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एक्ट्रेस Ranya Rao पर गोल्ड स्मगलिंग का इल्ज़ाम: सौतेले पिता पर भी गिरी गाज

एक्ट्रेस Ranya Rao पर गोल्ड स्मगलिंग का इल्ज़ाम: सौतेले पिता पर भी गिरी गाज
Ranya Rao News: गोल्ड स्मगलिंग मामले में एक्ट्रेस रान्या राव को डीआरआई ने केम्पेगौड़ा हवाई अड्डे से 14.2 किलो सोने के साथ पकड़ा। रान्या ने अधिकारियों पर मारपीट और हस्ताक्षर के लिए दबाव का आरोप लगाया। उनके सौतेले पिता रामचंद्र राव, आईपीएस अधिकारी, को अनिवार्य अवकाश पर भेजा गया। रान्या ने पिता को बेकसूर बताया।

Gold smuggling case big action taken against Ranya Rao: गोल्ड स्मगलिंग (gold smuggling) के एक सनसनीखेज मामले में एक्ट्रेस रान्या राव को हाल ही में गिरफ्तार किया गया। अब उन्होंने राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रान्या का दावा है कि डीआरआई (DRI) ने उन पर दबाव डाला और मारपीट की। इस बीच, उनके सौतेले पिता, वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और कर्नाटक पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के पुलिस महानिदेशक रामचंद्र राव को 'अनिवार्य अवकाश' (compulsory leave) पर भेज दिया गया है। यह कार्रवाई तब हुई जब रान्या का नाम सोने की तस्करी (gold smuggling case) से जुड़ा।

एक्ट्रेस Ranya Rao पर गोल्ड स्मगलिंग का इल्ज़ाम

रान्या राव 3 मार्च 2025 को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (KIA) पर पकड़ी गई थीं। डीआरआई के मुताबिक, वह दुबई से 14.2 किलोग्राम सोना (14.2 kg gold) लेकर भारत आ रही थीं। जांच में पता चला कि रान्या हर महीने 4-5 बार दुबई की यात्रा करती थीं, जिससे पुलिस को शक हुआ। इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब उनके पिता का नाम भी चर्चा में आया। हालांकि, रान्या ने अपने पिता को बेकसूर बताया है।

रान्या का आरोप: "मुझे फंसाया गया"

बेंगलुरु सेंट्रल जेल से रान्या ने डीआरआई के अतिरिक्त महानिदेशक को एक पत्र लिखा। इसमें उन्होंने कहा कि सोने की तस्करी (gold smuggling) में उनके पिता रामचंद्र राव का कोई हाथ नहीं है। रान्या ने यह भी दावा किया कि उन्हें गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। अपने 6 मार्च को लिखे 5 पन्नों के पत्र में उन्होंने बताया, "मुझे प्लेन से उतरते ही पकड़ लिया गया। बिना कुछ समझाए गिरफ्तार कर लिया। हिरासत के दौरान अधिकारियों ने मुझे 10-15 बार मारा, चेहरे पर थप्पड़ जड़े। मैं उन अफसरों को पहचान सकती हूं।"

रान्या ने आगे कहा, "एक अधिकारी ने धमकी दी कि अगर मैं उनके तैयार किए कागजों पर हस्ताक्षर (signature) नहीं करूंगी, तो मेरे पिता का नाम घसीट देंगे। मुझे डर और दबाव में 50-60 टाइप किए हुए और 40 खाली कागजों पर हस्ताक्षर करने पड़े।" इस पत्र ने मामले को और गंभीर बना दिया है।

हमारे विशेषज्ञों की राय में, यह मामला न केवल गोल्ड स्मगलिंग (gold smuggling) की घटना है, बल्कि जांच प्रक्रिया में पारदर्शिता और अधिकारियों की जवाबदेही पर भी सवाल उठाता है। इस खबर की सत्यता और विश्वसनीयता के लिए हमने आधिकारिक स्रोतों और जेल प्रशासन से जानकारी जुटाई है, ताकि पाठकों को सही और निष्पक्ष जानकारी मिले।


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