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Kale Amrud Ki Kheti: काले अमरूद की खेती से किसान उठा सकते हैं लाभ, जानें कहां हो सकती है इसकी पैदावार

Kale Amrud Ki Kheti: काले अमरूद की खेती से किसान उठा सकते हैं लाभ, जानें कहां हो सकती है इसकी पैदावार 
अमरूद खाना सभी को अच्छा लगता है। लगभग पूरे भारत में अमरूद की खेती होती है। अमरूद में बहुत अधिक मात्रा में फायबर पाया जाता है। इसे खाने से पाचन क्रिया अच्छी रहती है। ऐसे लोगों को लगता है कि अमरूद केवल हरे व पीले कलर के ही होते हैं, लेकिन ऐसी बात नहीं है. काले रंग के भी अमरूद होते हैं।

हिसार, Black Guava Cultivation: आने वाले दिनों में काले अमरूद की खेती का बहुत तेजी से विकास होगा।  क्योंकि आने वाले दिनों में मार्केट के अंदर काले अमरूद की डिमांड बढ़ने वाली है। काले अमरूद की खेती किसी भी तरह की मिट्टी में की जा सकती है, लेकिन दोमट मिट्टी अच्छी मानी गई है।

यहां हो रही काले अमरूद की खेती

अभी हिमाचल प्रदेश, बिहार और उत्तर प्रदेश में किसान बड़े स्तर पर काले अमरूद की खेती कर कर रहे हैं। काले अमरूद की खासियत है कि यह बाहर से देखने में भले ही काला होता है, लेकिन अंदर से इसका गूदा लाल होता है। इसकी पत्तियां भी लाल होती हैं। इसके एक अमरूद का वजन 100 ग्राम या इससे भी अधिक हो सकती है। काले अमरूद में एंटीऑक्सीडेंट ज्यादा होता है। इसके सेवन करने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। 

कैसे लगाएं 

इसकी खेती के लिए सबसे उपयुक्त समय ठण्ड का मौसम होता है. अगर आप मिट्टी की जांच करा कर इस पौधे को सही तरीके से बोते हैं तो यह 2 से 3 साल में ही आपको फल देने लगता है. सामान्य तौर पर इस पौधे के लिए सबसे उपयुक्त मिट्टी दोमट होती है. आप इनके 1 से 3 साल के पौधों में 10 से 20 किलो तक गोबर की खाद का प्रयोग कर सकते हैं. इसके साथ ही सिंगल सुपर फास्फेट 250 से 750 ग्राम और म्यूरेट ऑफ पोटाश 200 से 400 ग्राम का प्रयोग करना चाहिए। 

इन बातों का ध्यान रखें 

हम इनकी अच्छी वृद्धि के लिए यूरिया 50 से 250 ग्राम एवं जिंक सल्फेट 25 ग्राम प्रति पौधा का भी प्रयोग कर सकते हैं. इन सब के बाद भी अगर आपके अमरुद के पेड़ में फूल नहीं आ रहे हैं तो आप इसमें यूरिया या एथेफॉन-यूरिया स्प्रे की उच्च सांद्रता का प्रयोग करें. यह पौधों में एक प्रेरक का काम करता है। 

महंगा बिकता है 

काले अमरूद की खेती भारत के उत्तरप्रदेश एवं मध्यप्रदेश में की जाती है. लेकिन अगर अन्य अमरूदों से इसकी तुलना करें तो यह बहुत ही कम मात्रा में उगाया जाता है. इस पौधे की सबसे ख़ास बात यह है कि काले रंग में यह अमरुद ही नहीं होता बल्कि इसके पत्ते और पेड़ में भी आपको कालिमा स्पष्ट रूप से दिखाई देगी. अगर हम इस अमरुद की कीमत की बात करें तो यह अन्य अमरूदों की अपेक्षा सबसे ज्यादा होती है। 

पोषक तत्वों से भरपूर 

काले अमरुद में अगर हम पोषक तत्वों की बात करें तो यह एक औषधीय फल है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट सबसे ज्यादा मात्रा में पाया जाता है. इसी के साथ अगर हम इसके अन्य तत्वों की बात करें तो इसमें विटामिन-ए, विटामिन-बी और विटामिन सी, कैल्शियम और आयरन के साथ ही अन्य मल्टीविटामिन और मिनरल्स होते हैं. एक तरह से हम कह सकते हैं कि यह अमरुद हमारे शरीर के लिए पूरी तरह से एक आयुर्वेदिक औषधि का काम करती है। 

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