Pamban Bridge Rameswaram: राम नवमी पर पीएम मोदी करेंगे नए पंबन ब्रिज का उद्घाटन, इंजीनियरिंग का शानदार नजारा

क्या खास है नए Pamban Bridge Rameswaram में?
नया पंबन ब्रिज भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे ब्रिज है, जो रेल और समुद्री यातायात को एक साथ आसान बनाएगा। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि बड़े जहाजों के गुजरने के लिए इसका मध्य हिस्सा ऊपर उठ सकता है, जिससे समुद्री मार्ग में कोई रुकावट नहीं आएगी। ऐसी तकनीक विश्व के चुनिंदा देशों में ही देखने को मिलती है, और अब भारत ने भी इस क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। यह ब्रिज न सिर्फ तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि देश की इंफ्रास्ट्रक्चर क्षमता को भी मजबूत करता है।
पुराने ब्रिज की जगह लेगा नया पंबन ब्रिज
यह आधुनिक ब्रिज 1914 में बने पुराने पंबन ब्रिज को रिप्लेस करेगा, जो भारत का पहला समुद्री पुल था। पुराना ब्रिज अपने समय का चमत्कार था, लेकिन अब नया पंबन ब्रिज आधुनिक तकनीकों से लैस होकर रेलवे और समुद्री यातायात को और बेहतर बनाएगा। यह दक्षिण भारत के विकास में मील का पत्थर साबित होगा और धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ बुनियादी ढांचे को भी बढ़ावा देगा। पीएम मोदी की यह पहल देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकेत देती है।
2.05 किलोमीटर का यह ब्रिज है खास
नया पंबन रेलवे ब्रिज 2.05 किलोमीटर लंबा है और बंगाल की खाड़ी में पाक जलसंधि पर बना है। यह रामेश्वरम द्वीप को मुख्य भूमि से जोड़ता है। रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) ने 535 करोड़ रुपये की लागत से इसे तैयार किया है। यह देश का पहला ऐसा समुद्री रेलवे ब्रिज है, जिसे वर्टिकल लिफ्ट तकनीक से बनाया गया है। बड़े जहाजों के लिए इसे ऊपर उठाया जा सकता है और यह हाई-स्पीड ट्रेनों के लिए भी उपयुक्त है। यह ब्रिज भारत की इंजीनियरिंग और तकनीकी विशेषज्ञता का जीता-जागता प्रमाण है।
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