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Telescopic Carton की जगह Universal Carton से सेब की पैकिंग में आएगी क्रांति

Telescopic Carton की जगह Universal Carton से सेब की पैकिंग में आएगी क्रांति
बागवानी मंत्री जगत नेगी ने टेलीस्कोपिक कार्टन (Telescopic Carton) की जगह यूनिवर्सल (Universal Carton) को अनिवार्य करने के लिए बागवानी विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दे दिए हैं।

Haryana News Post : Universal Carton benefits: शिमला। हिमाचल प्रदेश में सेब की पैकिंग (Packing of Apples) के लिए यूनिवर्सल (फिक्स कार्टन) कार्टन अनिवार्य करने की तैयारी है। इसे लेकर सरकार में मंथन चल रहा है, लेकिन इसे लागू करने से पहले सरकार स्टेकहोल्डर्स से बात करेगी। इसके लिए मंगलवार को यहां बागवानी विभाग के निदेशालय में बैठक बुलाई गई है। इस बैठक के लिए सभी स्टेक होल्डर्स को बुलाया गया है। उनसे राय लेने बाद सरकार इस‌ मामले पर आगे बढ़ेगी। 

बागवानी मंत्री जगत नेगी ने टेलीस्कोपिक कार्टन (Telescopic Carton) की जगह यूनिवर्सल (Universal Carton) को अनिवार्य करने के लिए बागवानी विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दे दिए हैं। बताया जा रहा है कि स्टेक होल्डर की राय लेने के बाद सरकार विधानसभा बजट सत्र में ही कानून बनाएगी। कानून बनने के बाद टेलीस्कोपिक कार्टन के प्रयोग पर प्रतिबंध लगेगा। यदि कोई बागवान ऐसा करते हुए पकड़ा गया तो उसके खिलाफ प्रस्तावित कानून में कार्रवाई का प्रावधान किया जाएगा। प्रदेश में टेलीस्कोपिक कार्टन बनाने पर भी पूर्णत: रोक लगा दी जाएगी।

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उधर, कोटगढ़ हॉर्टीकल्चर एंड एन्वायर्नमेंट सोसायटी के अध्यक्ष एवं प्रगतिशील बागवान हरिचंद रोच ने बताया कि प्रदेश में फिक्स कार्टन (यूनिवर्सल) लागू होना चाहिए। टेलीस्कोपिक कार्टन तो लीगल मेट्रोलॉजी एक्ट (legal metrology act) को भी वॉयलेट कर रहा है। ओवर ग्रेड में सेब बेचने पर पूर्णत: रोक होनी चाहिए। यूनिवर्सल कार्टन लागू होने से बागवानों को फायदा होगा।

इस बीच, बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि सरकार का फोकस यूनिवर्सल कार्टन पर रहेगा। इसे लेकर जल्द स्टेक होल्डर से मीटिंग की जाएगी। 

टेलीस्कोपिक से कैसे अलग यूनिवर्सल कार्टन 

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यूनिवर्सल कार्टन में सिर्फ 20 किलो सेब ही भरा जा सकेगा, जबकि टेलीस्कोपिक में बागवान 28 से 40 किलो तक सेब भरने लगे हैं। बागवानों को दाम औसत 20 से 25 किलो के हिसाब से दिए जाते हैं। इस तरह बागवान प्रति पेटी 5 से 15 किलो अतिरिक्त सेब दे रहे हैं। इस लिहाज से बागवानों को प्रति पेटी कई बार 200 से 700 रुपए तक का नुकसान उठाना पड़ता है। इसका फायदा लदानी और आढ़ती उठा जाते हैं, जो हिमाचल में खरीदे गए सेब को देश के बाजारों में किलो के हिसाब से बेचकर मोटा मुनाफा कमाते हैं।

यह है सेब पैकिंग का इंटरनेशनल स्टैंडर्ड 

विश्वभर में सेब 4 लेयर में भरा जाता है। यह सेब पैकिंग का अंतरराष्ट्रीय स्टैंडर्ड है। दुनिया के किसी भी देश से भारत में सेब आयात किया जाता है तो भी किलो के हिसाब से खरीदा जाता है, लेकिन हिमाचल में बागवान टेलीस्कोपिक कार्टन में 6 से 8 लेयर में सेब भर रहे हैं। कुछ बागवान ऐसा कमीशन एजेंट के दबाव में आकर तो कुछ सबसे महंगा सेब बिकने की चाहत में कर रहे हैं।

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