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Green Tomato Farming: हरे टमाटर की खेती कैसे करें, इसकी फसल कर देगी आपको मालामाल

Green Tomato Farming: हरे टमाटर की खेती कैसे करें, इसकी फसल कर देगी आपको मालामाल 
Green Tomato Farming Tips: हरा टमाटर, जिसे कच्चा टमाटर भी कहा जाता है, एक लोकप्रिय सब्जी है जिसका उपयोग विभिन्न व्यंजनों में किया जाता है। इसकी खेती भारत में कई राज्यों में बड़े पैमाने पर की जाती है, और यह किसानों के लिए एक लाभदायक व्यवसाय हो सकता है।

नई दिल्ली। हरा टमाटर उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में अच्छी तरह से उगता है। इसे 20-30 डिग्री सेल्सियस तापमान और 60-80% आर्द्रता की आवश्यकता होती है।

बुवाई:

हरा टमाटर की बुवाई बीजों को सीधे खेत में या नर्सरी में करके की जा सकती है। नर्सरी में बुवाई करने से पौधों को शुरुआती विकास के लिए अनुकूल परिस्थितियां मिलती हैं।

रोपाई:

नर्सरी में उगाए गए पौधों को 20-25 दिनों के बाद खेत में रोपाई कर दी जाती है। रोपाई करते समय पौधों के बीच 60-75 सेंटीमीटर और पंक्तियों के बीच 90-100 सेंटीमीटर की दूरी रखनी चाहिए।

खाद और सिंचाई:

हरा टमाटर को नियमित रूप से खाद और पानी की आवश्यकता होती है। खाद देने के लिए गोबर की खाद, यूरिया, सुपरफॉस्फेट और पोटाश का उपयोग किया जा सकता है। सिंचाई आवश्यकतानुसार करनी चाहिए।

जलवायु:

हरा टमाटर उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में अच्छी तरह से उगता है। इसे 20-30 डिग्री सेल्सियस तापमान और 60-80% आर्द्रता की आवश्यकता होती है।

मिट्टी:

हरा टमाटर अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से उगता है। मिट्टी का पीएच 6.0-7.0 होना चाहिए।

बीज:

हरा टमाटर की खेती के लिए उन्नत किस्मों के बीजों का उपयोग करना चाहिए। कुछ लोकप्रिय किस्में हैं:

  • पूसा अर्ली
  • पूसा हाइब्रिड-2
  • काशी विश्वनाथ
  • एचएस-101

निराई-गुड़ाई:

खरपतवारों को नियमित रूप से हटाना चाहिए। पौधों की बेहतर वृद्धि के लिए निराई-गुड़ाई करना आवश्यक है।

रोग और कीट:

हरा टमाटर कई रोगों और कीटों से प्रभावित हो सकता है। इनसे बचाव के लिए उचित रोग नियंत्रण उपाय करना चाहिए।

फसल की कटाई:

हरा टमाटर की फसल 60-70 दिनों में तैयार हो जाती है। फलों को हरा होने पर तोड़ लेना चाहिए।

उपज:

हरा टमाटर की उपज 20-25 टन प्रति हेक्टेयर प्राप्त की जा सकती है।

बाजार:

हरा टमाटर की अच्छी मांग है। इसे स्थानीय बाजारों, मंडियों और सुपरमार्केटों में बेचा जा सकता है।

लाभ:

हरा टमाटर की खेती एक लाभदायक व्यवसाय हो सकता है। यह किसानों को कम समय में अच्छा मुनाफा दे सकता है।

निष्कर्ष:

हरा टमाटर की खेती एक अच्छा विकल्प है जो किसानों को कम लागत में अच्छा मुनाफा दे सकता है। उचित तकनीकों और रोग नियंत्रण उपायों का उपयोग करके किसान इस खेती से अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

अतिरिक्त जानकारी:

  • हरा टमाटर की खेती के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप कृषि विज्ञान केंद्रों या कृषि विश्वविद्यालयों से संपर्क कर सकते हैं।
  • आप ऑनलाइन भी हरा टमाटर की खेती के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

कैसे करें हरे टमाटर की खेती? 

हरे टमाटर की खेती की बात करें. तो यह अलग से नहीं बोए जाते उनके बीज सामान्य टमाटर वाले ही होते हैं. हरा टमाटर, कच्चा टमाटर होता है. हरे टमाटर का रंग हल्का हरा होता है और इनका स्वाद पके लाल टमाटरों की तुलना में  तीखा और एसिडिक होता है. टमाटरों को खेत में बोने से पहले नर्सरी में बोया जाता है. जब यह चार-पांच हफ्ते के हो जाते हैं तब उन्हें खेत में लगाया जाता है। 

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