Kartik Month Friday Upay: कार्तिक माह करें ये चमत्कारी उपाए, जानिए इनके फायदे?
नई दिल्ली। Kartik Month Laxmi Remedies: कार्तिक माह भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित है। इस माह में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। कहते हैं कि कार्तिक मास में नियम का पालन करने से एक विधवा महिला देवी रुकमणी हुई थी और उन्हें देवी लक्ष्मी का स्थान प्राप्त हुआ था। इस माह भगवान विष्णु मत्स्य रूप में जल में वास करते हैं जबकि उनका वामन अवतार पाताल में निवास करता है। इसलिए गंगा तट पर लोग कल्पवास भी करते हैं। कहते हैं जो कल्पवास करते हैं उन्हें पुनर्जन्म में नहीं फंसते हैं। बता दें इस माह के किया गया हर उपाए चमत्कारी सिद्ध होता है। तो आइए जानते उन उपायों के बारे में।
पर्स में रखें सोना-चांदी का सिक्का
ज्योतिष शास्त्र मुताबिक पर्स में सोना-चांदी का एक सिक्का अपने पर्स में शुक्रवार के दिन रख लें। लेकिन ये उपाय करते समय इस बात का ध्यान रखें कि सोने- चांदी का सिक्का पर्स में रखने से पहले इसे मां लक्ष्मी के चरणों में अर्पित करें। साथ ही मां लक्ष्मी से प्रार्थना करें कि उन पर मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहे। ऐसा करने से न तो आपका पर्स कभी खाली होगा और न ही जीवन में कभी धन की समस्या होगी।
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नदी में स्नान करें
स्नान सूर्योदय के पहले स्नान करें नदी और तालाब के पास रहते हैं तो वहां जाकर करें अगर वहां नहीं जा सकते हैं तो घर में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। इस में स्नान करना दूध के सामान स्नान करने के बराबर है।
लक्ष्मी स्त्रोत का पाठ करें
कार्तिक माह में लक्ष्मी स्त्रोत, कनकधारा स्रोत अथवा विष्णु स्त्रोत का पाठ करना विशेष फलदायी माना गया है। ऐसा करने से देह त्याग के बाद उत्तम लोक में स्थान मिलता है और जब तक धरती पर रहते हैं समृद्धि और सुख प्राप्त होता है। कार्तिक नियमों का पालन करने वालें पुनर्जन्म लेते हैं तो उन्हें उत्तम कुल परिवार में स्थान मिलता है और सुख में जीवन जीते हैं।
अन्न दान करें
कार्तिक मास में अन्न और वस्त्र का दान करना अति उत्तम माना जाता है। अगर आप कुछ नहीं कर पाते हैं तो अन्न और वस्त्र का दान जरूर करें ऐसा करने से वह अगले जन्म में गरीब पैदा नहीं होता है और उसे परलोक में भी अन्न और जल की कमी भी नहीं रहती है।
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तुलसी में दूध मिलाकर दें जल
कार्तिक मास में सुबह शाम तुलसी की जड़ में जल में दूध मिलाकर देना चाहिए और उसके आसपास सफाई करनी चाहिए। सुबह शाम घी का दीपक जलाएं। भगवान विष्णु को जो भी भोग लगाएं उसमें तुलसी का पत्ता जरूर रखें। भगवान विष्णु भोग स्वीकार नहीं करते हैं। साथ ही कार्तिक मास में देवप्रबोधनी एकादशी पर तुलसी विवाह करना भी बहुत उत्तम फलकारी रहता है।
भगवान विष्णु को तिल करें अर्पित
कार्तिक मास में नियमित रूप से भगवान विष्णु को तिल अर्पित करने चाहिए। यूं तो सालभर तिल अर्पित करते हैं अच्छा है लेकिन, अगर ऐसा नहीं कर पाता है तो कार्तिक मास और माघ मास में ऐसे करना उत्तम रहता है। ऐसा करने से जाने अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति मिलती है और सद्गति प्राप्त होती है।
तुलसी की मिट्टी से करें ये उपाय
कार्तिक मास में नियमित रूप से जब भी तुलसी में जल देते हैं या उसकी पूजा करते हैं तो तुलसी की मिट्टी लेकर उसका तिलक करने से मनुष्य के सभी पाप शय हो जाते हैं और विवेक और बुद्धि का विकास होता है।
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