक्त होता है, जो यादो में “जान” भरने का काम करता है।
उतरने नहीं देती_आसमान से कोई परेशानी,
मेरी माँ की #दुआओं ने उसे रोक रक्खा है.
सूर्यास्त #आकाश में रंग भर देता है जैसे ”कल” ऐसा नहीं था।
आज जवानी पर ”इतरानेवाले” कल पछतायेंगे, चढ़ता सूरज धीरे_धीरे ढलता है ढल जायेगा।”
आज कई दिनों के बाद #सूर्य की एक किरण दिखाई दी और कुछ #पलों में ही बादलों के बीच_छुपते हुए लुप्त हो गया।
एक अरज़े के ”बाद” तुम को देखा है रूह को ऐसा “सुकून” मिला, जैसे दिल्ली की सर्द सुबह में धुप ने #बदन को सेका हो।
तुम मेरी_छिपने की जगह हो
तुम मुझे ‘मुसीबत’ से बचाओगे
और मुझे उद्धार के #गीतों से घेरो।
तेरी याद को #तड़पाना क्या खूब आता है,
आँखे भीग जाती है, सूरज_डूब जाता है.
तुम आओ-तो
#पंख लगा कर उड़ जाए ये शाम,
मीलों #लम्बी रात
सिमट कर ‘पल’ दो पल हो जाए.
मुझे_पता ना चला पर वो #चलता रहा
मैं #देखता रहा और वो ढलता रहा!!!
#ढलता हुआ सुरज ”बताता” है,
ऐसा समय ”जीवन” में आता है.
Suraj pe Shayari
अवसर #र्योदय की तरह होते हैं। यदि आप ज्यादा देर तक_प्रतीक्षा करते हो, तो आप उन्हें ”गंवा” बैठते हो।
Suraj pe Shayari
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