Fact About Alcohol : शराब के हैं शौकीन तो लिमिट में करें सेवन, शरीर का ये अंग नहीं होगा खराब
Interesting Facts About Alcohol : बहुत से लोग हैं जो कि शराब पीते हैं. कुछ लोग ऐसे होते हैं रोज शाम ढलते ही पेग बनाने लगते हैं तो कुछ लोग कभी-कभी पार्टी में या दोस्तों के साथ पीते हैं. शराब के शौकीन लोगों को इसका कितना सेवन करना चाहिए ये ऐसी बात है जिसके बारे में लोगों को पता होना जरूरी है. क्योंकि ज्यादा शराब सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकती है. अपने इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे कि एक व्यक्ति के लिए कितनी शराब पीना सही रहेगा-
इतनी पीने से सेहत पर नहीं होगा बुरा असर
शराब की बोतल खुलते ही पूरी रात पीके झूमने की आदत शराब के शौकीनों की सेहत पर बुरा असर डाल सकती है. जरूरी है कि समझदारी से अपनी लिमिट तय की जाए. शराब की लिमिट पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग है. एक पुरुष के लिए जहां दो ड्रिंक यानी पेग काफी है वहीं महिला के लिए एक पेग की लिमिट रखी गई है.
एक पेग में होती है कितनी शराब
जहां तक एक पेग में शराब की मात्रा (amount of alcohol) का सवाल है तो लगभग 14 ग्राम शराब की मात्रा होती है. हालांकि अलग-अलग अल्कोहल की मात्रा वाली शराब के पेग में अंतर होता है. कोई शराब ऐसी होती है जिसमें 50 प्रतिशत तक अल्कोहल है तो किसी में 35 प्रतिशत होता है. ऐसे में पेग बनाते समय शराब की मात्रा का ध्यान रखें और लिमिट में पिएं.
ज्यादा शराब से सेहत खराब
ज्यादा शराब पीने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है. इससे न सिर्फ सेहत पर बुरा असर पड़ता है बल्कि सामाजिक तौर पर भी सम्मानित दृष्टि से नहीं देखते. घरों में लड़ाई झगड़े और रोड एक्सीडेंट जैसी घटनाएं भी ज्यादा शराब पीने की वजह से होती रहती हैं. इसलिए जरूरी है कि शराब के शौकीन इसे लिमिट में पिएं.
Interesting Facts About Alcohol
डार्क लिकर जैसे रेड वाइन, व्हिस्की से ज्यादा हैंगओवर की दिक्कत होती है.
कभी कभी शराब पीने को सही ठहराना सही नहीं है.
अगर शराब सही तरीके से पी जाए तो हानिकारक नहीं होती है. ये कथन बिल्कुल सही नहीं है.
दुनिया की में सबसे स्ट्रॉग बीयर में 67.5 फीसदी एल्कोहॉल की मात्रा होती है.
जब एक बोतल वाइन बनती है तो इसके लिए कम से कम 600 अंगूरों की आवश्यकता होती है.
कभी आपने वोडका को जमाने की कोशिश की है. वैसे बता दें कि वोडका को जमाने के लिए माइनस 16. 51 F डिग्री तापमान की आवश्यकता होती है.
व्हिस्की को सूंघकर भी अच्छी नींद ली जा सकती है.
एल्कोहॉल के कई फॉर्म को दवाइयों में भी इस्तेमाल किया जाता है.
कहा जाता है कि शराब से दूर रहकर कैंसर का खतरा 30% तक कम किया जा सकता हैं.
खाली पेट शराब पीने से 3 गुना ज्यादा नशा होता हैं जबकि भोजन के साथ शराब पीने से नशा देर से होता हैं.
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